मिठाई और खटाई शरीर को बिगाड़ देती हैं। अत्यधिक मिठाई और खटाई के कारण शरीर की कोषिकाओं का क्षय होता है जिससे कोषबद्धता की स्थिति उत्पन्न हो जाती है और जोड़ों का दर्द, पेन्क्रियाज़ का संकुचित हो जाना तथा माँसपेषियों का अकड़ जाना शमिल है। ऐसी स्थिति से बचने के लिए खटाई और मिठाई का न्यून उपयोग करना चाहिए। उक्त विचार पतंजलि योग समिति जिला अजमेर द्वारा आयोजित निःशुल्क योग शिविर के दौरान युवा भारत के सहप्रभारी विष्वास पारीक ने योग प्रशिक्षण देते हुए व्यक्त किए। उन्होंने प्राणायाम को सर्वोत्तम बताते हुए कहा कि इससे हमारी सूक्ष्म रक्तवाहिकाएँ जिनमें प्राण भी बहता है, खुलने लगती हैं तथा ऑक्सीजन की मात्रा के बढ़ने से उनमें जमा विजातीय तत्व नष्ट होने लगते हैं जिससे प्रारंभ में शरीर स्वस्थ होता है और लंबे अभ्यास से मन, बुद्धि एवं आत्मा तक उसके प्रभाव को अनुभव किया जा सकता है। षिविर में आसन, प्राणायाम, सूक्ष्म व्यायाम इत्यादि का अभ्यास कराया गया।
शिविर का आयोजन चौरसियावास में कृषि भवन के सामने स्थित ताज पैलेस प्रांगण में प्रातः 5.15 से 6.30 तक किया जा रहा है। षिविर में युवा भारत के प्रभारी अंषुल कुमार, पतंजलि योग समिति के सुषांत ओझा, किषन सोलंकी भी उपस्थित थे। तथा षिविर आयोजन समिति के मनोज अपूर्वा तथा रणवीर सिंह राठौड़ ने षिविर के दौरान व्यवस्थाएँ संभालने में सहयोग दिया।
-जिला महामंत्री
पतंजलि योग समिति
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