उदयपुर कला के राजकीय उच्च प्राथमिक विधालय में वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में आप नेता

*मंगलवार* ।। अजमेर जिले के ग्राम उदयपुर कला के राजकीय उच्च प्राथमिक विधालय में वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में आप नेता त्रिवेन्द्र पाठक, कैलाश दान बारहठ, पृथ्वी सिंह नरूका मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए।

विधालय के प्रधानाध्यापक शिव जी राम माली व अध्यापक कैलाश दान रतनू द्वारा श्री त्रिवेन्द्र पाठक जी, कैलाशदान बारहठ व पृथ्वी सिंह नरूका का माला व साफा पहनाकर स्वागत किया। कार्यक्रम में जिला परिषद सदस्य सीमा देवी, सरपंच राजकिशोर माली एवं पूर्व सरपंच तथा कहीं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

त्रिवेन्द्र पाठक जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि विधालय प्रशासन का आभार की आपने हमें बुलाकर जो सम्मान दिया उसके लिए मैं आपका हार्दिक आभारी हूं तथा बालिका दिवस की सभी को बधाई देते हुए पाठक जी ने कहा कि बेटे भाग्य से तो बेटियां सौभाग्य से होती हैं और मैं दो बेटियों का पिता हूं और ये मेरे लिए विशेष गौरव और सम्मान का विषय है।
आज शिक्षा का जो स्तर है राजस्थान में वो किसी से छिपा हुआ नहीं है, जब हम विधालय में पढते थे वह समय शिक्षा के क्षेत्र में अजमेर भारत में आदरणीय था लेकिन विगत कुछ वर्षों में शिक्षा का स्तर गिर कर अजमेर का नाम शिक्षा के क्षेत्र में राजस्थान में भी काफी नीचे चला गया है सरकार के द्वारा नीचे से शिक्षण संस्थाओं को फायदा पहुंचा कर जिस जिस प्रकार राजस्थान में सरकारी स्कूलों को बंद किया गया है वह सर्वविदित है यह एक अनुबंध बिना किसी दस्तावेज के किया गया है जो कि सभी जानते हैं शिक्षा बजट पर भी यहां की सरकारों ने इतने समय में कोई ठीक प्रकार से बढोतरी की ही नहीं है। लेकिन उसके बाद भी इस विधालय में इतनी बालक व बालिकाएं शिक्षा ग्रहण कर रही हैं इसका पूरा श्रेय आपके शिक्षकों को जाता है। शिक्षक एक युग का निर्माण करते हैं।

आचार्य चाणक्य ने कहा था कि *”प्रलय और निर्माण शिक्षक की गोद में पलते हैं।”*

पाठक ने कहा कि इसलिए शिक्षकों का सम्मान विधार्थियों के भविष्य के लिए अत्यावश्यक है, उनके विचार समय समय पर सरकारों को लेने चाहिए तथा उन पर अमल भी करना चाहिए आज यदि हम दिल्ली की बात यहां करें या पंजाब की बात करें तो सरकार बनने के बाद ही पंजाब सरकार ने अध्यापकों को नियमित करने के साथ ही एक अहम फैसला लिया गया कि अब से शिक्षकों को पढाई के अतिरिक्त और किसी कार्य में नही लगाया जाएगा, जबकि राजस्थान में आज भी इसका बिल्कुल उलट हो रहा है, शिक्षकों से शिक्षा के अतरिक्त बहुत से कार्य लिए जाते हैं, जैसे जनगणना, बी एल ओ, काॅरोना या अन्य समय समय पर जो भी कार्य सरकार के पास आते हैं उन्हे सबसे पहले वही दिया जाता है शिक्षा का स्थान द्वितीय कर दिया गया है ऐसे में शिक्षक अपने अध्यापन कार्य को किस प्रकार पूर्ण करते हैं ये किसी से छिपा नहीं है
उन्होनें सभी को सम्बोधित करते हुए कहा कि शिक्षा के स्तर में सुधार लाने के लिए राजनितिक परिवर्तन की आवश्यकता पडेगी हलांकि ये राजनीतिक मंच नहीं है फिर भी मैं आप लोगों से साझा कर रहा हूं कि यदि शिक्षा स्तर बढाना है तो सरकारी नीतियों में परिवर्तन जरूरी है और नीतियों में परिवर्तन के लिए सरकार का बदलना जरूरी है, अभी तक जो सरकारें बनती आ रही हैं भाजपा कांग्रेस इन दोनों में परिवर्तन जरूरी है। मैं आम आदमी पार्टी से हूं और मैं आपको बता रहा हूं कि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली और पंजाब में शिक्षा के क्षेत्र में जो परिवर्तन किए हैं वो किसी से छुपे हुए नहीं है आज दिल्ली की सरकारी स्कूल देखने यदि तेलंगाना के मुख्यमंत्री आते हैं या अमेरिका से लोग आते हैं विदेशी लोग आते हैं और आम आदमी पार्टी के शिक्षा माॅडल को फालो करते हैं तो ये हमारे लिए सम्मान की बात है, इस माॅडल को यदि राजस्थान में भी फालो किया जाए तो यहां की स्कूलों की स्थिति कान्वेंट स्कूलों से बेहतर हो सकती है। इसके लिए हम सभी को प्रयास करने होंगे। जब तक अच्छी शिक्षा और स्वास्थ्य की स्थितियों में सुधार नहीं होगा तब तक हम एक नए भारत के निर्माण के बारे में सोच भी नहीं सकते।

पाठक ने संबोधित करते हुए कहा कि इसी कड़ी में मैं आज यहां उपस्थित सभी गणमान्य व्यक्तियों के सामने ये घोषणा कर रहा हूं कि इस विधालय में कक्षा 8 में उपस्थित छात्राओं में प्रथम द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली छात्राओं को मेरी ओर से क्रमशः 1100, 501, 251 रूपये नकद प्रोत्साहन राशि दी जाएगी

पृथ्वी सिंह नरूका ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि विकल्प मिलेंगे बहुत मार्ग भटकने के लिए मगर संकल्प एक ही काफी है मंजिल तक जाने के लिए आज हम सभी यहां पर विद्यालय के वार्षिक समारोह के लिए एकजुट हुए हैं आज का दिन एक विद्यालय के लिए बड़ा महत्वपूर्ण दिन होता है जो विद्यालय को अपनी उपलब्धियां , विद्यार्थियों की उपलब्धियां प्रदर्शित करने का मौका देता है आज एक बहुत ही महत्वपूर्ण दिवस है जो कि नारी शक्ति के रूप में मनाया जाता है आज ऐसा कोई भी विभाग नहीं है जहां पर बेटियां नहीं है बेटियां आज हर क्षेत्र में आगे बढ़ चुकी है चाहे वह चांद पर पहुंचने का सवाल हो या फिर डॉक्टर- इंजीनियर बनने का परंतु दूसरी तरफ आज भी हमारे समाज मैं ऐसी बुराइयां है जिनकी वजह से लड़की को एक बोझ के रूप में देखा जाता है जिसमें दहेज का स्थान सबसे पहला है आज भी हमारे देश में 95% शादी में दहेज का लेन-देन होता है जबकि दहेज लेना और देना कानूनी अपराध है दहेज के कारण लड़की पर घरेलू हिंसा भी की जाती है इन सभी कारणों से रोजाना भारत में 20 लड़कियों को दहेज के कारण अपनी जान गंवानी पड़ती है आज हम सभी को बेटियों के प्रति जागरूक होना होगा उन्हें भी एक लड़के के सामान अपना जीवन अपने अनुसार जीने का अधिकार क्योंकि *बेटियां विकास वह मार्ग है जिनका निर्माण किए बिना विकास के लक्ष्य तक पहुंचना असंभव है*
कैलाश दान बारैठ ने बताया कि जीवन में सबसे बड़ी खुशी उस काम को करने में है जिसे लोग कहते हैं कि तुम नहीं कर सकते शिक्षा का उद्देश्य छात्र-छात्राओं का विभिन्न तरीके से विकास करना है जिसमें सबसे बड़ा योगदान हमारे शिक्षक का है शिक्षक के बिना यह दुनिया क्या, कुछ भी नहीं बस अंधकार यहां, शत शत नमन उन शिक्षकों को जिनके कारण रोशन सारा जहां आज विद्यालय के वार्षिक समारोह व बालिका दिवस के मौके कहां जाता है कि लड़के को पढ़ाया जाए तो वह अपनी शिक्षा को अपने तक ही सीमित रखता है परंतु एक लड़की को पढ़ाया जाए तो वह पूरे परिवार को ही नहीं बल्कि समाज को शिक्षित करती है आज भारत देश इतना अधिक विकसित हो गया है लेकिन आज भी कई इलाकों में बेटियों की स्थिति खराब है जिस समय एक लड़की की खेलने की उम्र होती है उस लड़की को चूड़ी पहना दी जाती है *नए बदलते भारत मे बदल लो अपनी सोच बेटियां बनती है सहारा, नहीं बनती है बोझ* तथा कैलाश बारैठ ने विद्यालय की छात्राओं को जूते व मौजे वितरित किए‌ व स्कूल में प्रिंटर लाने के लिए 1100 सो रुपए की राशि भेंट की ।

*पृथ्वी सिंह नरूका*
*आम आदमी पार्टी, अजमेर जिला*

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