मिली भगत से राजकीय कोष का दुरुपयोग हो रहा है – कीर्ति पाठक

आज दिनांक 23-11-21 को आम आदमी पार्टी अजमेर द्वारा स्मार्ट सिटी अजमेर के कार्यों में हो रहे भ्रष्टाचार और घोटालों का खुलासा एक महत्वपूर्ण प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करके किया गया।
प्रदेश महिला शक्ति कीर्ति पाठक ने बताया कि सावित्री बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत करोड़ों रुपए का कार्य हुआ था , जहां पर नियमानुसार बिजली व पानी का अलग से अस्थाई रूप से कनेक्शन ले कर कार्य करवाया जाना चाहिए था परंतु ठेकेदार द्वारा ऐसा ना कर के स्कूल के बिजली व पानी के कनेक्शन द्वारा ही स्मार्ट सिटी के अंतर्गत होने वाला निर्माण कार्य करवाया गया और स्कूल प्रधानाध्यापिका की सहमति से उस कार्य के एवज में मात्र 2 माह का 18 हजार का बिल ठेकेदार द्वारा जमा करा कर इतिश्री कर दी गयी।
कीर्ति पाठक ने कहा कि सहयोगी साथी तरुण अग्रवाल ने आरटीआई के तहत स्कूल के दो सालों के बिजली के बिल लिए हैं जो कि दो लाख रुपए से ज़्यादा के हैं और आश्चर्य की बात ये है कि जब सम्पूर्ण प्रदेश में लॉक्डाउन लगा हुआ था तब भी स्कूल के मीटर की रीडिंग ये बता रही है कि बिजली का उपभोग सामान्य से ज़्यादा हो रहा था और ठेकेदार द्वारा दो माह के बिजली के बिल को भरना ये दर्शाता है कि स्कूल प्रशासन द्वारा ठेकेदार को स्कूल की बिजली उपयोग करने दी गयी जो कि बिजली बेचने की श्रेणी में आता है।
कीर्ति पाठक ने स्मार्ट सिटी अधिकारियों पर ठेकेदार द्वारा किए गए भ्रष्टाचार की ओर से आँखें मूँदने का आरोप लगाते हुए उन को भी कठघरे में लिया और कहा कि ये सब स्मार्ट सिटी के अधिकारियों और ठेकेदार की मिलीभगत की ओर इशारा करता है।

एडवोकेट तरुण अग्रवाल ने बताया कि हमें आरटीआई द्वारा यह जानकारी मिली है कि दिसंबर 2019 से अप्रैल 2021 तक सावित्री स्कूल अजमेर में स्मार्ट सिटी के तहत करोड़ों रुपए के विकास कार्य हुए थे जिसमें रिनोवेशन का काम था इस दौरान हम सभी लोग यह जानते हैं कि करोना महामारी के कारण लॉकडाउन रहा था और पूरे वर्ष कक्षाएं नहीं लगी थी लेकिन स्मार्ट सिटी का काम बिना रुके चल रहा था। इसी के तहत ठेकेदार को जिसका दायित्व भी है और नियम के अनुसार बिजली पानी का कनेक्शन अलग से लेना चाहिए था और उसका जो बिल आता है उसे खुद भुगतान करना चाहिए था। और स्कूल के कनेक्शन से उसका कोई भी लेना देना नहीं होना चाहिए। लेकिन हमें यह जानकारी प्राप्त हुई है और खुद प्राचार्य ने लिख कर भी दिया है कि ठेकेदार ने बिजली पानी का उपयोग स्कूल के कनेक्शन से किया। साथ ही प्राचार्य ने बिलो की कॉपियां भी उपलब्ध कराई है। जब हमने पूरे साल के बिल खंगाल कर देखें जहां लगभग ढाई लाख रुपए से ज्यादा के बिलों का भुगतान स्कूल प्रशासन ने ठेकेदार के लिए किया है। ना तो ठेकेदार ने बिजली का कनेक्शन अस्थाई रूप से लिया है और ना ही पानी का ।
यह साफ साफ दिखाई देता है कि इसमें ठेकेदार व स्कूल प्रशासन की मिलीभगत है अगर यह 2 लाख रुपए के स्कूल फंड को गबन कर सकते हैं तो फिर स्मार्ट सिटी अजमेर के नाम पर करोड़ों रुपए के कार्य हुए हैं उनका क्या हश्र हुआ होगा।
ज़िला अध्यक्ष मीना त्यागी ने बताया कि आम आदमी पार्टी अजमेर द्वारा कल ऐंटी करप्शन ब्यूरो में शिकायत दर्ज करवा कर कार्यवाही का अनुरोध किया जाएगा ।

पृथ्वी सिंह नरूका
मीडिया प्रभारी
आम आदमी पार्टी, जिला अजमेर

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