अजमेर। पैगम्बर-ए-इस्लाम हजरत मौहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहो अलैह वसल्लम की जश्न-ए-विलादत के मौके पर अन्जुमन मोहिब्बाने अहले बैत की जानिब से शेखा मौहल्ला संजरी मस्जिद के पास शनिवार रात जश्ने-ईद-मिलादुन्नबी बड़े एहतराम के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ पवित्र कुरान की आयत से हाफिज जान मोहम्मद ने किया। हाजी खलील अहमद एंड पार्टी ने शिजराखानी पेश की। हाजी सैयद नाजिमुद्दीन नाजिम, फजीलत हुसैन, हननान चिश्ती, फैजाल अली, हाफिज सज्जाद, अली कोसेन मिर्जा ओर सलमान नियाजी ने नात और मनकबत के नजराने पेश किये। दरगाह के शाही चौकी के कव्वाल असरार हुसैन और उनके हमनवाओं ने सुफियाना कलाम पेश किये। मुम्बई से आये मेहमाने खुसूसी हजरत मौलाना गुलाम मोईनुद्दीन कादरी चिश्ती सहित अन्य वक्ताओं ने मोहम्मद साहब के जीवन और शिक्षाओं पर प्रकाश डालते हुए जीवन में उतारने का आव्हान किया। इस मौके पर समारोह स्थल को विशेष रोशनियों से सजा कर आतिशबाजी की, शहनाई और नौबत बजाई गई। हाजी खलील अहमद एंड पार्टी ने सलातो सलाम पेश किया। आखिर में फातहा के बाद मुल्क में अमन चेन और भाईचारे की विशेष दुआ की गई। और तबर्रूक तकसीम किया गया।