जेएलएन हाॅस्पिटल के आॅक्सीजन प्लांट में लगी आग का मुद्धा सदन में गूंजा

-प्लांट में फायर अलार्म व प्रोटेक्शन सिस्टम नहीं, देवनानी ने जताई आपत्ती।
-देवनानी की मामले की जांच कराने एवं दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही किए जाने की मांग।

प्रो. वासुदेव देवनानी
अजमेर/जयपुर, 14 मार्च।
जवाहरलाल नेहरू अस्पताल के आॅक्सीजन प्लाट में लगी आग का मामला सोमवार को राजस्थान विधानसभा में गूंजा। सदन में मुद्धा उठाते हुए भाजपा नेता, पूर्व शिक्षा मंत्री एवं अजमेर उत्तर विधायक वासुदेव देवनानी ने कहा कि संभागीय अस्पताल होने के बाद भी जेएलएन अस्पताल में फायर से जुडा प्रोटेशन सिस्टम (सुरक्षा प्रणाली) नहीं होना निश्चित ही अस्पताल प्रशासन की अनदेखी एवं लापरवाही का घोतक है। प्लांट में आग लगना गंभीर विषय है, जिसकी तत्काल प्रभाव जांच होने के साथ दोषियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही होनी चाहिए।
सदन में स्थगन प्रस्ताव पर बोलते हुए देवनानी ने कहा कि संभागीय हाॅस्पिटल होने के कारण जेएलएन हाॅस्टिल मेें फायर अलार्म सहित तमाम आपातकालीन सुविधाएं उपलब्ध होना आवश्यक है लेकिन दुर्भाग्य ही कहेंगे कि इतने बडे जेएलएन हाॅस्पिटल में और तो छोडो आग लगने की स्थिति में तत्काल जानकारी होने और उस पर शीघ्र काबू पाने के भी कोई इंतजाम नहीं है। आग लगने पर हाथ मलने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है। रविवार दोपहर को जब हाॅस्पिटल के आॅक्सीजन प्लांट स्थित स्टेबलाइज में आग लगी तो ध्यान में आया कि प्लांट परिसर में न फायर अलार्म सिस्टम है और न प्रोटेक्शन सिस्टम और इंसूलेशन की भी कोई व्यवस्था नहीं है। प्लांट की दीवार से लगी नगीना बाग आवासीय काॅलोनी के निवासियों को उठती धुॅआ देखकर आग लगने की जानकारी हुई। लोगों ने अस्पताल प्रशासन को फोन कर आग की सूचना दी तब जाकर अस्पताल प्रशासन की नींद खुली। बिजली की लाइन को काटकर जैसे तैसे आग पर काबू पाकर बडे हादसा होने से बचाया गया।
देवनानी ने कहा कि प्लांट के पास कचरे के ढेर लगे है जिसमें कभी भी आग लग सकती है। कचरे में आग लगने की स्थिति में काॅलोनी में भयंकर जान-माल की हानि होना तय है। सफाई हेतु संबंधित अधिकारियों को अवगत कराया भी जा चुका है लेकिन अब तक उनके कान पर जूॅ तक नहीं रेंगी। देवनानी ने प्लांट में लगी आग के कारणों की जांच कराने, दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने, आॅक्सीजन प्लांट में फायर अलार्म व प्रोटेक्शन सिस्टम लगाने के साथ इंसूलेशन की व्यवस्था कराए जाने की मांग की है।

error: Content is protected !!