ख्वाजा साहब के उर्स का झंडा आज चढेगा

ÚU¢»-ÚUô»Ù ·ð¤ ÕæÎ ¿×·¤ ©UÆUæ ÎÚU»æã ·¤æ »é¢ÕÎअजमेर/ सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के 801 वें उर्स का झंडा मंगलवार को दरगाह के बुलंद दरवाजे पर चढ़ाया जाएगा। इसके साथ ही उर्स की अनौपचारिक शुरुआत हो जाएगी। रजब महीने का चांद दिखाई देने पर उर्स 11 या 12 मई से शुरू होगा। इधर उर्स का झंडा लेकर रविवार को भीलवाड़ा के गौरी परिवार के सदस्य यहां पहुंच गए हैं। भीलवाड़ा के फखरुद्दीन गौरी के साथ दो दर्जन लोग आज शाम को उर्स का झंडा लेकर दरगाह पहुंचे। दरगाह कमेटी के गेस्ट हाउस में परिवार के सदस्यों के रहने की व्यवस्था की गई है। बुलंद दरवाजे स्थित मदरसा हॉल में भी परिवार के सदस्यों को ठहराया जाएगा। दरगाह के बुलंद दरवाजे पर मंगलवार को रोशनी के वक्त से पूर्व गौरी परिवार द्वारा उर्स का झंडा बुलंद किया जाएगा। इससे पूर्व अस्र की नमाज के बाद जुलूस की शुरुआत गरीब नवाज गेस्ट हाउस से होगी। गाजेबाजे व सूफियाना कलाम के बीच निकलने वाले जुलूस में गौरी परिवार के सदस्य उर्स का झंडा लेकर चलेंगे। लंगर खाना गली, नला बाजार होते हुए जुलूस निजामगेट होता हुआ बुलंद दरवाजे पहुंचेगा। यहां परंपरा के मुताबिक रोशनी के वक्त से पूर्व झंडा बुलंद कर दिया जाएगा। गौरतलब है कि हिजरी संवत के रबी उस्सानी महीने की 25 तारीख को हर साल उर्स का झंडा चढ़ाया जाता है। इसके साथ ही उर्स की अनौपचारिक शुरुआत हो जाती है। विधिवत शुरुआत रजब का चांद दिखाई देने पर होगी।
जन्नती दरवाजा 11 को खुलेगा
अंजुमन सैयदजादगान के सचिव सैयद वाहिद हुसैन अंगाराशाह के मुताबिक चांद की 29 तारीख को दरगाह में जन्नती दरवाजा 11 मई को तड़के जियारत के लिए खोल दिया जाएगा। रजब का चांद नहीं दिखाई देने पर इसे वापस बंद कर 12 मई को खोला जाएगा। जो रजब की 6 तारीख को जोहर की नमाज तक खुला रहेगा। इधर 10 मई को गरीब नवाज की मजार से संदल उतारा जाएगा।
खिदमत का वक्त बदलेगा
आस्ताने की खिदमत का वक्त मंगलवार से बदल जाएगा। अंजुमन सचिव अंगाराशाह के मुताबिक दोपहर की स्थान पर अब रात में खिदमत होगी। यह सिलसिला चांद रात तक चलेगा।

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