नारी का सकती हैं ,पर्यावरण सुरक्षा में क्रांति ।
फ्लाइंग बर्ड्स सोसाइटी में रखा पर्यावरण सुरक्षा की और मज़बूत कदम बालिकाओं की मासिक धर्म संबंधी sabhi दुविधाओं के समाधान हेतु रखी गई कार्यशाला ।
संस्थापक अम्बिका हेडा द्वारा बताया गया की शहरों में परिवारों में एक माँ अपनी बेटी के साथ मासिक धर्म चर्चा सामान्य रूप में करती हैं ,इसलिए शहरों में बच्चियों को सभी बातों की जानकारी होती हैं लेकिन आज भी छोटे छोटे गावों में माँ बच्चियों के साथ बात करना उचित नहीं समझती ,आज भी मासिक धर्म छुपा के रखने वाला शब्द हैं।
मीनू स्कूल में आस पास के गावों से बच्चियाँ आती हैं जिनमे साधारण और विशेष ज़रूरत वाली बच्चियाँ होतो हैं ,जिनके लिए माहवारी शर्म का विषय हैं।
सामान्य और ख़ास बच्चियों के साथ और उनके अभिभावकों के साथ गोयल जानना एव डेंटल अस्पताल से
वरिष्ठ स्त्रीरोग विशेषज्ञ व बाजपन स्त्री विशेषज्ञ डॉ.निधि गोयल द्वारा उम्र अनुसार लडकियों में होने वाले शारीरिक बदलाव ,मासिक धर्म का कारण, पीरियड्स की तारीख ट्रैक करने का तरीका , टेम्पून डिस्पोजेबल पीरियड प्रॉडक्ट,मासिक धर्म कप के इस्तेमाल, फायेदे और उसके उपयोग का तरीका बच्चों को बताया ।
फ्लाइंग बर्ड्स सोसायटी और शुभम चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा पर्यावरण सुरक्षा हेतु रियूजेबल सैनटरी पैड का इस्तेमाल करने हेतु महिलाओं, बच्चियों, शिक्षकों और संस्था सदस्यों को संकल्प दिलाया।
सामान्य पैड पर्यावरण को दूषित कर रहे है। धरती को बंजर बना रहे है।
पुनः प्रयोज्य पेड कपडे के बने होते है, इन में फ़्लिंज़ नामक पर्दार्थ बिच में लगाया जाता है , जिनमें पाँच से छ घण्टे तक की सोकने की झमता होती है और करीब दो साल तक उपयोग में लाया जा सकता है सकता है।
अपनी एक सामान्य उम्र में सामान्य महावारी समय में एक महिला 5000 से ज्यादा पैड का इस्तेमाल करती है। एक साल में करीब 100 पैड , अगर महिलाएँ कपड़े के बनें इन पैड को इस्तेमाल करना प्रारम्भ कर दे तो पर्यावरण की सुरक्षा में क्रांति का सकती हैं।
संस्था अध्यक्ष अनु जाजू ने कहाँ की अगर हम हमारे एक दिन के प्रयास से एक भी महिला को संकल्पित कर पाये तो साल में 365 दिन होते हैं ओर 365 महिलाएं संकल्पित होती है।
उपाध्यक्ष मोना बाकलीवाल ने कहाँ की पेड लगाना जिस तरह आज की मुख्य आवश्यकता है ।उसी तरह पेड़ों को बचाना भी प्राथमिकता है और धरती बजर नहीं होगी तभी हमारे लगाए हुए पेड को पनपता देख पायेंगे है ।मिनू स्कूल से महिला अध्यापिका करुणा शर्मा, बन्दनासिंह,मंजु शर्मा ,सीमा मालोडिया, नीतू कँवर ,मंजू जेलिया के कार्यशाला में उपस्थित रहे।
50 रीयूसेबल पैड के पैकेट बच्चों ,अभिभावकों को स्कूल स्टाफ़ को दिये गये । प्रत्येक पैकेट में चार पैड होते हैं।
संस्था द्वारा वृक्षारोपण कार्यक्रम भी रखा गया ।जिसके अंतर्गत संस्था द्वारा स्कूल परिसर के बाहर ट्री गार्ड सहित वृक्ष गुलमोहर,अर्जुन,शीशम, नीम,सहजन के पेड़ लगाये गये ।सभी पेड़ आठ से दस फीट के लगाये गये ।
करीब – 50 विद्याथियों, और उनके अभिवावकों द्वारा उपस्थिती दर्ज करवाई गई। संस्था सदस्य पुर्णिमा मालू, शिल्पा डागा, नेहा अरोड़ा, संगीता सोमानी, कविता सोमानी ,मनीषा नवाल , ऋतु मुरक्या, रानी चौधरी ,संगीता भूतड़ा ,सोनू गर्ग ने उपस्थिति दर्ज करवाई ।