*सूंपा में शिक्षक दिवस पर शिष्यों ने किया अपने गुरुजन का सम्मान**

*गुरु के आदर्शों पर चलना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धा*

केकड़ी दिनांक 6-9 -2022(पवन राठी)निकटवर्ती ग्राम सुंपा में मंगलवार को राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में शिक्षक दिवस परसमारोह के मुख्य अतिथि रणजीत सिंह गौड़ (राशन डीलर ) विशिष्टअतिथि रामस्वरूप लौहार कालू बंजारा (राशन डीलर ) विनोद वैष्णव वार्ड पंच अध्यक्षता लक्ष्मी नारायण जाट सरपंच ने की इस अवसर पर विद्यार्थियों ने गुरुजनों के तिलक माल्यार्पण तथा पेन व श्रीफल भेंट कर सम्मान किया वरिष्ठ अध्यापक गोपाल लाल ने बताया कि डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन अपना जन्मदिन 5 सितंबर 1962 को शिक्षक दिवस के रूप में मनाने की शुरुआत कि सद्गुरु इन काली बदली अर्थात अज्ञान भाव युक्त शिष्यो पर ज्ञान ज्योति की वर्षा कर उनको योग्य बना देता है सद्गुरु वह प्रकाश है जिस की राह में मानवता, परोपकार, सदविचार और संस्कार जन्म लेता है गुरु के व्यक्तित्व में जो तप है त्याग है जो जीवन साधना है वह शिष्य को स्व मे ही मिल जाती है इस अवसर पर तप ,त्याग ,समर्पण सेवा भाव परमार्थ ,परायणता, उदारता ,ममता जैसे सद्गुणों को पाने का होता है प्रधानाचार्य श्यामसुंदर पारीक ने बताया कि गुरु अपने ज्ञान प्राण तत्व को शिष्य के प्राण तत्व में मिलाता है वह शिष्य सेखोजता है गढ़ताहै ढालता है और इसी ढालने में अपने प्रेम से उसका परिष्कार करता है सुशील नारायण ने बताया कि सच्चे गुरु अपने शिष्यों के लिए संदेश देते हैं कि सेवाभाव ,परमार्थ – परायणता समता भरी ममता जैसे भाव नहीं जगा सके तो हमारी गुरु दीक्षा वैसे ही हो जाएगी जैसे किसी ने अच्छे विश्वविद्यालय से रजिस्ट्रेशन तो करा लिया लेकिन न पुस्तकें खरीदी और न पढ़ाई की इस अवसर पर शाला के मयूर ध्वज सिंह ,सत्यनारायण , भानाराम,किरण शर्मा, आराधना पिगोलिया,कन्हैया लाल,शंकरलाल ,राज बहादुर सिंह चंचल उपस्थितथे संचालन गोपाल लाल वैष्णव ने किया।

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