शैक्षणिक क्रामिक आन्दोलन में प्रशासन की कोई सुध नहीं

savitri college dharna 02अजमेर। सावित्री कन्या महाविद्यालय के अस्थायी शैक्षणिक व अशैक्षणिक कर्मचारीयों की चार दिन बाद भी कोई शासन या प्रशासन की तरफ से काई सुध लेने नहीं आया, वही सोमवार को कैलाश टांक ने 24 घंटे का क्रमिक अनशन शुरू कर दिया। विडम्बना है कि एक तरफ सरकार राजस्थान की जनता के लिए सौगातों के पिटारे खोलने के बड़े-बड़े दावे कर रही है। लेकिन दुःख की बात है कि अस्थाई कर्मचारियों के बसे-बसाये परिवारों के सर से छत छीनने की तैयारी की जा रही है। आन्दोलनरत कर्मचारियों की सरकार से यही अपील है कि जिस विश्वास से जनता सरकार को सत्ता में लाई वो ही विश्वास फिर से सत्ता में आने के लिए कायम रहे, ये 18 कर्मचारीं कई समुदायों से जुड़े है, ऐसा ना हो कि इनसे जुडे़ 18000 बोट इस बार कांग्रेस को  ना मिल पायें। सुनीता शर्मा ने बताया कि महिलाओं की सुरक्षा और उद्धार का दावा सरकार करती है उस दावे की पोल हमारे इस अनशन में बैठी उन महिलाओं द्वारा खुलती है जो विधवा, तलाकशुदा, एकल महिला है।

 

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