– झूठे आश्वासन और दिखावटी बजट से जनता को गुमराह कर रही सरकार- देवनानी
– दो साल से स्वीकृत सड़क का भी नही हुआ काम = देवनानी
– सार्वजनिक विभाग ने शहर की प्रमुख सड़को का बेड़ा गरक किया, स्वीकृत होने के बाद भी काम शुरू नही और लापरवाह अधिकारी चैन की नींद सो रहे है – देवनानी
– जिन सड़को का निर्माण हो रहा है उसमे भी घटिया सामग्री का प्रयोग हो रहा है
– सीएम खुद शिलान्यास कर जनप्रतिनिधियों के हक मार रहे ,यह परंपराओं का उल्लंघन- देवनानी
अजमेर 15 जुलाई। पूर्व शिक्षा राज्य मंत्री और अजमेर उत्तर विधायक वासुदेव देवनानी ने शनिवार को सभी निकाय क्षेत्रों में 1528 करोड़ के सड़क निर्माण कार्य के शिलान्यास कार्यक्रम का बहिष्कार करते हुए सरकार पर झूठे आश्वासन और दिखावटी बजट के सहारे जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया। देवनानी ने रीट दफ्तर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल ना होकर पंचोली चौराहे पर टूटी सड़कों के खिलाफ स्थानीय पार्षद के साथ धरना दिया। देवनानी ने आरोप लगाया की सरकार पिछले दो वित्तीय वर्ष में स्वीकृत सड़क को तो बना नही सकी और अब इस वित्तीय वर्ष में सड़को के शिलान्यास कर चुनावी फायदा लेना चाह रही है। देवनानी ने कहा की इससे बेहतर होता मुख्यमंत्री पहले के बजट में स्वीकृत सड़को के निर्माण कार्य का धरातल पर फीडबैक लेते। देवनानी ने आरोप लगाया की वित्तीय वर्ष 2022-23 में पंचोली चौराहे से बाडी नदी पुलिया तक के सड़क निर्माण के लिए 24 लाख रुपए की वित्तीय स्वीकृति जारी होने के बाद भी काम शुरू नही हुआ जिसके कारण सड़क पर बड़े बड़े गड्डे हो गए। बारिश के मौसम में यह गड्डे जानलेवा साबित हो रहे है। इन गड्ढों के चलते सड़क हादसे में लोगो के हाथ और पैर फ्रैक्चर हो गए है। लेकिन नकारा अफसरों के झूठे आश्वासन के आगे जनता बेबस साबित हो रही है। उन्होंने ये भी बताया कि बजट घोषणा वर्ष 2021-22 सड़क झूलेलाल मंदिर से चौरसियावास तालाब तक बनने वाली 1.5 किमी सड़क जिसको अभी तक शुरू नहीं किया। वार्ड 65 पुलिस लाइन से चौराहे से शास्त्री नगर चुंगी चौकी तक पेवर सड़क निर्माण अभी तक अधूरा पड़ा है। फायसागर पुलिस चौकी से फायसागर तक पेवर सड़क जिसके लिए 3 करोड़ 80 लाख की राशि स्वीकृत हुई थी इस सड़क का भी 300 मीटर का टुकड़ा जो टेलीफोन एक्सचेंज चौराहे के पास आज तक अधूरा पड़ा है। सार्वजनिक विभाग के पास जो भी शहर की प्रमुख सड़के है वो सभी खुदी पड़ी और बड़े-बड़े गड़े हो रखे है ।
देवनानी ने मुख्यमंत्री गहलोत पर जनप्रतिनिधियों के हकों को भी मारने का आरोप लगाते हुए कहा की सड़को के शिलान्यास अमूमन स्थानीय जनप्रतिनिधि करते है क्योंकि उनकी अनुशंसा पर ही स्वीकृति मिलती है। लेकिन मुख्यमंत्री चुनावी साल में सामान्य परंपराओं को भी दरकिनार कर खुद ही श्रेय लेने की होड़ में ऐसे कार्यक्रम कर रहे है। देवनानी ने आरोप लगाया की सरकार जनता के दुखो पर मरहम लगाने की बजाय इस तरह के बरगलाने वाले कार्यक्रमों के जरिए उल्टा नमक मिर्च लगा रही है।
देवनानी के साथ धरने में सड़क हादसे में घायल हुए लोग भी शामिल हुए और स्थानीय पार्षद ज्ञान सारस्वत ने सड़क पर जहां-जहां गड्डे है वहां गमला रखकर विरोध प्रदर्शन किया और जल्द सड़क निर्माण कार्य शुरू नही होने पर आंदोलन को और तेज करने की चेतावनी दी है।
देवनानी के साथ पार्षद ज्ञान चंद सारस्वत, दिनेश खटाना, तारा रावत आदि भाजपा कार्यकर्ता और स्थानीय निवासी सहभागी बने।