हर वर्ग की उम्मीद पर खरी उतरी सरकार, पूरे किए जन घोषणा पत्र के आधे से ज्यादा वादे राज्य सरकार के दो वर्ष

अजमेर, 22 दिसम्बर। जिले के प्रभारी एवं कृषि मंत्री श्री लालचन्द कटारिया तथा चिकित्सा व जनसम्पर्क मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार दो साल में प्रदेश के हर वर्ग की उम्मीदों पर खरी उतरी है। सरकार ने जन घोषणा पत्र में जो वादे किए थे । उनमें से आधे से अधिक वादे पूरे किए जा चुके है। हम समाज के प्रत्येक वर्ग को केन्द्र में रखकर जन हितैषी काम कर रहे हैं। पूरे देश ने देखा है कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में राजस्थान सरकार ने कोरोना महामारी से बचाव के लिए शानदार प्रबन्धन किया है। हमने चिकित्सा के क्षेत्र में बेहतरीन काम तो किया ही साथ ही मानवता की सेवा के लिए ना किसी को भूखा सोने दिया और ना ही किसी प्रवासी श्रमिक को पैदल चलने दिया। राजस्थान सरकार ने सड़कों पर पैदल चलने वाले श्रमिकों को शेल्टर होम में ठहराया और उन्हें उनके गंतव्य स्थान तक भी पहुंचाया। किसानों की कर्जा माफी सहित कई ऎसे निर्णय हैं जो राज्य सरकार ने तय समयसीमा में पूरे किए हैं।

प्रभारी एवं कृषि मंत्री श्री लालचन्द कटारिया तथा चिकित्सा व जनसम्पर्क मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने राज्य सरकार के दो साल पूरे होने पर आज राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के रीट कार्यालय भवन में पत्रकारों से बातचीत की।

चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में दो वर्षों में कोरोना प्रबंधन सहित विभिन्न क्षेत्रों में अभूतपूर्व कार्य किया है। प्रदेश में कोरोना बीमारी की शुरूआत में कोविड-19 की जांच का अभाव था। उस समय सैंपल जांच के लिए बाहर भेजे जाते थे। राज्य सरकार ने आपदा को अवसर में बदलते हुए अपनी टेस्टिंग क्षमता और चिकित्सा व्यवस्था को जबरदस्त रूप से सुदृढ किया। आज राजस्थान में प्रतिदिन 60 हजार टेस्टिंग करने की क्षमता है। इसे शीघ्र ही एक लाख टेस्ट प्रतिदिन करने तक विस्तारित किया जाएगा। राज्य में आरटीपीसीआर तकनीक से जांच की जा रही है। यह जांच विश्वसनीय है। लॉकडाउन एवं अनलॉक की प्रक्रिया के दौरान राजस्थान में हैल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया गया है। संक्रमण रोकने का भीलवाडा एवं रामगंज मॉडल सबके लिए प्रेरणादायक रहा।

उन्होंने कहा कि प्रारम्भिक अवस्था से ही रेपिड रेस्पोंस टीमों का गठन किया गया। इससे कोरोना मरीजों को समय पर उपचार संभव हो पाया। राज्य सरकार द्वारा निर्धारित कोविड मेनेजमेंट एवं ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल की प्रत्येक स्तर पर सराहना की गई। राज्य में पहली बार चार दवाओं के कोम्बिनेशन से कोरोना के उपचार का मार्ग प्रशस्त किया गया। प्लाज्मा थैरेपी आरम्भ होने से कई जीवन बचाना संभव हो पाया। राज्य सरकार ने कोरोना के उपचार में किसी प्रकार की संसाधन की कमी नहीं आने दी। मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा योजना में स्वीकृत दवाओं के अलावा 40 हजार तक की राशि के इंजेक्शन निःशुल्क उपलब्ध करवाए गए। इन्हें प्रत्येक स्तर पर भेजा गया है ताकि कोरोना मरीज की जान बचाई जा सके।

उन्होंने कहा कि राजकीय चिकित्सालयों में ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित की गई। लिक्विड ऑक्सीजन के प्लांट भी लगाए गए। जिला मुख्यालय के साथ-साथ केकड़ी, नसीराबाद, ब्यावर एवं किशनगढ़ में भी ऑक्सीजन प्लांट की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। जिले में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन सिलेण्डर, बैड, आईसीयू बैड तथा वेंटीलेटर उपलब्ध है। राज्य सरकार द्वारा किए गए प्रयासों के कारण ही हमारी रिकवरी दर शानदार है। साथ ही मृत्युदर भी सबसे कम है।

उन्होंने कहा कि अभी भी कोरोना का खतरा टला नहीं है। इसके नए रूप में सामने आने की आशंका है। इसलिए इससे बचाव आवश्यक है। सरकार की प्राथमिकता कोरोना से होने वाली जनहानि को रोकना है।

प्रभारी मंत्री श्री लालचंद कटारिया ने कहा कि राज्य सरकार के सामने कोरोना एक बड़ी चुनौती बनकर आया। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में सबके सहयोग से इस पर नियंत्रण पाने का प्रयास किया गया। सरकार ने मानवता की सेवा के लिए प्रण किया कि कोई भूखा नहीं सोए, इसके लिए निचले स्तर तक मजबूत बनाकर काम हुआ। प्रदेश में किसी को भी भूखा नहीं सोने दिया गया। इसी तरह पैदल चलने वाले प्रवासी श्रमिकों को वाहनों में बैठाकर उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाया गया। सरकार ने घोषणा पत्र के अनुसार कार्य किया है तथा आधे से अधिक वादे पूरे किए है।

उन्होंने कहा कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत प्रत्येक व्यक्ति तक राशन की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। एनएफएसए के तहत लोगों को लाभ दिया गया है। सड़क, पानी, बिजली और स्वास्थ्य सहित कई ऎसे जनहित कार्य निर्णय है जिन पर राज्य सरकार ने संवेदनशील होकर समयबद्ध होकर काम किया। पेंशन एवं अन्य योजनाओं से आमजन को लाभान्वित किया गया।

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