राजस्थान को आगे बढऩे से कोई रोक नहीं सकता-मुख्यमंत्री

गहलोत माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान के समारोह को सम्बोधित करते हुए

अजमेर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि राज्य के हर क्षेत्र में आधारभूत सुविधाओं का तेजी से विस्तार हो रहा है और अब राजस्थान को आगे बढऩे से कोई रोक नहीं सकता। शिक्षा हमारी प्राथमिकता है, बिना शिक्षा के कोई भी समाज, राज्य तथा देश आगे नहीं बढ़ सकता। शिक्षा जगत में यहां माहौल तेजी से बनने लगा है।
मुख्यमंत्री श्री गहलोत आज माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर में नवनिर्मित राजीव गांधी विद्या भवन के लोकार्पण एवं अकादमिक स्टॉफ ट्रेनिंग कॉलेज व राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा कार्यालय के उद्घाटन के पश्चात बोर्ड के सभाभवन में आयोजित समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शिक्षा के स्तर में निरन्तर सुधार हो रहा है और राज्य में केन्द्रीय विश्वविद्यालय, आई.आई.एम., आई.आई.टी. खुल चुके हं। ऐसे संस्थानों का पूर्व में राज्य में नामोनिशान नहीं था।

गहलोत नवीन राजीव गांधी विद्या भवन का लोकर्पण करते हुए

मुख्यमंत्री ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए राज्य में विशेष प्रयास किये गये हंै और उनके बजट में कई घोषणाएं की गई हंै, जिनकी क्रियान्विति तेजी से की जा रही है। स्कूली शिक्षा जिनमें दसवीं व मिडिल स्कूल की छात्राएं जो मेरिट में स्थान ले रही हंै, उनको 56 हजार लैपटॉप 14 इंच के देने का निर्णय राज्य सरकार ने लिया है । इस वर्ष वितरित किये जा रहे हैं और अगले साल की भी घोषणा की जा चुकी है । इस पर 330 करोड़ रूपये खर्च होंगे। उन्होंने घोषणा की कि 12 वीं कक्षा उत्तीर्ण करने वाले मेघावी एक लाख छात्र-छात्राओं को 5 साल तक 500 रूपये प्रतिमाह की सहायता सरकार द्वारा दी जायेगी, पूर्व में एक लाख रूपये की आय वाले परिवार के बच्चों को इसमें शामिल किया गया था लेकिन आज उन्होंने ढाई लाख रूपये की वार्षिक आय वाले परिवारों के बच्चों को इसमें सहायता देने की घोषणा की। उनका प्रयास है कि शिक्षा में ऐसा वातावरण बन,े जिससे सूचना तकनीकी क्षेत्र का अधिकतम उपयोग हो और नौजवानों में आपस में प्रतियोगिता बढ़े।

गहलोत को एक करोड़ रूपये का चैक भेंट करते हुए बोर्ड के अध्यक्ष डॉ सुभाष गर्ग

गहलोत ने कहा कि जिस प्रकार राज्य सरकार के चार साल बेमिसाल हैं उसी प्रकार माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा नवनिर्मित राजीव गांधी विद्या भवन बेमिसाल है। पूरे देश में इस प्रकार का एकेडमी स्टॉफ ट्रेनिंग कॉलेज एक मात्र बताया गया है जिसका पूरा उपयोग होगा । राज्य में सबसे पहले सूचना का अधिकार लागू किया गया अब कोई भी आम व्यक्ति सूचना प्राप्त कर सकता है । फूड स्क्यूरीटी एक्ट शुरू हुआ मनरेगा एक्ट के माध्यम से प्रत्येक हाथ को 100 दिन का रोजगार दिया जा रहा है । राज्य के तीन लाख नौजवानों को कौशल विकास एवं प्रशिक्षण के लिए 150 करोड़ रूपये खर्च कर 16 विभिन्न कम्पनियों के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जा रहा है, इसके लिए कम्पनी से अनुबंध किया गया है। इसके पीछे राज्य सरकार की सोच है कि राज्य में शिक्षा के हर क्षेत्र में समन्वित प्रयास हों। पूर्व के वर्षों में राजस्थान बालक शिक्षा में औसत से नीचे था, हम सभी ने प्रयास किया इससे राज्य औसत शिक्षा से आगे बढ़ा और उस वक्त के प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने इसके लिए राज्य सरकार को बधाई दी। शिक्षा के क्षेत्र में माहौल बनने से निजी क्षेत्र में शिक्षा संस्थान आगे आ रहे हंै। उन्होंने माध्यमिक शिक्षा बोर्ड सहित सभी से कहा कि भर्ती सहित अन्य परीक्षाओं में किसी भी प्रकार की गलतियां नहीं रहें, जिससे न्यायालय को स्थगन देना पड़े। प्रत्येक कार्य पूर्ण पारदर्शिता के साथ शुद्घ हो । उन्होंने माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की कार्यप्रणाली की तारीफ की और कहा कि वर्ष 1958 में 31 हजार 235 परीक्षार्थी विभिन्न परीक्षाओं में बैठते थे, जिनकी संख्या आज 20 लाख हो गई है। मूल्य आधारित शिक्षा पर ध्यान दिया जा रहा है, ऑनलाईन कार्य आई.टी. क्रांति से हुए हैं। इसी वजह से उन्होंने प्रत्येक विभाग को अपने बजट का तीन प्रतिशत खर्चा आई.टी. क्षेत्र में करने की छूट दे रखी है।

गहलोत को शिक्षा बोर्ड कर्मचारी सूत की विशाल माला पहनाते हुए

मुख्यमंत्री ने कहा कि गांव में प्रतिभाएं हंै, शिक्षक यहां पर पहुंचे और अपना धर्म निभायें, जिससे उन्हें भी अच्छी शिक्षा मिले। मुख्यमंत्री श्री गहलोत ने कहा कि सामाजिक सुरक्षा के क्षेत्र में राजस्थान पूरे देश में सबसे आगे है। निशुल्क दवा योजना, यहां तक की मूक पशुओं को भी निशुल्क दवा वितरण पूरे देश के लिए एक प्रेरणादायी है। 3400 करोड़ रूपये का ऋण लेकर गरीबों के मकान बनवाये जा रहे हंै। उनके पूर्व कार्यकाल में मदरसा बोर्ड का गठन किया गया उस वक्त 419 मदरसे जुड़े अब हजारों मदरसे इससे जुड़ चुके हैं। इन मदरसों को 10 करोड़ रूपये की सहायता दी जा रही है। उन्होंने माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के कर्मचारियों की मांगों पर सहानूभूति पूर्वक निर्णय करने को कहा और बताया कि ये कर्मचारी चुनौतियों को स्वीकार कर कार्य कर रहे हंै।
गहलोत ने शिक्षा मंत्री श्री बृज किशोर शर्मा व शिक्षा राज्य मंत्री श्रीमती नसीम अख्तर इंसाफ के साथ इन भवनों का लोकर्पण व उद्घाटन किया।

माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के समारोह में मौजूद अतिथिगण

समारोह की अध्यक्षता करते हुए शिक्षा मंत्री श्री बृजकिशोर शर्मा ने कहा कि श्री गहलोत आम आदमी के मुख्यमंत्री के रूप में साबित हुए हंै, जिन्होंने बजट की घोषणा के अनुरूप तत्काल क्रियान्विति भी कर दी, जिसका परिणाम माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के ये भवन हंै। मुख्यमंत्री एक के बाद एक लोक कल्याणकारी घोषणा कर रहे हंै, जिनका धरातल पर क्रियान्वन भी हो रहा है। गत वर्ष स्कूली छात्राओं को डेढ़ लाख साईकिल का वितरण किया गया, इस वर्ष ढाई लाख छात्राओं को निशुल्क साईकिल वितरित की जा रही हंै, जिससे वे अपने घर से स्कूल पहुंच सकें। गार्गी पुरस्कार की राशि बढ़ाई गई है । तृतीय श्रेणी के शिक्षकों की भर्ती की गई है । 15 हजार शिक्षकों को नियुक्ति दी गई है। सैकेण्ड गे्रड के 9 हजार शिक्षकों की भर्ती हुई है । ढ़ाई हजार स्कूली व्याख्याताओ के भर्ती का कार्य लोक सेवा आयोग द्वारा किया जा रहा है।

माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान अजमेर का नवनिर्मित राजीव गांधी विद्या भवन

समारोह की विशिष्ठ अतिथि श्रीमती नसीम अख्तर इंसाफ ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री गहलोत के चार वर्ष में 500 उपलब्धियां व घोषणाएं की गई जो आमजन के सम्मुख है आधुनिक शिक्षा से बच्चों को जोडऩे के लिए हर स्तर पर प्रयास किये जा रहे हंै। उच्च प्राथमिक, माध्यमिक, उच्च माध्यमिक स्तर पर नये विद्यालय खोले और क्रमोन्नत किये गये हंै।
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान के अध्यक्ष श्री सुभाष गर्ग ने गत वर्षों में बोर्ड द्वारा की गई प्रगति का लेखाजोखा बताया और कहा कि सभी के सहयोग से बोर्ड ने उपलब्धि हांसिल की है । वर्ष 1991 से 2000 तक का डाटा ऑन लाईन शीघ्र कर दिया जायेगा, जिससे विद्यार्थी आठ विभिन्न सेवा केन्द्रों से अपनी अंकतालिका आकर ले सकेंगे। बोर्ड ने जीनियस स्टूडेंट कांग्रेस का गठन किया है, जिसका जनवरी में अधिवेशन होगा। परिवार की एक मात्र छात्रा जो शिक्षा के क्षेत्र में 12वी व दसवीं में मेरिट प्राप्त करेगी उन्हें क्रमश: 31 व 21 हजार रूपये की राशि सहायता बतौर दी जायेगी। परीक्षकों का भुगतान ऑनलाईन किया जा रहा है।
प्रारम्भ में मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत, शिक्षा मंत्री श्री बृजकिशोर शर्मा, मुख्य सचेतक डॉ. रघु शर्मा, शिक्षा राज्य मंत्री श्रीमती नसीम अख्तर इंसाफ ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। समारोह में संसदीय सचिव श्री ब्रहमदेव कुमावत, किशनगढ़ के विधायक श्री नाथूराम सिनोदिया, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के सदस्य व विधायक श्री ओम जोशी, संभागीय आयुक्त श्रीमती किरण सोनी गुप्ता, पुलिस महानिरीक्षक श्री अनिल पालीवाल, जिला कलक्टर श्री वैभव गालरिया, पुलिस अधीक्षक श्री राजेश मीना, पूर्व मंत्री सर्वश्री जसराज जयपाल व ललित भाटी, पूर्व विधायक सर्वश्री गोपाल बाहेती, हाजी कयूम खान, डॉ. राजकुमार जयपाल, अजमेर के महापौर श्री कमल बाकोलिया, नगर सुधार न्यास के अध्यक्ष श्री नरेन शाहनी भगत, अजमेर डेयरी के अध्यक्ष श्री रामचन्द्र चौधरी, श्री महेन्द्र सिंह रलावता सहित केन्द्रीय विश्वविद्यालय, महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय तथा वेटनेरी विश्वविद्यालय बीकानेर के कुलपति सहित जनप्रतिनिधि, माध्यमिक शिक्षा निदेशक वीणा प्रधान एवं अधिकारी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत को माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से एक करोड़ रूपये का चैक मुख्यमंत्री सहायता कोष में बोर्ड के अध्यक्ष व कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने भेंट किया। बोर्ड कर्मचारी संघ के अध्यक्ष एवं अन्य पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री को सूत की विशाल माला भेंट की । बोर्ड के सचिव श्री मिरजूराम शर्मा ने आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर बोर्ड द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।

अजमेर का पूरी दुनिया में विशेष महत्व है-मुख्यमंत्री
अजमेर। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कहा कि अजमेर का पूरी दुनिया में एक विशेष महत्व है और इस जिले का तेजी से विकास हो रहा है। ख्वाजा साहब की दरगाह और पवित्र पुष्कर होने से यहां पूरी दुनिया के जायरीन और श्रद्घालु यहां आते हैं।
गहलोत ने माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान के समारोह में कहा कि अजमेर में हवाई अड्डा शीघ्र बनेगा। राज्य सरकार ने हमेशा यहां के विकास का ध्यान रखा है। उन्होंने स्वयं ने हवाई अड्डे के एम.ओ.यू. पर हस्ताक्षर किये थे। इसके बन जाने के बाद किशनगढ़-अजमेर की दूरी कम हो जायेगी। गहलोत ने कहा कि ऐसे स्थानों पर कानून व्यवस्था मजबूत हो गुंडागर्दी नही हो, तभी बाहर के व्यक्ति अजमेर में आना पंसद करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार सभी 33 जिलों का सन्तुलित विकास कर रही है और पारदर्शिता, जबाबदेही व संवेदनशीलता का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने समारोह में मौजूद सभी का आव्हान किया कि वे राज्य सरकार की लोक कल्याणकारी योजनाओं व इसकी उपलब्धियों की जानकारी आमजन तक पहुंचायें तभी इनकी सार्थकता है। उन्होंने यह भी कहा कि इसमें किसी प्रकार की राजनीति नहीं आनी चाहिए । आमजन को इस योजना से लाभ मिले उन तक पहुंचा हम सभी का कर्तव्य है।

गहलोत सर्किट हाउस में नागरिकों से मिले
अजमेर। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत आज अजमेर में राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड परिसर में आयोजित समारोह में भाग लेने के बाद सर्किट हाउस आये और नागरिकों से मिले। इस दौरान शिक्षा मंत्री श्री बृज किशोर शर्मा, शिक्षा राज्यमंत्री श्रीमती नसीम अख्तर इंसाफ, मुख्य सचेतक डॉ. रघु शर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधि साथ थे। मुख्यमंत्री ने जिला सरपंच अध्यक्ष श्री भूपेन्द्र सिंह राठौड़, श्री तेज सिंह, श्री किशन गुर्जर एवं अन्य ग्रामीण जनप्रतिनिधियों से मुलाकात कर ब्लॉक स्तर पर सड़कों के निर्माण व मरम्मत कार्यों को शुरू कराने, रिवॉल्विंग फंड के उपयोग तथा पीसांगन पंचायत समिति को डार्क जॉन से मुक्त करने आदि मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने श्री मुरली मनोहर व अन्य मौजूद नागरिकों से भी मुलाकात की। इस अवसर पर नगर निगम के मेयर श्री कमल बाकोलिया, नगर सुधार न्यास के अध्यक्ष श्री नरेन शाहनी भगत, संभागीय आयुक्त श्रीमती किरण सोनी गुप्ता, भारतीय प्रशासनिक सेवा से सेवानिवृत अधिकारी, अजमेर के पूर्व संभागीय आयुक्त श्री अतुल शर्मा, आई.जी. श्री अनिल पालीवाल, जिला कलक्टर श्री वैभव गालरिया, पुलिस अधीक्षक श्री राजेश मीना, जिला रसद अधिकारी किशोर कुमार, जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य अभियंता श्री सी.एम. चौहान, अधीक्षण अभियंता एल.के. करोल, सी.एस. छबलानी सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।

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