ख्वाजा के दर से नला बाजार तक 851 किलो फूलों की होली

aअजमेर। नला बाजार व्यापारिक संघ की ओर से मंगलवार को ख्वाजा साहब की दरगाह से चून पचान लगी तक करीब 851 किलो फूलों से होली खेली गई। कार्यक्रम में हिन्दू मुस्लिम व्यापारियों ने एक साथ फूलों से होली खेल सौहार्द्र की मिसाल पेष की। इस मौके पर 151 किलो दूध की ठडाई वितरित की गई। पूर्व में 551 किलो फूलों से होली खेले जाने का प्रस्ताव था। मगर व्यापारियों के उत्साह को देखते हुए संघ की ओर से 851 किलो फूलों से होली मनाई गई।
संघ के अध्यक्ष दिनेष अग्रवाल ने बताया कि षाम 6 बजे ख्वाजा साहब की दरगाह के निजाम गेट के बाहर से दुकानदारों ने फूलों की बारिष किए जाने की षुरूआत की, यहीं से होली खेले जाने काष्षुभारंभ हुआ। व्यापारियों ने जमकर एक-दूजे पर फूलों की बारिष की और गुलाल लगाकर एक-दूजे को होली की मुबारकबाद दी। होली मना रहे व्यापारी प्रत्येक दुकान के बाहर नाचते-गाते पहुंचे और गले लगे।कार्यक्रम में संघ के सचिव नरेष पाटनी, उपाध्यक्ष सुदर्षन जैन, राजूभाई, विषनु तापडिया, अनिल गर्ग, राजू भाई, भगवानदास, हाजी चांद खान, बरकत उस्मानी, खादिम कुतुबदृदीन सखी, मुकदृदस मोइनीष्षहाबुदृदीन समेत अन्य व्याारियों ने एक साथ होली खेली। होली का आनंद ख्वाजा साहब की दरगाह आने वाले जायरीन ने भी लिया।
षमषान होली जलाई
फूल होली के बाद चौधर मोहल्ला के बाहर षमषान होली जलाई गई। पुरानी मान्यतओं के मुताबिक पुराने समय में यहां षमषान हुआ करता था, मगर आबादी बढने के बाद यहां मकान और दुकानें हो गई। ष्षमषान चेताने की परंपरा को लेकर यहां हर साल होली के दिन संध्या वेला मेंष्षमषान चेताया जाता है। इससे पूर्व यहां बने बालाजी के मंदिर पर ध्वजा चढाई जाती है। प्रसाद वितरित किया जाता है।

ऐसी पहल…..होती रहनी चाहिए

सुदर्शन जैन
सुदर्शन जैन

नला बाजार व्यापारिक संघ की ओर से मंगलवार को फूलों की होली मनाई गई। ख्वाजा साहब की दरगाह के निजाम गेट से प्रारंभ की गई फूलों की होली की महक और मस्ती का संदेष पूरे देष में गया। क्योंकि यहां हिन्दू मुस्लिम व्यापारी भाइयों ने एक साथ होली मनाई। ऐसा मौके देष में अन्य जगहों पर कम ही देखने को मिलते है। व्यापारियों ने जब दरगाह के बाहर फूलों की बारिष करना प्रारंभ किया, तो मुस्लिम भाई भी पूरे स्नेह और आदर के साथ इसमेंष्षामिल हो गए। फूलों की इस होली ने सदभाव, एकता और सौहार्द्र की खुषबू फैलाई। हालांकि यह पहली बार नहीं था। संघ ने पहले भी इस तरह होली के आयोजन किए थे। पहले भी यह सांप्रदायिक सौहार्द्र महकता रहा है। मगर ऐसी पहल और होती रहनी चाहिए।
ख्वाजा गरीब नवाज की पहचान और मान्यता पूरे देष ही नहीं बल्कि विष्व में है। कई षहंषाहों ने यहां हाजिरी दी है। अपनी झोलियां भरी है। जब देष दुनिया की हस्तियां हमारे अजमेर में खाली झोली आती है, दामन भरकर जाती है। तो हमारे त्यौहार होली में ख्वाजा साहब की इबादत क्यों षामिल नहीं हो। मुस्लिम भाइयों ने भी खूब फूलों से होली खेली और मुबारकबाद दी। हिन्दू मुस्लिम भाइयों के स्नेह की यह असीमत अनुभूति थी। ख्वाजा साहब की दरगाह आने वाले जायरीन भी इस होली का आनंद लेते रहे। साथ में इस अनूठे कार्यक्रम की यादें अपने साथ ले गए। होली ही क्यो, और भी कई मौकों और कार्यक्रमों में ऐसी पहल होती रहनी चाहिए। नला बाजार व्यापारिक संघ की ओर से आयोजित इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में हाजी चांद खान, कुतुबदृीन सखी, मुकदृस मोइनी समेत अन्य भाइयों ने षिरकत की। वहीं अध्यक्ष दिनेष अग्रवाल, नरेष पाटनी, राजूभाई, भगवानदास, अनिल अग्रवाल समेत अन्य व्यापारियों ने भी इस कार्यक्रम को कामयाब बनाने में कोई कसर नहीं छोडी।
-सुदर्शन जैन
उपाध्यक्ष, नला बाजार व्यापारिक संघ
9829270950

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