श्री दिगंबर जैन मुनि संघ सेवा जागृति मंच के तत्वावधान में चल रहे प्रवचन कार्यक्रम मैं यशस्विनी माताजी ने कहा कि सुखद आनंद कहीं अगर है तो वह धर्म क्षेत्र में है जहां पूर्ण रूप से आनंद की प्राप्ति होती है इसी आनंद की बदौलत परमात्मा की प्राप्ति होती है बाहर ही रास रंगों में जो आनंद होता है वह भोग विलासिता में डूबने वाला होता है लेकिन धर्म क्षेत्र का आनंद परमात्मा तक इंसान को पहुंचा देता है
बाहर की दुनिया देखने में अच्छी लगती है उसका रूप रंग मन को भा जाता है लेकिन बाहरी आवरण उसे हर चीज अच्छी नहीं होती उसके अंतरंग में झांक कर देखें तो गंदगी नजर आएगी हमेशा धर्म क्षेत्र में अपने आप को बनाए रखो प्रभु प्रीत से जुड़े रहो वहीं पर आनंद की प्राप्ति होगी और सुख का एहसास होगा
आज प्रवचन की पूर्व भक्ति मंगलाचरण संपन्न हुआ दोपहर में सामायिक एवं आरती के कार्यक्रम हुए प्रवचन सभा में सुनील पालीवाल कमल सोगानी सुबोध बड़जात्या संजय कासलीवाल सीमा कासलीवाल उपस्थित थे जागृति मंच के अध्यक्ष सुनील जैन होकरा ने कहा कि माता जी के प्रवचन नित्य 8:30 बजे प्रातः काल हो रहे हैं