जीवन की सही राह दिखाता है साहित्य -उमेश चौरसिया

उमेश चौरसिया
केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा 12 से 17 अक्टूबर तक आयोजित हुए ‘रीडींग वीक‘ के तहत संस्कृति स्कूल में दसवीं के विद्यार्थियों के लिए ‘साहित्य एवं मानसिक स्वास्थ्य‘ विषय पर केन्द्रित वेबिनार का आयोजन आज हुआ। वेबिनार को संबोधित करते हुए प्रख्यात साहित्यकार उमेश कुमार चौरसिया ने कहा कि सत्साहित्य मन को जीवन की सही राह दिखाने का काम करता है। महात्मा गांधी के जीवन प्रसंग को उद्घृत करते हुए उन्होंने बताया कि विश्वभर के प्रसिद्ध विचारकों को चाहे आपने देखा भी नहीं हो, किन्तु उनके विचार पुस्तकों के माध्यम से जानकर अपने जीवन की चुनौतियों का सामना करने की क्षमता प्राप्त की जा सकती है। पुस्तकों से जीवन परिवर्तन के अनेक उदाहरण देते हुए चौरसिया ने कहा कि वर्तमान समय की विषम परिस्थितियों में अनेक विद्यार्थियों में तनाव, डर और निराशा के भाव देखे जा रहे हैं, ऐसे में स्वामी विवेकानन्द जैसे महापुरूषों की प्रेरक जीवनी और श्रेष्ठ लेखकों के उपन्यास, कहानियां, नाटक आदि साहित्य सकारात्मक सम्बल दे सकते हैं। विद्यार्थियों को रोजाना अच्छा साहित्य पढ़ने की आदत बनानी चाहिए। प्रश्न सत्र में उन्होंने विद्यार्थियों के बाल नाटक, मातृभाषा में शिक्षण, शिक्षा नीति, आॅनलाइन शिक्षा इत्यादि से संबंधित अनेक प्रश्नों का रोचक कथानकों के द्वारा समाधान भी बताया। वेबिनार का संचालन डाॅ सीमा व्यास ने किया।

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