अजमेर, 7 जनवरी। ग्रामीण क्षेत्रों को खुले में शौच से मुक्त करने के लिए नाबार्ड का अभियान जारी है। इसके तहत देश के दो हजार गांवों में स्वच्छता साक्षरता अभियान चलाया जा रहा है। ग्रामीणों को खुले में शौच से मुक्ति के लिए इसके फायदे व नुकसान के बारे में उनके घरों तक जाकर जानकारी दी जा रही है।
नाबार्ड की जिला विकास प्रबन्धक श्रीमती शिल्पी जैन ने बताया कि अभियान के तहत गांव-गांव जाकर ग्रामीणों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जा रहा है। ग्रामीणों को समझाया जा रहा है कि स्वच्छ जीवन ही खुशहाल जीवन जीने का सही तरीका है। गांव के हर घर में शौचालय का होना मतलब बीमारियों का दूर रहना और परिवार का स्वस्थ रहना। यदि हम अपने घर की बेटियों, बहनों, माँ और बच्चों की सुरक्षा और सेहत का ख्याल रखना चाहते हैं तो हमें घर में शौचालय बनवाना ही होगा। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में आयोजित कार्यक्रमों में फिल्म, पोस्टर व बैनर के माध्यम से ग्रामीणों को शौचालय निर्माण तथा प्रयोग के विषय की जानकारी दी गई हैै।
बैंक ऑफ बड़ौदा के द्वारा शौचालय निर्माण के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकों द्वारा प्रदान किए जाने वाले ऋणों के बारे में बताया जा रहा है। ग्रामीणों को सरकार की सामाजिक सुरक्षा योजनाओं, सुकन्या, जनधन आदि के सम्बन्ध में जानकारी दी जा रही है। इसके बारे में विस्तार से बताया गया ।
आज आयोजित कार्यक्रम में आर सेटी के डायरेक्टर सौरभ गुप्ता सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।