अजमेर , 15 फरवरी।
मंगलवार को राजस्थान विधानसभा के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और राज्य सरकार में मंत्री शांति धारीवाल की ओर से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर अनर्गल टिप्पणी करने पर भाजपा नेता, पूर्व शिक्षा मंत्री एवं अजमेर उत्तर विधायक वासुदेव देवनानी ने पटवार किया है। देवनानी ने कहा कि रीट परीक्षा 2021 के लुटेरे कांग्रेसियों से संघ को ईमानदारी का सर्टिफिकेट की आवश्यकता नहीं है। भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी प्रदेश की कांग्रेस सरकार के मंत्री खुद क्या है? ईमानदारों एवं देशभक्तों के संगठन पर आरोप लगाने से पहले वे अपने गिरेबान में झांके तो बेहतर होगा।
उन्होंने कहा कि संघ की पहचान पूरे विश्व में एक अनुशासित और देशभक्त संगठन के रूप में है। संघ की ओर से तैयार स्वयंसेवक विभिन्न क्षेत्र में अपने व्यक्तित्व एवं कृतित्व से बड़े-बड़े कीर्तिमान स्थापित किए हैं। पूरा विश्व मानता है संघ एवं संघ के स्वयंसेवक ईमानदार, अनुशासित एवं राष्ट्रहित सर्वोपरि रखने वाले लोग हैं, लेकिन मुख्यमंत्री गहलोत और मंत्री धारीवाल की ओर से संघ पर अनर्गल टिप्पणी सफेद झूठ है। मंत्री धारीवाल की ओर से संघ को ठगों का संगठन बताना अनर्गल और बेबुनियाद है।
देवनानी ने कहा कि झूठे आरोपों से कांग्रेस के पाप धुलने वाले नहीं है, अगर कांग्रेस को अपने पाप धोने ही है तो रीट परीक्षा 2021 में हुए धांधली और अनियमितताओं की जांच सीबीआई को सौंप कर धोए। प्रदेश में कांग्रेस के मुखिया कांग्रेस अशोक गहलोत और उनकी सरकार के मंत्री जनता का ध्यान भटकाने के लिए ऐसे अनर्गल बयान दे रहे हैं। सीबीआई जांच नहीं कराने की बात पर अडिग यह कांग्रेसी एक के बाद एक ऐसे सत्य हीन और सत्य से कोसों दूर झूठे बयान दे रहे हैं लेकिन ऐसा करके कांग्रेस और कांग्रेस के नेता प्रदेश में अपनी ही कब्र खोदने का काम कर रहे हैं। लाखों युवाओं के भविष्य के सौदागर कॉन्ग्रेस समय रहते संभल जाए नहीं तो इसके परिणाम निश्चित ही उसको भुगतने होंगे। देवनानी ने मुख्यमंत्री गहलोत एवं मंत्री धारीवाल से अपना बयान वापिस लेने और माफी मांगने की मांग की है।