अजमेर के एक सौ डाक्टरों ने की जागरुकता वॉक
सड़क दुर्घटना से पीड़ित हर एक को बचाने का मिषन
अजमेर, 7 अगस्त( )। बेसिक लाइफ सेविंग ट्रेनिंग हर एक व्यक्ति के लिए अनिवार्य बने। सामान्य तौर पर पाया गया है कि सड़क दुर्घटनाओं में मरने वालों में अधिसंख्य वे होते हैं जिन्हे समय पर जीवनरक्षक मदद नहीं मिल पाती है। दुर्घटना पीड़ित का प्रथम सहायक एक अच्छा जीवनरक्षक साबित हो सकता है, यदि उसे बेसिक प्रषिक्षण प्राप्त हो।
यह विचार अजमेर ऑर्थोपेडिक सोसायटी के संरक्षक डॉ एम एल झामरिया के हैं। डॉ झामरिया रविवार को मित्तल हॉस्पिटल के प्रांगण में सड़क दुर्घटना में पीड़ित हर एक को बचाओ जागरुकता वॉक के समापन अवसर पर उपस्थित प्रतिभागियों को संबोधित कर रहे थे।
जागरुकता वॉक इंडियन ऑर्थोपेडिक एसोसिएषन व राजस्थान ऑर्थोपेडिक सर्जन एसोसिएषन तथा अजमेर ऑर्थोपेडिक सोसायटी के संयुक्त तत्वावधान में निकाली गई थी। मित्तल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर से सुबह साढ़े छह बजे शुरू हुई वॉक तकरीबन छह किलोमीटर की थी जो वापसी में गोष्ठी के साथ सम्पन्न हुई। वॉक में अजमेर के एक सौ से अधिक चिकित्सकों एवं चिकित्सालयों से जुड़े कार्मिकों ने हिस्सा लिया।
अजमेर ऑर्थोपेडिक सोसायटी के अध्यक्ष डॉ दीपक जैन ने बोन एंड जॉइंट डे के मौके पर मनाए जा रहे जागरुकता वीक की गतिविधियों पर प्रकाष डाला। उन्होंने चिंता व्यक्त की कि वर्तमान में सुरक्षित यातायात सबसे बड़ी चुनौती बन गया है। सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़े बढ़ते ही जा रहे हैं। आज जरूरत सड़क दुर्घटना पीड़ितों में हर एक को बचाने के लक्ष्य को पाने की है। इसके लिए सोसायटी के बीच जाकर लोगों को लाइफ सेविंग ट्रेनिंग दी जा रही है।
अजमेर ऑर्थोपेडिक सोसायटी के सचिव डॉ नितिन सनाढ्य ने कहा कि हड्डियों से संबंधित पीड़ाएं सिर्फ बुजुर्गों की ही नहीं रही हैं, हड्डियों से जुड़ी समस्याएं युवाओं में भी बढ़ रही हैं इसका सबसे बड़ा कारण मौजूदा जीवनशैली है जिसमें युवा वर्ग वर्क फ्रॉम होम के चलते लंबी सिटिंग कर रहा है, भोजन के नाम पर फास्ट फूड डिब्बा बंद कल्चर अपना रहा, लगातार काम के दबाव में धूम्रपान का क्रेज बढ़ता जा रहा है, कुल मिलाकर हड्डियों के स्वास्थ्य की दृष्टि से जरूरी पोषक तत्वों की कमी, शारीरिक गतिविधियों की कमी के रहते हड्डियों के टिषू बनना कम हो जाते हैं और व्यक्ति छोटी उम्र में ही अर्थराइटिस का षिकार हो रहा है। डॉ महेष गुप्ता ने लाइफ स्टाइल से जुड़े मसलों पर विचार रखते हुए सभी को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होने की सलाह दी एवं उपस्थित चिकित्सकों व आयोजन को सफल बनाने में सभी सहयोगियों का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर डॉ हेमेष्वर, डॉ मनीष आदि का सहयोग रहा।
