कोरोना महामारी से मारे गए लोगों के शवों की बेकद्री

कांग्रेस के वरिष्ठ युवा नेता व मानव अधिकार परिषद के अध्यक्ष शैलेश गुप्ता ने मुख्यमंत्री व जिलाधीश अजमेर से अजमेर शहर के अंदर। कोरोना महामारी से मारे गए। लोगों के शवों की जिस तरह बेकद्री की जा रही है। उसकी जांच कराने की मांग करते हुए दोषी अधिकारी व कर्मचारी को निलंबित करने की मांग की है। कांग्रेस के वरिष्ठ युवा नेता शैलेश गुप्ता ने प्रकट करते हुए आक्रोशित शब्दों में कहा कि? कल रक्षाबंधन के अवसर पर। लाखों रुपए लगाकर के अजमेर के पुष्कर रोड स्थित मोक्षधाम पर। गैस शवदाह गृह बनाया गया है परंतु जिनको इस शव दाह गृह का संचालन का जिम्मा दिया गया है एवं। ए डी ए! के अधिकारी। जिन पर इनकी व्यवस्था। की जिम्मेदारी है वह कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। कल एक शव को जलाने के लिए अंदर रखा तो 10 मिनट बाद ही मशीन खराब हो गई। ऐसे में परिजनों व कर्मचारियों द्वारा बड़ी मुश्किल से उस शव को बाहर लाकर के लकड़ियों पर जलाया गया।
कांग्रेस नेता शैलेश गुप्ता ने रोष प्रकट करते हुए कहा कि उन परिजनों पर क्या गुजरी होगी जिनका परिजन आधे अधूरे शव जले गैस शव दाह से बाहर लाया गए जिन जिन अधिकारियों को। अस्पताल से लेकर के जो जलने तक की जिम्मेदारी दी गई है उनमें से 90% विभागीय अधिकारी नहीं आते हैं। ऐसे में उन लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। यह एक मानवता का बहुत ही मार्मिक पहलू है। शवों की बेकद्री बिल्कुल नहीं होनी चाहिए। और जो भी दोषी पाए जाएं उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।
शैलेश गुप्ता ने कहा कि इस संदर्भ में। आज प्रातः 10:00 बजे। अजमेर विकास प्राधिकरण। के सचिव। श्रीमान! किशोर कुमार जी से। साथ ही उन्होंने कहा कि उदयपुर मशीन ठीक करने वालों के दिया है। वह आ रहे हैं साथ ही आज। कोरोना महामारी के मरे उनके परिजनों को श्मशान घाट के बाहर 2 से 3 घंटे तक खड़े रहना पड़ा क्योंकि संस्कार में इतना समय लगा और बैठने की व्यवस्था नहीं थी इतनी भीषण गर्मी में।

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