ई-इपिक के माध्यम से भी हो सकेगी पहचान प्रमाणित

अजमेर, 24 जनवरी। मतदाता पहचान पत्र के डिजिटल फॉर्मेट ई-इपिक को माध्यम से भी पहचान प्रमाणित की जा सकेगी। ई-इपिक योजना राष्ट्रीय मतदाता दिवस 25 जनवरी से आरम्भ होगी।

उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री कैलाश चन्द्र शर्मा ने बताया कि भारत निर्वाचन आयेग द्वारा 11 वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस के उपलक्ष्य में 25 जनवरी से ई-इपिक योजना का शुभारम्भ किया जा रहा है। ई-इपिक मतदाता पहचान पत्र को डिजिटल फॉर्मेट पीडीएफ में प्राप्त करने का एक वैकल्पिक एवं त्वरित विकल्प है। यह मतदाता पहचान के लिए दस्तावेज के प्रमाण के रूप में समान रूप से मान्य है। मतदाता ई-इपिक अपनी सुविधानुसार अपने मोबाइल व कम्प्यूटर के माध्यम से डाउनलोड कर संग्रहित या प्रिंट कर सकते है तथा मतदान के दौरान इसे प्रमाण के रूप में उपयोग भी कर सकते हैं।

उन्होंने बताया कि निर्वाचन आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देशानुसार प्रथम चरण 25 जनवरी से प्रारम्भ होकर 31 जनवरी तक आयोजित किया जाएगा। इसमें पुनरीक्षण कार्यक्रम 2021 के अन्तर्गत पंजीकृत ऎसे मतदाता जिनके यूनिक मोबाईल नम्बर मतदाता सूची के डेटाबेस में उपलब्ध है, उन्हें एसएमएस से ई-इपिक डाउनलोड करने का संदेश प्राप्त होगा। संबंधित मतदाता ओटीपी आधारित प्रक्रिया के अनुसार ई-इपिक डाउनलोड कर इसे अपने पास डिजी लॉकर या प्रिंट प्राप्त कर सुरक्षित रख सकेंगे। जिले में इस प्रकार के मतदाताओं की संख्या 7749 है।

उन्होंने बताया कि मतदाता सूची में पंजीकृत शेष मतदाताओं द्वारा एक फरवरी 2021 से द्वितीय चरण के अन्तर्गत निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार ई-इपिक डाउनलोड किए जा सकेंगे। मतदाता ई-इपिक को वोटर हैल्पलाईन मोबाईल एप, वोटरपोर्टल तथा एनवीएसपी पोर्टल के माध्यम से डाउनलोड कर सकते हैं।

उन्होंने बताया कि जिन मतदाताओं का मोबाईल नम्बर पंजीकृत नहीं है उन्हें पहले भारत निर्वाचन आयोग के पोर्टल पर ई-केवाईसी ऑप्शन में फेसियल रिकोगनाईजेशन केवाईसी की प्रक्रिया द्वारा खुद का ई-केवाईसी करवाना होगा। यदि किसी मतदाता का किसी कारण से ई-केवाईसी नहीं हो पाता है तो वे मतदाता अपने फोटो आईडी प्रूफ के साथ अपनी विधानसभा निर्वाचक क्षेत्र के निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण कार्यालय में उपस्थित होकर अपना मोबाईल नम्बर मतदाता सूची के डेटाबेस में अपडेट करवा सकते है।

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