मुख्यमंत्री अपराधों पर नियंत्रण में पूर्णतया विफल-हाडा

भाजपा शहर जिला अध्यक्ष प्रियशील हाड़ा ने कहा कि विगत 20 महीनों में संवेदन हीन गहलोत सरकार के राज में राजस्थान सर्वाधिक अपराध ग्रस्त राज्यों में शामिल होकर अपराधों की राजधानी बन गया है, महिलाओं के प्रति दरिंदगी बढ़ गई और अपराधी बेलगाम हो गए हैं, यह मात्र आरोप नहीं है, इनकी सबकी पुष्टि छब्त्ठ के आंकड़े करते हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश की राजनीति करने वाले मुख्यमंत्री अपने ही प्रदेश में गृह मंत्री के नाते अपराधों पर नियंत्रण में पूर्णतया विफल रहे हैं
एनसीआरबी के अनुसार वर्ष 2019 में देश में 32 हजार 260 दुष्कर्म के मामले दर्ज हुए उनमें सर्वाधिक 6051 राजस्थान से हैं उन्होंने कहा कि सिर्फ राजनीति करने के लिए सड़कों पर उतरना कांग्रेस की विशेषता है। न्याय से इनका कोई सरोकार नहीं हैं।
हाड़ा ने कहा कि भाजपा प्रदेश की अराजक गहलोत सरकार के खिलाफ पांच अक्टूबर को जिला केंद्रों पर हल्ला बोल कर प्रदर्शन करेंगी और राज्यपाल से राज्य की लचर कानून व्यवस्था की समीक्षा कर हस्तक्षेप की मांग की जाएगी।

हाड़ा ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार महिलाओं एवं बेटियों पर दुष्कर्म, अपहरण, हत्या जैसी घटनाओं को रोकने में नाकाम साबित हुई है बेटियों की सुरक्षा के लिए कब जागेगी कांग्रेस सरकार??
केंद्र द्वारा दिए जा रहे फंड को खर्च करने में भी राजस्थान में सरकार सुस्ती का रवैया अपना रही है।

राजस्थान से दो नाबालिग बहनों के साथ सामूहिक बलात्कार किए जाने की खबर सामने आई है. आरोपी पहले दोनों लड़कियों को बहला फुसला कर अपने साथ ले गए. फिर तीन दिन तक उन्हें अलग-अलग शहरों में ले जाकर उनके साथ रेप किया गया. मामला तब और भी गंभीर हो गया, जब पुलिस पर एक आरोपी को थाने से छोड़ देने का आरोप लगा. लड़की का परिवार अब इंसाफ मांग रहा है और लेकिन पुलिस कुछ और कहानी बता रही है.

बारां की रहने वाली दोनों लड़कियों ने आरोप लगाया कि झांसा देकर दो युवक उन्हें अपने साथ पहले कोटा ले गए. फिर जयपुर और उसके बाद अजमेर. उनके साथ लगातार बलात्कार किया गया. जिले के पुलिस अधीक्षक रवि सभरवाल का कहना है कि हमने इन लड़कियों को बरामद कर मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया था. जहां पर मजिस्ट्रेट के समक्ष 164 के बयान में इन्होंने बलात्कार जैसी कोई बात नहीं कही थी और कहा था कि वे अपनी मर्जी से इन लड़कों के साथ गई थीं. क्योंकि उनके घरवाले उनके साथ मारपीट करते थे.

पुलिस ने दोनों लड़कियों को बारां में मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया. दोनों के 164 के बयान हुए. उन्होंने लड़कों के साथ अपनी मर्जी से जाने का की बात कही. अपने माता-पिता पर मारपीट करने का आरोप लगाया. इसके बाद दोनों लड़कियों को सखी केंद्र भेज दिया गया. 4 दिन बाद उन्हें परिजनों को सौंप दिया गया. घर आने के बाद दोनों नाबालिग लड़कियों ने आरोप लगाया है कि आरोपी लड़के उन्हें कोटा, जयपुर और फिर अजमेर ले गए. तीन दिन तक उनके साथ गैंगरेप किया गया. उनके साथ गलत काम करने में दो-तीन लड़के और भी शामिल थे. पुलिस के सामने कुछ बोलने पर आरोपियों ने जान से मारने की धमकी दी थी.

उधर, आरोपियों को पुलिस ने थाने से छोड़ दिया. नाबालिग लड़कियों का पिता खुद गाड़ी कर पुलिस के साथ गया था. लड़कियों का पिता अब इंसाफ मांग रहा है. दोनों बहनों की उम्र 13 और 15 वर्ष है. दोनों बहनों का आरोप है कि उन्हें सखी केंद्र में भी धमकाया गया था. पीडित लड़कियों के पिता का कहना है कि उनकी बेटियों के साथ गलत हुआ है. लेकिन पुलिस ने आरोपियों को छोड़ दिया. वह न्याय की मांग कर रहे हैं.

डॉ प्रियशील हाड़ा ने इस मामले पर राजस्थान सरकार से जवाब मांगा ,भाजपा का कहना है कि कांग्रेस के राज में बलात्कार की घटनाएं बढ़ रही हैं और पीड़ितों को इंसाफ नहीं मिल रहा है.
डॉ .हाड़ा ने इस मामले पर कहा कि क्या राजस्थान में गरीबों के लिए कोई कानून नहीं है. 13 और 15 साल की नाबालिग लड़कियों के साथ दरिंदगी हुई है और उस मामले को दबाने की कोशिश शर्मनाक है. ये लड़कियां अकेली नहीं पूरा राजस्थान इनके साथ है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी से मैं कड़ी कार्रवाई की मांग करता हूं.

अनीश मोयल
जिला मीडिया प्रभारी
भाजपा,अजमेर

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