इंडिया बदल रहा है, जातिप्रथा हो रही दूर

केकड़ी 18 फरवरी पवन राठी)
बदलते दौर में शहर भले ही बदल रहा है। मगर कहीं न कहीं अब भी ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक कुरीतियां आड़े आ जाती है। जिसके प्रत्यक्ष उदाहरण सवर्ण और दलितों में होने वाले विवाद के रूप में देखे जा सकते है। मगर ग्राम बिलिया में सामाजिक समरसता की अनुठी मिसाल पेश की गई है। यहां एक राजपूत परिवार ने दलित परिवार की बारात का ना सिर्फ स्वागत किया , बल्कि बारातियों को अल्पाहार तथा परिवार जनों एवं बारातियों का भोजन की व्यवस्था भी राजावत (राजपूत )परिवार द्वारा ही की गई। इतना ही नहीं राजपूत परिवार दलित परिवार की शादी का हिस्सा बनने के साथ बारात की अगवानी सहित कार्यक्रमों में भी भाग लिया।
बिलिया निवासी धर्मराज हरिजन की बेटी रेखा हरिजन की शादी टोंक निवासी अजय हरिजन के के साथ हुई है। शुक्रवार को दिन में बारात आई थी, जिसका राजावत परिवार के ठाकुर गोपाल सिंह राजावत ,भंवर चेतन सिंह राजावत ने बारात का धूमधाम से स्वागत किया। बारात में शामिल प्रत्येक व्यक्ति को अल्पाहार कराने के साथ दूल्हे को पान भी खिलाया गया।
विवादों से दूर बीलिया
गांव में तो सवर्ण-दलित के विवाद की स्थिति नहीं बनी है।
इससे सामाजिक एकता बढ़ेगी
परिवार के भंवर चेतन सिंह राजावत ने बताया कि बारात में स्वागत करने का उद्देश्य केवल कुरीतियां खत्म करना है। क्योंकि शहर भले ही आगे बढ़े तो हो, लेकिन गांवों में आज भी छोटी-छोटी बातों पर सवर्ण-दलितों में टकराव की स्थितियां बनती है। जिससे दोनों समाज कहीं न कहीं अपमानित भी होते है। ऐसे में इस पहल से ना सिर्फ सामाजिक समरसता बढ़ेगी, बल्कि समाज में अच्छा संदेश भी जाएगा।
राजावत परिवार पहले भी कर चुका है सामाजिक सरोकार- ग्राम बिलिया निवासी ठाकुर गोपाल सिंह में अपनी पोत्री रुद्राक्षी राजावत के जन्मदिवस पर आस-पास के गांव में गरीबों को कंबल एवं गौशाला में गायों को गुड़ खिलाकर धूमधाम से जन्म दिवस मनाया था।रुद्राक्षी राजावत के पिता भंवर चेतन सिंह बिलिया ने बताया कि वर्तमान समय में ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है जिसमें बेटियां बेटों से पीछे हो। आज हर क्षेत्र में बेटियां कंधे से कंधा मिलाकर अपनी जिम्मेदारियां निभा रही है। इसलिए वर्तमान युग में लोगों को अपनी सोच बदलकर बेटियों को हर क्षेत्र में अधिकार दिया जाए। एक बेटी ही है जो दो फूलों का नाम रोशन करती है। बेटियों के बिना संसार की कल्पना भी अधूरी है इसलिए हमारे शास्त्रों में कहा गया है कि जहां बेटियों की पूजा होती है वहां देवता निवास करते हैं।
राजावत परिवार की हो रही है भूरी भूरी प्रशंसा- ग्राम बिलिया में दलित परिवार की बेटी की शादी में भोजन एवं नाश्ते सहित की व्यवस्था कर ठाकुर गोपाल सिंह राजावत ने सामाजिक सरोकार के तहत भाग लिया। इससे पूर्व भी कई सामाजिक सरोकारों में भाग लेकर राजावत परिवार ने खूब वाहवाही लूटी ।

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