पूर्व शिक्षा मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता वासुदेव देवनानी ने सरकार पर जनता से किये वादे पूरा नहीं करने का आरोप लगाया है। देवनानी ने कहा कि मुख्यमंत्री भले ही मीडिया के सामने अपने जनघोषणा पत्र की आधी से ज्यादा घोषणाएं पूरा करने का दंभ भर रहे हों लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। सत्य तो यह है कि सरकार की पौने दो साल की उपलब्धियां महज पौने दो पन्नों में सिमट कर रह गई है। सरकार की यह उपलब्धियां अंगूलियों पर गिनी जा सकती है।
देवनानी ने कहा कि सत्ता में काबिज हुए पौने दो साल गुजरने के बाद भी सरकार की अब तक कुंभकरण नींद नहीं टूटी है। चुनावों के दौरान जनता से करे वादों को पूरा करने को लेकर उसके पास कोई रोडमैप नहीं है। किसानों से विधानसभा चुनाव जीतने के लिए दस दिन में ऋण माफ करने का जो वादा किया था वह पौने दो साल बाद भी अधूरा है। सरकार जो घोषणाएं पूरा करने का रागअलाप रही है उनमें से दर्जनों भाजपा सरकार पूर्व में ही पूरा कर चुकी है। भाजपा सरकार की योजनाओं को पहले बंद किया गया और उसके बाद नाम बदलकर उसे पुनःचालू करने का काम कांग्रेस ने किया। भाजपा सरकार के दौरान प्रदेश में चल रहे भामाशाह कार्ड का नाम बदलकर जनाधार कार्ड और अन्नपूर्णा रसोई योजना का नाम बदलकर इंदिरा रसोई कर पुनःजनता को समर्पित करना इसका जीता जागता उदाहरण है। यह तो केवल बानगी है ऐसी और भी अनेक घोषणाएं है जिसका नाम बदलकर जनता ने झूठी वाहवाही लूटने का प्रयास किया है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में अपराध चरम पर है। राज्य में बडे पैमाने पर बजरी का अवैध खनन चल रहा है। सरकार की अनदेखी के चलते खननकर्ता के हौंसले बुलंद है। प्रदेश की गली-गली में अवैध बजरी खनन में लिप्त बाहूबली प्रशासन जाप्ते पर भी पत्थर औरी गोलियां बरसाते नजर आ रहे है। माननीय न्यायालय तक कई बार स्वप्रेरित प्रसंज्ञान ले चुका है लेकिन परिणाम ढाक के तीन पात ही रहे हैं। सरकार इन बाहुबलियों पर कार्रवाई करने के बजाए केवल मुखदृष्टा बनी दिखाई पड रही है।
प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था पूर्णरूपरूपेण चरमराई हुई है। आमजन की सुरक्षा तो दूर स्वयं पुलिस ही असुरक्षित है। आए दिन शरारती तत्वों द्वारा पुलिसकर्मियों पर हमला करना अब आम हो चला है। महिलाओं और बच्चियों के साथ गैंगरेप, ज्यादती, दुष्कर्म,लूट,हत्या इत्यादि वारदातों की बाढ सी आई हुई है।
देवनानी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा अन्य राज्य की तुलना में वैट अधिक लगाने के कारण पेट्रोल डीजल के भाव आसमान छू रहे है। सरकार द्वारा समय रहते कठोर निर्णय नहीं लेने से प्रदेश में कोरोना का महातांडव जारी है। प्रदेशवासियों के साथ अब कोरोना आंकडे भी संक्रमित हो चुके है। स्टेट रिपोर्ट और जिला प्रशासन की रिपोर्ट की रिपोर्ट देखने पर सब माजरा समझ में आ रहा है। प्रदेश में कोरोना के कारण मरीजों की सांसें उखड रहीं है वहीं समय पर सही संभाल नहीं होने के कारण सरकारी अस्पतालों में पडे वेंटीलेटर केवल ‘शो-पीस’ पडे है। सरकार निजी अस्पताल प्रशासन पर लगाम लगाने में फैल रही है। निजी हाॅस्पिट कोरोना मरीजों से प्रतिदिन के एक एक लाख रूपये तक के बिल बनाते दिख रहे है।
देवनानी ने कहा कि प्रदेश में भ्रष्टाचार परवान पर है। बेरोजगार सडक पर उतर रहे है। प्रवासी मजदूर रोजगार के लिए सरकार का मूंह तांक रहे है। इतना होने के बाद भी सरकार आंकडों में घोषणाएं पूरी होने का होहल्ला कर रही है। चुनावों में लुभावनी घोषणाएं कर वोट बंटोरने और सत्ता पर काबिज होने के बाद उन घोषणाओं को पूरा नहीं करने के काम में कांग्रेस ’डाॅक्टरेट‘ है। आंकडों को जोड.-तोड. करने और उसे उपलब्धियां गिनाने के इस मिशन में कांग्रेस पिछले सत्तर साल से सक्रिय है लेकिन जनता जब जागरूक है। कांग्रेस द्वारा जनता को अब गुमराह नहीं किया जा सकता है। समय आने पर जनता कांग्रेस को उसी की भाषा में ही जवाब देगी।