सिंधु सभ्यता संस्कृति और बोली के सरंक्षण समर्थन में महिलाओं की अहम भूमिका

राष्ट्रीय सिंधी समाज द्वारा आयोजित सिंधु सरिता मुशायरे में नवोदित कवयित्रीयों ने समां बांधा

कोरोनाकाल को देखते हुए राष्ट्रीय सिंधी समाज द्वारा वेबिनार पर ऑन लाइन अखिल भारतीय स्तर पर
सिंधु सरिता मुशायरा आयोजित किया गया । कार्यक्रम में नवोदित कवयित्रीयों ने समां बांध दिया ।

मुख्य अतिथि सांसद श्री शंकर लालवानी ने अपने स्वागत एवम् उद्दबोधन में राष्ट्रीय सिंधी समाज के प्रयासों की भूरी भूरी प्रशंसा की और सिंधु सरिता मुशायरे कार्यक्रम में इतनी तादाद में महिलाओं की सक्रियता से उन्हें महसूस हुआ कि सिंधी बोली संस्कृति और सभ्यता के संरक्षण संवर्धन में महिलाओं की भागीदारी कितनी महत्वपूर्ण है ।
महासचिव डॉ लाल थदानी ने संस्था संस्थापक श्री नंदलाल सचदेव के प्रयासों की जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें प्रदेश सिंधी कल्याण परिषद का उपाध्यक्ष बनाया गया उन्होंने हर जिले में जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में स्थानीय सभी समस्याओं का तुरंत निपटारा किया और राष्ट्रीय स्तर पर उन्होंने पांच प्रधानमंत्रियों के समक्ष शिष्टमंडल के साथ सिंधी समस्याओं का ज्ञापन दिया है जिस पर स्वयं डॉ लाल धानी और कमल वरदानी ही उपस्थित रहे आज स्थिति यह है कि किसी भी राज्य में सिन्धी अकादमी का गठन नहीं हुआ है । और राष्ट्रीय सिंधी विकास परिषद सिर्फ सिंधी साहित्य और किताबों के प्रकाशन और सम्मेलनों तक ही सीमित है। ऐसे में सिंधी समाज को 75 वर्षों से भाषाई अल्पसंख्यक से क्यों वंचित रखा जा रहा है ।

महासचिव मुकेश सजदे में ने स्वच्छता का विस्तृत परिचय दिया और बताया कि पाकिस्तान सिंधी विस्थापितों को भारतीय नागरिकता दिलाने में उनके दिवंगत पिता ताउम्र सक्रिय रहे।

सांसद श्री शंकर लालवानी ने भरोसा दिलाया कि वे उच्च स्तरीय शिष्टमंडल के साथ नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री के समक्ष ज्ञापन देंगे।

राष्ट्रीय अध्यक्ष कमल वरधानी ने बताया की राष्ट्रीय सिन्धी समाज द्वारा पहली बार आयोजित कवयित्री सम्मेलन का , फेसबुक एव जूम पर लाइव प्रसारण भी हुआ । सांसद शंकर लालवानी ने कोरोना वॉरियर इंदौर से पार्षद कंचन गिदवानी और दुबई निवासी जितेंद्र मतलानी का प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया ।
राष्ट्रीय सिंधी समाज द्वारा आयोजित सिंधु सरिता मुशाय रे में नवोदित कवयित्रीयों ने समां बांधा
सम्मेलन मे इन्दिरा पूनावाला पुणे,अनिता शिवनाणी अजमेर, डाॅ दिक्षिता अजवानी दिल्ली, रितु भाटिया गांधीधाम, मीना शहदापुरी, दिव्या विधानी दोनों अहमदाबाद, नन्दनी पंजवानी, गायत्री मुमल जयपुर, प्रीती बजाज, विनीता मोटलानी इन्दौर इत्यादि शहरो की कवयित्रीयों ने स्वरचित काव्य रचना । जगदीश शहदादपुरी ने हर शायरी पर अपना नजरिया देकर उन्हें प्रोत्साहित किया ।

सिंधु सरिता कवयित्री मुशायरा की – इन्दिरा पूनावाला मुंबई ने सभी कवयित्रीयों का उनकी उपलब्धियों के साथ परिचय कराया ।

राष्ट्रीय सूत्रदार ललित अगनानी , युवा अध्यक्ष राजकुमार दरियानी, अमूल आहूजा, गुल माखीजानी, हरीश लालवानी, नीरज़ कुमार , हरीश लखानी, गोविन्द मीरपुरी, शंकर दानवानी, शंकर मोटवानी, सुरेश चावला, जितेन्द्र बलवानी, निर्मल मंगवानी, लालचंद मोटवानी , रितु हेमनानी , सुंदरलाल विधानी, मुरली गुरदासानी इत्यादि का कार्यक्रम की सफलता में अपना अमूल्य योगदान दिया ।

कार्यक्रम समन्वयक और संचालन – अनीता शिवनानी अजमेर ने सबका स्वागत किया । संयोजिका– डॉ दीक्षिता अजवानी दिल्ली ने और राष्ट्रीय अध्यक्ष कमल वरदानी ने कार्यक्रम के सफल संचालन और संयोजन के लिए सबका धन्यवाद ज्ञापित किया ।

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