70 साल में सर्वाधिक नकारा, निकम्मी, अक्षम व भ्रष्ट राज्य सरकार: देवनानी

प्रो. वासुदेव देवनानी
अजमेर, 17 दिसम्बर।
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं विधायक वासुदेव देवनानी ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार को 70 साल के इतिहास में सर्वाधिक नकारा, निकम्मी, अक्षम व भ्रष्ट सरकार बताते हुए सरकार के दो साल के कार्यकाल में राजस्थान को हर क्षेत्र में बदहाल अवस्था में पहुंचाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पूरे दो साल कांग्रेस के पदाधिकारी, मंत्री व विधायकों की आपस में ही खींचतान व लड़ाई चलती रही जिसकी बदौलत प्रदेश का विकास पूरी तरह ठप्प हो गया लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस दौरान दो कीर्तिमान जरूर बनाए। पहला तो गांधी परिवार को खुश करने व खुद के नम्बर बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी की हर बात पर आलोचना करना और दूसरा 32 दिनों तक मंत्रियों व विधायकों की बाड़ेबंदी करना। सरकार के दो साल के कार्यकाल में कहीं पर भी शासन व सरकार नजर नहीं आई।
देवनानी ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण आमजन की कमर टूट गई, बदइंतजामियों के कारण मरीज अस्पतालों में परेशान हो रहे है जबकि मुख्यमंत्री गहलोत छः महिने से अपने घर से ही सरकार चला रहे है। सरकार कोरोना की सैम्पलिंग कम करके संक्रमण दर नियंत्रित होने का झूठा भ्रम फैलाकर आमजन के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रही है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार दो साल के शासन में आर्थिक प्रबंधन में भी बिल्कुल विफल साबित हुई है। कभी सरकारी कर्मचारियों का वेतन काटा गया तो अब सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को पोषाहार में दिये जाने वाले दूध पर ही कैंची चला दी। पंचायत संस्थाओं के घोषित बजट भी आंवटित नहीं किये गये। किसानों के सम्पूर्ण कर्ज को माफ करने व बेरोजगारों को भत्ता दिये जाने की घोषणा भी छलावा साबित हुई। पीडब्ल्यूडी द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में बनाई जाने वाली सड़के जिनके कार्यादेश तक जारी हो गये उनके कार्य भी शुरू नहीं हो सके। सरकार ने पिछले दो बजटों में सवा लाख नई नौकरियां देने की घोषणा की जिसकी चैथाई भी अभी तक विज्ञापित नहीं हुई। अब तक जो भी नियुक्तियां दी गई वो सभी विगत भाजपा सरकार द्वारा विज्ञापित थी। देवनानी ने कहा कि दो साल के शासन में प्रदेश में केवल और केवल उन्हीं योजनाओं के काम हुए जिनके लिए केन्द्र सरकार ने बजट आंवटित किया या फिर भाजपा सरकार की योजनाओं के नाम बदलकर पुनः चालू की गई। इतना ही नहीं कई योजनाओं पर काम इस कारण भी शुरू नहीं हो सके कि राज्य सरकार उनके लिए अपने हिस्से की राशि तक नहीं जुटा सकी। उन्होंने कहा कि सरकार ने अपने दो साल के कार्यकाल में सरकारी मशीनरी का जरूर जमकर दुरूपयोग किया व राजनैतिक लाभ के लिए भी इस्तेमाल करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। चाहे पंचायतराज के चुनाव हो चाहे नगरीय निकायों के चुनाव सब जगह मनमाने तरीके से वार्डो के परिसीमन करवाए फिर भी जनता ने कांग्रेस को नकार दिया।
देवनानी ने कहा प्रदेश में कांग्रेस की सरकार दिसम्बर, 2018 में बनी है तब से लेकर कानून व्यवस्था दिन-प्रतिदिन विकराल रूप लेकर पूर्णतया बिगड़ चुकी है तथा 2 साल के कार्यकाल में आमजन, महिलाओं, दलितों एवं आदिवासियों के प्रति अत्याचार में आश्चर्यजनक रूप से बढोतरी हुई है। थानागाजी, सरदारशहर, टांेक, बारां एवं अजमेर सहित प्रदेश के प्रत्येक जिले में दुष्कर्म की घटनाएं नित-प्रतिदिन घटित होती रही है। करौली के बूकना गाँव में पूजारी को जिंदा जलाकर मार दिया। अलवर में डीप फ्रीजर में जलाकर सेल्समैन की हत्या। इतना ही नहीं बजरी माफियाओं की लूट में पुलिस की हिस्सेदारी बेहद शर्मनाक है। भ्रष्टाचार के आरोप में बारां कलेक्टर संदेह के घेरे में। विगत भाजपा सरकार ने किसानों को राहत देते हुए विद्युत बिलों में 10 हजार रूपये तक की छूट दी, जिसे कांग्रेस सरकार ने आते ही समाप्त कर दिया । यही नहीं आज राजस्थान के किसानों को वीसीआर भरने के नाम पर परेशान किया जा रहा है और बिजली के बिलों में बेतहाशा वृद्धि कर राजस्थान के किसान और जनता को लूटा जा रहा है। पड़ौसी राज्यों की तुलना में राजस्थान में पेट्रोल, डीजल सबसे महंगा बिक रहा है।

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