ब्यावर। धार्मिक नगरी ब्यावर में देलवाड़ा रोड बाइपास स्थित पर्ल आनंदा कॉलोनी में रविवार को भव्य भागवत कथा का शुभारंभ हुआ। स्वर्णगंगा परिवार की ओर से आयोजित कथा में जगद्गुरु निम्बार्काचार्य पीठाधीश्वर श्यामशरण देवाचार्य श्रीजी महाराज ने व्यासपीठ पर विराजित होकर श्रीमद् भागवत कथा महात्म्य व शुकदेवजी के आगमन की कथा सुनाई। उन्होंने कहा कि भगवान का चिंतन और मनन करने से हमारा जीवन सफल और सार्थक हो जाता है। भक्ति को प्राप्त करने का सुगम साधन और माध्यम श्रीमद्भागवत कथा है। यह पावन कथा चित्तरंजन करती है। कथा प्रारंभ होने से पूर्व रविशंकर शास्त्री, पवन शास्त्री व अशोक निम्बार्क ने मंगलाचरण गाया। मंच संचालन सुमित सारस्वत ने किया। ऑस्ट्रेलिया से आए मनमोहन तोषनीवाल, ब्यावर विधायक शंकर सिंह रावत, रायपुर तहसीलदार सर्वेश्वर निम्बार्क, आयोजक गणपत सर्राफ, संजय गर्ग, गौरव अग्रवाल, केशव सर्राफ, विवेक अग्रवाल, बड़ौदा से प्रमोद, धर्मेंद्र सिंहल, नेमीचंद सर्राफ, अनिल सर्राफ, हंसराज शर्मा ने व्यासपीठ का पूजन कर आचार्यश्री से आशीर्वाद प्राप्त किया।
कथा प्रारंभ होने से पहले विशाल कलश शोभायात्रा का आयोजन किया गया। सातपुलिया स्थित फतेहपुरिया बगीची से प्रारंभ हुई शोभायात्रा में सबसे आगे हाथों में भगवा ध्वज लिए चार घुड़सवार, सुमधुर स्वर लहरियां बिखेरता बैंड, सिर पर मंगल कलश धारण किए महिलाएं, मंगल पोथी धारण कर चलते पुरूष और भजन गाते हजारों भक्त शामिल हुए। शोभायात्रा गाजे-बाजे के साथ देलवाड़ा रोड से गुजरते हुए कथास्थल पहुंची। गोविंद हरे गोपाल हरे, सर्वेश्वर दीनदयाल हरे.., राधे राधे गोविंद.. नाम संकीर्तन से वातावरण भक्तिमय हो गया। कलश यात्रा में ओमलता, उषा, राजरानी, कौशल्या, रंजना, ममता, प्रियंका, सोनल, वंदना, मेघा, खुशबू, सौम्या समेत हजारों भक्त शामिल हुए।
मार्ग में विभिन्न संस्थाओं और समाजों ने स्वागत द्वार लगाकर शोभायात्रा का स्वागत किया। भजनलाल सुरेशचंद सर्राफ परिवार, अग्रवाल समाज, माहेश्वरी समाज, ब्राह्मण समाज, यादव समाज, श्री रामकृण सत्संग मंडल, दुर्गा पूजा महोत्सव समिति, दादी परिवार न्यास, माणक कॉलोनी विकास समिति, शिवा कॉलोनी व अशोक नगर विकास समिति, मिट्ठनलाल भागचंद सर्राफ परिवार, कृष्णा कॉलोनी विकास समिति, जागेश्वर महादेव मंदिर समिति, मठ परिवार, भारत विकास परिषद, लॉयंस क्लब क्लासिक, लॉयंस क्लब यूनिक, अग्रसेन नगर हाउसिंग समिति व अन्य कई परिवारों ने फूल बरसाकर स्वागत किया।
