यातायात व्यवस्था पर उठाये सवाल

06अजमेर। अजमेर उत्तर विधायक प्रो. वासुदेव देवनानी ने आज राजस्थान विधान सभा की प्रक्रिया व कार्यसंचालन के नियम 295 के अन्तर्गत अजमेर शहर की बिगड़ती यातायात व्यवस्था में सुधार किये जाने का मामला उठाया। देवनानी ने सदन में सरकार का ध्यानाकर्शण करते हुए बताया कि अजमेर शहर में दिनों-दिन बढ़ रही वाहनों की संख्या तथा दरगाह व पुष्कर आने वाले श्रद्धालुओं, जायरीनों तथा पर्यटकों के साथ-साथ संभाग मुख्यालय होने के कारण अन्य जिलों से आने वाले वाहनों के कारण शहर की सड़कों पर यातायात का भारी दबाव रहने लगा है जिससे प्रमुख मार्गो पर ट्रेेफिक जाम लगता रहता है। उन्होंने बताया कि अजमेर शहर में स्टेशन रोड़, कचहरी रोड़, पृथ्वीराज मार्ग, आगरा गेट से बजरंग गढ़ मार्ग, जयपुर रोड़, नया बाजार आदि ऐसे प्रमुख मार्ग है जिन पर यातायात का सबसे ज्यादा दबाव हर समय बना रहता है। इन मार्गो पर प्रमुख सरकारी कार्यालय, रेलवे स्टेशन, बस स्टेण्ड,प्रमुख बाजार, व्यापारिक संस्थान, व्यवसायिक कॉम्पलैक्स, होटलें आदि स्थित है।

देवनानी ने यह भी बताया कि इन मार्गो पर यातायात के भारी दबाव के अतिरिक्त कुछ अन्य कारण भी है जो कि यातायात व्यवस्था को प्रभावित करते है। शहर में पार्किंग स्थलों का बहुत अभाव है। पार्किंग स्थलों के अभाव में सड़कों पर व दुकानों के बाहर खड़े रहने वाले वाहनों के कारण भी यातायात प्रभावित हो रहा है। शहर में विभिन्न स्थानों व बाजारों जैसे- रेलवे स्टेशन परिसर, स्टेशन रोड़, कचहरी रोड़, नया बाजार, खाइलेण्ड मार्केट, सुभाश उद्यान के पास आदि स्थानो पर मल्टी स्टोरी पार्किंग स्थलों का निर्माण कर व्यवस्था में सुधार किया जा सकता है।
देवनानी ने सरकार से शहर के मध्य से गुजरने वाले स्टेशन रोड़, कचहरी रोड़ व पृथ्वीराज मार्ग हेतु कोई वैकल्पिक मार्ग नहीं होने से इन मार्गो पर एलीवेटेड रोड़ का निर्माण कराने तथा श्रीनगर रोड़ से तोपदड़ा बाईपास मार्ग को विकसित किये जाने की मांग की।
देवनानी ने सरकार का ध्यान इस बात की ओर भी आकर्षित किया कि शहर के सर्वाधिक व्यस्त मार्ग स्टेशन रोड़ पर रेलवे स्टेशन स्थित होने से इस मार्ग पर यातायात बहुत बाधित रहता है। यदि रेलवे स्टेशन के दूसरी ओर तोपदड़ा/पालबीचला की तरफ भी प्लेटफार्म, रिजर्वेशन विन्डो, टिकिट विन्डों आदि खोलकर स्टेशन को दानों तरफ खोल दिया जाये तो स्टेशन रोड़ की यातायात दवाब में काफी सुधार हो सकता है। देवनानी ने बताया कि उन्होंने इस सम्बंध में मेंने माननीय रेल मंत्री से भी पत्र लिखकर आग्रह किया था। राज्य सरकार इस सम्बंध में प्रयास करे तो इसका समाधान निकल सकता है।

 अनु.जन जाति वर्ग को सम्मिलित करने पर विचार नही

अजमेर। अजमेर उत्तर विधायक प्रो. वासुदेव देवनानी द्वारा राजस्थान विधान सभा में पूछे गये एक प्रश्न के जवाब में राज्य सरकार ने यह बताया कि रावत समाज को विशेष अन्य पिछड़ा वर्ग अथवा अनुसूचित जन जाति वर्ग में सम्मिलित किये जाने का कोई भी प्रस्ताव वर्तमान में विचाराधीन नहीं है। देवनानी ने बताया कि उनकी विधान सभा क्षेत्र में रहने वाले रावत समाज के लोगों की यह मांग है कि उनकी आर्थिक एवं पिछड़ी स्थिति को दृष्टिगत रखते हुए उनके समाज के विकास व उत्थान के लिए उन्हें आरक्षण की उक्त श्रेणी में सम्मिलित किया जाना चाहिए। इस सम्बंध में सरकार की मंशा जानने के लिए ही उन्होंने यह विधान सभा प्रश्न पूछा था। देवनानी द्वारा पूछे गये प्रश्न के जवाब में सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि सरकार के पास अनु.जाति, अनु.जन जाति, अन्य पिछड़ा वर्ग तथा विशेष अन्य पिछड़ा वर्ग में शामिल जातियों की सूची में संशोधन का भी कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है। देवनानी ने कहा कि मेंरे विधान सभा क्षेत्र के साथ-साथ प्रदेश में अन्य क्षेत्रों में रहने वाले रावत समाज के लोग वर्तमान मंे भी काफी पिछड़ी अवस्था में है तथा कृषि व पशुपालन तथा दिहाड़ी मजदूरी, आदि के माध्यम से अपना जीवन यापन कर रहे है। सरकार को रावत समाज की भी आरक्षण सम्बंधी मांग पर ध्यान देना चाहिए।

पूर्व मेट्रिक छात्रवृति से वंचित करने पर विरोध प्रकट

अजमेर। अजमेर उत्तर विधायक प्रो. वासुदेव देवनानी ने आज विधान सभा में अजमेर जिले के अन्य पिछड़ा वर्ग के पात्र विद्यार्थियों को छात्रवृति देने से वंचित किये जाने पर कड़ा विरोध दर्ज कराते हुए सरकार से दोषियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाने एवं पात्र विद्यार्थियों को छात्रवृति चुकाये जाने की मांग की। आज विधान सभा में जोधपुर विधायक सूर्यकान्ता व्यास के तारांकित प्रश्न के जवाब में सरकार ने यह जानकारी दी कि गत चार सत्रों में बजट की अनुपलब्धता एवं देय वित्तीय वर्ष पूर्ण हो जाने के कारण अजमेर जिले के 4535 विद्यार्थियों को ओबीसी उत्तर मेट्रिक छात्रवृति तथा 31421 विद्यार्थियों को ओबीसी पूर्व मेट्रिक छात्रवृति से वंचित किया गया । देवनानी ने बताया कि इस प्रश्न के जवाब में सरकार ने यह भी बताया है कि अनु.जाति, अनु. जन जाति के विद्यार्थियों को छात्रवृति दिये जाने हेतु वार्षिक आय की सीमा 2.50 लाख है जबकि अन्य पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों के लिए यह सीमा मात्र 1.00 लाख ही है। उन्होंने सरकार से ओबीसी विद्यार्थियों हेतु भी आय सीमा बढ़ाये जाने की मांग की।
देवनानी ने प्रश्नकाल के दौरान अजमेर जिले के अन्य पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों को छात्रवृति दिये जाने के सम्बंध में शिक्षा विभाग द्वारा बरती गयी लापरवाही पर गहरी नाराजगी प्रकट करते हुए शिक्षा मंत्री से इसकी जांच करवाकर दोषियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही किये जाने की मांग भी की।
अजमेर शहर की बिगड़ती यातायात व्यवस्था
अजमेर। गत वर्षो में दोपहिया व चारपहिया वाहनों की संख्या में बडी वृद्धि हुई है। अजमेर शहर में भी वाहनों की संख्या में लगातार वृद्धि होती जा रही है। शहरवासियों के साथ-साथ, पुष्कर व ख्वाजा साहब की दरगाह आने वाले श्रद्धालुओं व पर्यटकों तथा संभाग मुख्यालय होने से अन्य जिलों से आने वाले वाहनों के कारण अजमेर की सड़कों पर यातायात का भारी दबाव रहने लगा है। शहर के प्रमुख मार्गो पर जगह-जगह ट्रेफिक जाम हो जाता है। अजमेर शहर में स्टेषन रोड़, कचहरी रोड़, पृथ्वीराज मार्ग, आगरा गेट से बजरंग गढ़ मार्ग, जयपुर रोड़, नया बाजार आदि ऐसे प्रमुख मार्ग है जिन पर यातायात का सबसे ज्यादा दबाव हर समय बना रहता है। शहर के ये ऐसे मार्ग है जो प्रमुख सरकारी कार्यालयों – कलेक्ट्रेट, नगर निगम, एसपी आफिस, डी.सी.आफिस, कोर्ट, यूआईटी, रेवेन्यू बोर्ड, प्रमुख षिक्षण संस्थानों, रेलवे स्टेषन, बस स्टेण्ड आदि को जोड़ते है साथ ही इन मार्गो पर ही प्रमुख बाजार, व्यापारिक संस्थान, व्यवसायिक कॉम्पलैक्स, होटलें आदि भी स्थित है, जिसके कारण इन पर दिनभर लोगों का आना-जाना लगा रहता है।
इन मार्गो पर यातायात के भारी दबाव के अतिरिक्त कुछ अन्य कारण भी है जो कि यातायात व्यवस्था को प्रभावित करते है। शहर में पार्किंग स्थलों का बहुत अभाव है। पार्किंग स्थलों के अभाव में सड़कों पर व दुकानों के बाहर खड़े रहने वाले वाहनों के कारण भी यातायात प्रभावित हो रहा है। शहर में विभिन्न स्थानों व बाजारों जैसे- रेलवे स्टेषन परिसर, स्टेषन रोड़, कचहरी रोड़, नया बाजार, खाइलेण्ड मार्केट, सुभाष उद्यान के पास आदि स्थानो पर मल्टी स्टोरी पार्किंग स्थलों का निर्माण कर व्यवस्था में सुधार किया जा सकता है।
शहर के मध्य से गुजरने वाले स्टेषन रोड़, कचहरी रोड़ व पृथ्वीराज मार्ग हेतु कोई वैकल्पिक मार्ग नहीं होने से इन मार्गो पर सर्वाधिक यातायात का दबाव रहता है। अतः इन मार्गो पर एलीवेटेड रोड़ का निर्माण करा दिया जाऐ साथ ही श्रीनगर रोड़ से तोपदड़ा बाईपास मार्ग को विकसित कर दिया जाऐ तो भी शहर की यातायात व्यवस्था में काफी सुधार किया जा सकता है। शहर के सर्वाधिक व्यस्त मार्ग स्टेषन रोड़ पर रेलवे स्टेषन स्थित होने से इस मार्ग पर यातायात बहुत बाधित रहता है। यदि रेलवे स्टेषन के दूसरी ओर तोपदड़ा/पालबीचला की तरफ भी प्लेटफार्म, रिजर्वेषन विन्डो, टिकिट विन्डों आदि खोलकर स्टेषन पर प्रवेष व निकलने की व्यवस्था प्रारम्भ हो जाऐ तो स्टेषन रोड़ की यातायात व्यवस्था में सुधार हो सकता है। इस सम्बंध में मेंने माननीय रेल मंत्री से भी पत्र लिखकर आग्रह किया था। राज्य सरकार इस सम्बंध में प्रयास करे तो इसका समाधान निकल सकता है।

 

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