अजमेर, 30 सितम्बर।
पूर्व शिक्षा राज्य मंत्री एवं अजमेर उत्तर विधायक वासुदेव देवनानी ने अयोध्या में विवादित ढांचे के विध्वंस से सम्बंधित अपराधिक मुकदमें में सीबीआई की विशेष अदालत द्वारा सभी रामभक्तों को बरी किये जाने के फैसले का स्वागत किया।
देवनानी ने कहा कि सीबीआई की विशेष अदालत ने अपने ऐतिहासिक निर्णय में यह माना कि विवादित ढांचें का विध्वंस पूर्व नियोजित नहीं था। तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने राजनैतिक पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर संतों, भाजपा नेताओं, विहिप पदाधिकारियों व समाजसेवियों को झूठें मुकदमों में फंसाकर बदनाम करने व परेशान करने का काम किया। रामभक्तों ने 28 वर्षों तक धैर्य व साहस के साथ इनका सामना किया तथा अन्त में सत्य व न्याय की ही जीत हुई व सभी रामभक्त ससम्मान बरी हुए। उन्होंने इस अवसर पर उन 17 लोगों का पुण्य स्मरण किया जो मुकदमें के चलते बैकुण्ठ सिधार गये।
देवनानी ने कहा कि इससे पूर्व 9 नवम्बर 2019 को सुप्रीम कोर्ट ने भी रामजन्म भूमि को लेकर ऐतिहासिक फैसला सुनाया था जिससे 5 अगस्त को अयोध्या में राममंदिर के निर्माण का शिलान्यास हो चुका है जहां पर आगामी 3 वर्षों में भव्य मंदिर बनकर भारतवासियों की आस्था को मजबूत करेगा। एक बार फिर बुधवार को सीबीआई की विशेष अदालत के फैसले ने दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया।