ब्यावर से 81 पैदल यात्रियों का जत्था पहुंचा नाकोड़ा

दरबार ट्रस्ट मंडल ने किया स्वागत

मेवानगर (नाकोड़ा जी) देश के प्रमुख जैन तीर्थ नाकोड़ा जी मे पूनम को मेले जैसा नजारा रहता है । देश के विभिन्न कोनों से हजारों की तादाद में भक्त अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर जीवन में सुख शांति का तीर्थ के महान चमत्कारी डमरु वाले भैरव दादा से आशिर्वाद व महर मांगते है । श्री पार्श्व भैरव दादा सबकी मनोकामना को पूर्ण करते है ।विगत वर्षों से पूनम पर तीर्थ पर हाजिरी देने वालों में एकाएक बढ़ोतरी हुई है । नाकोड़ा भैरव जी के चमत्कारो व उनकी अपरंपार महिमा से भक्तों की आस्था व समर्पणा एवम भक्ति भावों में जबरदस्त भावना छायी है । तीर्थ पर पूनम की विशेष महता है इसी मध्य नजर भक्तों का सैलाब तीर्थ पर उमड़ रहा है।

तीर्थ पर भक्तों ने अलसवेरे नवकार महामंत्र को गुंजायमान किया
प्रदेश के ख्यातनाम गायक अशोक कोठारी, सुश्रावक परम भैरव भक्त प्रकाश जैन, कोकिल कंठी गायक आशीष जैन ने मुख्य मंदिर के बाहर अल सवेरे जैन धर्म के प्रमुख मंत्र मंत्रो के राजा महा मंत्र नवकार की सामूहिक स्वर लहरियों से गूंजा कर तीर्थ को नवकारमय बना दिया।

अपने भावपूर्ण भजनों व गीतों से भक्ति कर भैरव दादा को रिझाया
ब्यावर से आये गायकों ने अलसवेरे श्री नाकोड़ा पार्श्व भैरव दादा की लगातार दो घंटे तक भक्ति रस की जबरदस्त बयार बहाई जिसमे भक्तों ने पुरी आस्था समर्पणा से श्री डमरू वाले दादा को खूब रिझाया व भक्ति भावों में गहरी डुबकीयां लगाई । श्री पार्श्व नाकोड़ा मित्र मंडल ब्यावर का 81 सदस्यो का एक विशेष दल ब्यावर पैदल यात्री लगभग 255 किलोमीटर की पदयात्रा कर गाँव गाँव ढाणी ढाणी में श्री नाकोड़ा पार्श्व भैरव के जयकारों व श्री भैरव दादा के भजनों को गुंजायमान करते हुए भक्ति भावों के साथ श्री नाकोड़ा धाम पहुचेंगे । जहाँ तीर्थ ट्रस्ट मंडल व देश के विभिन्न भागों से आये भैरव भक्त पैदल यात्रियों
का स्वागत व बहूमान करेंगे ।

*राजेन्द्र धाम से एक शोभा यात्रा के तोर पर नाचते गाते श्री नाकोड़ा धाम के लिए कुच किया पैदल संघ ने…*
संघ की नो दिवसिय पैदल यात्रा परम भैरव भक्त श्री दिलीप बिनायकिया, समाजसेवी श्री अनिल खीचा व
संयोंजक श्री कमल छाजेड के नेतृत्व में गुरुवार को तीर्थ के समीप राजेन्द्र धाम रात्रि विश्राम कर आज सवेरे सवा नो बजे नाकोड़ा दरबार हेतु ढोल ढमाको के साथ नाचते गाते रवाना हुआ. इस मौके पर ब्यावर सहित प्रदेश के भैरव भक्तों ने पैदल यात्रियों का जोरदार स्वागत कर कड़ाके की ठंड में पुरे जोश व साहस की भूरि भूरि अनुमोदना की मुक्त कंठ से प्रशसां की।

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