पिता के संकल्प को स्वास्थ्य कर्मियों का सम्मान कर पूरा करेंगी बेटियां

मित्तल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के सभागार में 27 को होगा आयोजन
अजमेर 25 मई()। पीड़ित अवस्था में माँ की अच्छी सेवासुश्रुषा करने से खुश पिता के संकल्प को पूरा करने के लिए पांच बेटियां शनिवार, 27 मई को दोपहर 1 बजे मित्तल हॉस्पिटल के सभागार में 21 चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों का सम्मान करेंगी।
यह पांचों बहनें अपने पिता के संकल्प को पूरा करने के इस खास मकसद से ही राजस्थान के विभिन्न जिलों से अजमेर पहुंच रही हैं। यह बात ओर है कि उनकी माताजी लम्बी रुग्ण अवस्था के बाद डेढ़ साल पूर्व ही भगवान को प्यारी हो गईं थीं। तब से वे बहनें ही एक साथ एकत्र होने का अवसर नहीं जुटा पा रहीं थीं। अब जब वह समय आया है तो वे उन सभी चिकित्सकों और स्वास्थ्य कार्मिकों को सम्मानित करने के लिए उत्साहित हैं जिन्होंने उनकी पीड़ित माँ की निष्काम भाव से अंत समय तक सेवा की।
आयोजक बद्री प्रसाद कंदोई (पति) व उनकी पुत्री प्रधानाचार्य एवं सामाजिक कार्यकर्ता अंशु बंसल ने जानकारी दी कि उनकी माताजी मान कंवर अग्रवाल का 13 अक्टूबर 2021 में लम्बी बीमारी के बाद निधन हो गया था। वे स्वयं एक शिक्षिका थीं। पांच पुत्रियों की माँ होने के कारण उनमें कर्मशीलता और स्नेह, वात्सल्य अकूट था। बेटियों को अपनी संस्कृति और संस्कार की शिक्षा- दीक्षा देते हुए उन्होंने कभी अपने स्वास्थ्य की ओर ध्यान ही नहीं दिया। उम्र 80 की होने तक वे डायबिटीज, हाइपरटेंशन सहित विभिन्न रोगों से ग्रस्त हो गईं थीं। उन्हें किडनी व हार्ट की तकलीफ रहने लगी। उनका नियमित डायलसिस भी हुआ करता था। इन सबसे बावजूद वे जीवन को पूरी जीवटता से जीना चाहती थीं। कोराना जैसी महामारी का दौर भी उन्होंने बिना किसी खास परेशानी निकाला था।
शिक्षिका अंशु बंसल ने बताया कि मित्तल हॉस्पिटल के निदेशक डॉ दिलीप मित्तल सहित समूचे प्रबंध मण्डल और चिकित्सकों के उपचार पर तो उनकी मम्मी लम्बे समय तक रहीं। सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ विवेक माथुर, अस्थिरोग विशेषज्ञ डॉ दीपक जैन, सीनियर नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ रणवीर सिंह चौधरी, रेडियोलॉजिस्ट डॉ गरिमा खींची आदि कार्मिकों ने उनकी माँ व उनके पूरे परिवार को पीड़ा और कष्ट के समय जिस संवेदनशीलता से संबल प्रदान दिया उसकी कोई तुलना नहीं की जा सकती है।
शिक्षिका अंशु बंसल एवं बद्री प्रसाद कंदोई ने भावुक होते हुए कहा कि समाज का यह सामान्य स्वभाव हो गया है कि पीड़ित व्यक्ति स्वस्थ होकर हॉस्पिटल से घर लौट जाए भी तो चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों का आभार दर्शाने से गुरेज रखा जाता है, अलबत्ता यदा-कदा किसी पीड़ित को अपेक्षित स्वास्थ्य लाभ नहीं पहुंचा तो वह चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मियों सहित चिकित्सालय व्यवस्थाओं तक पर सच्चाई जाने बिना भावावेश में त्वरित विपरीत टिप्पणी करने लगता है। डॉक्टर्स डे अथवा नर्सिंग डे पर स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े कार्मिकों को याद कर उनके प्रति अपनी कृतज्ञता दर्शाना तो अब एक सोशल दिखावा हो गया है। उन्होंने कहा कि वे पांचों बहनें पिता बद्री प्रसाद कंदोई की आज्ञा से उनका संकल्प पूरा करने के लिए सभी चिकित्सकों, स्वास्थ्य कर्मियों और मित्तल प्रबंधन का अभिनन्दन करना चाहते हैं जो पीड़ित मानव सेवा के लिए तत्पर है और सभी के स्वास्थ्य संरक्षक की भूमिका बखूबी निभा रहे हैं।
अंशु बंसल ने बताया कि उनकी छोटी बहन निशा अग्रवाल जोधपुर से, दीपा अग्रवाल अजमेर से, कुमकुम अग्रवाल गंगापुर भीलवाड़ा से तथा इंदू अग्रवाल जयपुर से अपने पूरे परिवार के साथ पहुंच रही है। इस अवसर पर वे चिकित्सकों और कार्मिकों को प्रशस्ति-पत्र, स्मृति-चिंह, शॉल और माला पहनाकर अभिनन्दन करेंगे।

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