गुरु नानक प्रगटिया, मिटी धुंध जग चानण होया

केकड़ी 8 नवंबर(पवन राठी)सिंधी समाज द्वारा बंजारा मोहल्ला स्थित सिंधी मंदिर में आज गुरु नानक जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई गई सिंधी भ्रात्री मंडल अध्यक्ष बलराज मेहरचंदानी ने बताया कि पिछले 7 दिनों से यह सत्संग समारोह सुबह 5:00 से 7:00 तक लगातार चल रहा था जिसका आज समापन हुआ। बहन सावित्री देवी हरवानी ने बताया कि गुरु ग्रंथ साहिब जी का अखंड पाठ की स्थापना कर पाठीयों द्वारा इसका लगातार पाठ किया गया,जिसका आज सुबह 7 बजे कणा प्रसाद का भोग लगा कर पाठ साहिब जी का समापन किया गया। इस दौरान जप जी साहिब आसादीवार, सुखमणि साहिब जी का पाठ एवं स्वामी सतनारायण भगवान की कथा का वाचन भी किया गया।
बहन ईश्वरी देवी होतचंदानी ने गुरु ग्रंथ साहिब जी का वाचन कर कहा कि गुरु नानक देव जी अपने वचनों में फरमा रहे हैं कि इंसान कई तीर्थ स्थानों पर जाकर तीर्थ यात्रा कर रहा होता है अगर उसके मन में छल कपट है तो उसका तीर्थ पर जाना व्यर्थ है और अगर वही इंसान कहीं पर भी बैठ कर सच्चे मन से कण-कण में व्याप्त परमात्मा का स्मरण करता है ध्यान धरता है तो वही स्थान उसके लिए तीर्थ बन जाता है इसलिए इंसान को काम क्रोध लोभ मोह अहंकार को छोड़कर प्यार नम्रता सहनशीलता को अपनाकर जीवन जीना चाहिए तो ही उसका यह लोक और परलोक भी संवर जाता है।
इस सात दिवसीय सत्संग समारोह में रिद्धि होतचंदानी,योगिता वासवानी, संगीता टहलानी,रीत पंजाबी,गीता सुभानी भारती सेवकरामानी ने गीत भजन प्रस्तुत किए।
कार्यक्रम में शंकर होतचंदानी,अशोक बालानी भगवानदास भगतानी, रतन चंद रंगवानी,योगेश कोरवानी,अशोक प्रेमचंदानी ,चेतन भगतानी,सोनू रुप चंदानी, वासु कोरानी आदि ने सहयोग प्रदान किया।

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