पुरातत्व विभाग के दल ने किया श्री गंगा भैरव घाटी का निरीक्षण

अजमेर 13 मार्च। पुरातत्व विभाग के जयपुर से आए दल ने सोमवार को श्री गंगा भैरव घाटी का निरीक्षण किया।
राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष श्री धर्मेन्द्र राठौड़ ने बताया कि काजी पुरा की श्री गंगा भैरव घाटी को पर्यटन स्थल के रूप में विकसीत करने की पहल की गई। इसके लिए महात्मा गांधी नरेगा के माध्यम से ट्रेकिंग स्टि्रप बनाई जा रही है। इस पर एक करोड़ रूपये से अधिक की राशि व्यय की जाएगी। कार्य के दौरान नरेगा श्रमिकों द्वारा खुदाई का कार्य भी किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि खुदाई के दौरान कई प्रकार के पुरातात्विक अवशेष एवं स्थापत्य प्राप्त हुए। इनमें मिट्टी के बर्तन, घोड़े की नाल एवं पुरानी ईंट जैसी सामग्री मिली थी। इस सामग्री के पुरातात्विक महत्व को देखते हुए पुरातत्व विभाग से सलाह ली गई। इसके लिए विभाग द्वारा जयपुर से एक दल भेजा गया। इसमे वृत अधीक्षक श्री नीरज त्रिपाठी, उत्खनन अधीक्षक श्री विनीत गोधल तथा स्थानीय वृत अधीक्षक श्री हेमेन्द्र अवस्थी थे।
उन्होंने बताया कि इस दल के द्वारा श्री गंगा भैरव घाटी का दौरा किया तथा प्राप्त पुरातात्विक सामग्री का निरीक्षण किया। सम्राट पृथ्वीराज चौहान कालीन घुड़साल, बाहरी सुरक्षा दीवार, सैनिकों के विश्राम स्थल एवं पेट्रोलिंग पाथवे का अवलोकन किया। सैनिकों के विश्राम स्थल के जीर्णोद्धार की सम्भावनाओं की तलाश के बारे में भी चर्चा की गई।

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