अजमेर 24 मार्च। भारत के लद्दाख क्षेत्र में युवाओं द्वारा अपने अधिकारों की रक्षा और स्थानीय प्रशासन के लिए पूर्ण राज्य स्तर की प्रति उनके हित को यथार्थ रूप से प्रतिनिधित्व करने के लिए दो सांसद का चयन और क्षेत्र में नौकरी सुरक्षा के लिए एक लोक सेवा आयोग का गठन करने की मांग को लेकर सोनम वांगचुक द्वारा आमरण अनशन और उपवास किया जा रहा है आज इसी संदर्भ में युवाओं द्वारा अजमेर के आना सागर चौपाटी के बाहर शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन किया।
अक्षय खत्री ने बताया कि लद्दाख की स्वतंत्रता और पर्यावरण संरक्षण की राष्ट्रीय महत्ता को जोड़ देता है 1500 किलोमीटर दूर से भी समर्थ लद्दाख की आवाज को बढ़ाने के लिए सभी इकट्ठा हो रहे हैं। लद्दाख एक ऐसी जगह है जहां प्राकृतिक सौंदर्य और विशेष जैव विविधता का आनंद लिया जाता है और जहां अधिकतर जनजाति जनसंख्या निवास करती है, लद्दाख का दृश्य जो ऊंचे पर्वतों और पवित्र जिलों द्वारा विकसित है एक कमल पर्यावरण समानांता का प्रतीक है लद्दाख की सांस्कृतिक विरासत में जीवंत मठ वास त्योहार और प्रकृति के साथ सहज जीवन की गहरी परंपरा से जुड़ा हुआ है
रोहित गौतम ने बताया कि लद्दाख की सुरक्षा को लेकर सोनम वांगचुक द्वारा लगातार प्रदर्शन किया जा रहे हैं और 21 दिन का उपवास भी किया जा रहा है जिसमें आज उनके 17 दिन पूरे हो चुके हैं और लद्दाख की सुरक्षा और व्यवस्थाओं को लेकर प्रखर रूप से उनके द्वारा हमेशा आवाज उठाई गई है और उनका इसमें महत्वपूर्ण योगदान भी रहा है उनकी विचारशील रचनाओं के लिए उन्हें विश्व भर में सम्मान भी प्राप्त हुआ है जिसमें रेमन मैगसे से पुरस्कार भी शामिल है आज उनके नेतृत्व में लद्दाख के लोगों की मांग पूरे देश भर में गूंज रही है वह अपने लोकतांत्रिक अधिकारों और पर्यावरण सुरक्षा के लिए समर्थन भी कर रहे हैं जिसमें भारतीय संविधान के छठे अनुक्रम में शामिल होकर अपने जनसंख्या अधिकारों की रक्षा स्थानीय प्रशासन के लिए पूर्ण राज्य स्तर की प्रति उनके हितों को यथार्थ रूप से प्रतिनिधित्व करने के लिए सांसदों की मांग भी की जा रही है।
अक्षय खत्री
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