हिन्दू और हिन्दुत्व: राहुल और गहलोत कर रहे हैं मनघडंत एवं गलत व्याख्या-देवनानी

प्रो. वासुदेव देवनानी
जयपुर, 30 दिसंबर।
पूर्व शिक्षा मंत्री व विधायक अजमेर उत्तर वासुदेव देवनानी ने कहा कि कांग्रेसी नेता राहुल गांधी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हिन्दू और हिंदुत्व की मनघडंत और गलत व्याख्या कर रहे हैं। वे हिन्दू और हिन्दुत्व में भेद कर देश व समाज को बांटने को आमादा है, जो हिन्दुओं को किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं।
देवनानी ने कहा कि कांग्रेस और उसके नेताओं की हमेशा ही तुष्टिकरण की नीति रही है। साढे सात दशक पहले देश का विभाजन की दोषी कांग्रेस और उसके नेता एक बार फिर हिन्दू और हिन्दुत्व में भेद कर देश व समाज को बांटने का काम कर रहे हैं। इसके चलते वे अपने अपने ढंग से हिन्दू और हिन्दुत्व की व्याख्या करने में लगे हुए हैं। पहले जयपुर रैली में और इसकी पुनरावृत्ति मंगलवार को कांग्रेस के प्रशिक्षण शिविर के समापन सत्र को वर्चुअल तरीके से संबोधित करते हुए राहुल गांधी कर चुके है। मुख्यमंत्री गहलोत भी गांधी को खुश करने के लिए उनके स्वर में स्वर मिलाने से नहीं चूक रहे हैं।
गांधी के इसी बयान पर पहलटवार करते हुए देवनानी ने कहा कि हिन्दू और हिन्दुत्व में भेद करने का सीधा-सा मतलब है, देश और समाज को बांटना। लेकिन कांग्रेस को इसकी जरा-सी भी परवाह नहीं है। राहुल गांधी और गहलोत को सारी खामियां सिर्फ हिन्दुत्व में ही नजर आती हैं। हिन्दुत्व में विश्वास रखने वाला ही हिन्दू है। देश के प्रमुख साधु-संत और धर्माचार्य हिन्दुत्व के साथ खड़े हैं। ऐसे धर्माचार्यों का आशीर्वाद हिंदुत्ववादियों के साथ है और रहेगा।
देवनानी ने कहा कि दरअसल कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को हिन्दू व हिन्दुत्व के बारे में कोई ज्ञान नहीं है, इसके बावजूद हिन्दू और हिन्दुत्व के बारे में लगातार अनर्गल बयान दिए जा रहे हैं। हिन्दुत्व ना केवल हमारी सनातन संस्कृति का एक अहम् हिस्सा है, बल्कि हमारी जीवन जीने की शैली और हमारा दर्शन है। हिन्दुत्व और हिन्दू संस्कृति हमें जीने की कला के साथ सभ्यता और शालीनता सिखाती है।
देवनानी ने कहा कि गांधी और गहलोत लगातार यह साबित करने का कुत्सित प्रयास कर रहे हैं कि हिन्दुत्ववादी हिंसक हैं। गहलोत अपने आकाओं को खुश करने के लिए हिंदुत्ववादियों को नकली हिन्दू बता रहे हैं। उन्होंने कहा कि हिंदुत्व को हिंसा से जोड़कर कांग्रेस देश में खतरनाक खेल खेल रही है। कांग्रेस को हिंदुत्व में तो हिंसा नजर आती है, लेकिन मुस्लिम नेता असदुद्दीन ओवैसी के देश विरोधी बयानों पर कांग्रेस का एक भी नेता मुंह नहीं खोलता है। यदि राहुल गांधी, अशोक गहलोत सहित कांग्रेस के नेताओं में दम है, तो वे ओवैसी के देश विरोधी बयानों की निंदा करें। ओवैसी की तरह ही कई मुस्लिम नेता देश विरोधी बयान दे रहे हैं, लेकिन कांग्रेस और उसके नेता चुप्पी साधे बैठे हुए हैं।
एनएसयूआई प्रदेश सचिव की गिरफ्तारी कांग्रेस संलिप्तता का प्रमाण
कांग्रेस के पिछले तीन साल के राज में परीक्षा की ‘परीक्षा’ चल रही है। प्रदेश में पेपर लीक अब प्रचलन बन चुका है। सत्ता में बैठे राजनीतिक आकाओं की सरपरस्ती में राज्य में नकल माफिया गिरोहों के हौसले बुलंद है। हर प्रतियोगिता का प्रश्न-पत्र तिथि से पहले गिरोह के हाथ में होता है। पेपरलीक प्रकरण में लिप्त लोगों के संबंध कांग्रेस और कांग्रेसी नेताओं से होना निश्चित ही ‘दाल में काला’ को दर्शाता है। वीडीओ पेपर लीक मामले में कांग्रेस के विद्यार्थी संगठन एनएसयूआई के प्रदेश महासचिव की गिरफ्तारी कांग्रेस एवं सरकार की संलिप्तता को स्पष्ट प्रमाणित करती है। कांग्रेस राज में प्रदेश के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड हो रहा है। इसको लेकर युवाओं और बेरोजगारों में कांग्रेस राज के खिलाफ गुस्सा व्याप्त है जिसका परिणाम कांग्रेस को विधानसभा चुनाव में भुगतना पडेगा।

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