मुख्य सचेतक रघु शर्मा ने की समारोह में शिरकत

2-6-2013 02 k
मंच पर बैठे रघु शर्मा व शंभूदयाल बडग़ूजर।
2-6-2013 01 k
फेरे लेते।

केकड़ी । केकड़ी के अजमेर रोड़ पर स्थित आनंद राईस मिल में क्षत्रिय खटीक समाज का सामूहिक विवाह सम्मेलन संपन्न हुआ। सम्मेलन में कुल 57 जोड़ों ने अग्नि को साक्षी मानकर एक दूसरे को जीवनसाथी बनाया। इस अवसर पर सरकारी मुख्य सचेतक डा.रघु शर्मा ने भी समारोह में शिरकत की। शर्मा का यहां समाज द्वारा राजस्थानी परंपरानुसार माला पहना,साफा बंधवाकर व प्रतीक चिन्ह भेंट कर स्वागत किया गया।
शर्मा ने इस अवसर पर नवविवाहित प्रत्येक जोड़े को मिक्सर ग्राईंडर कन्यादान के रूप में प्रदान किये। शर्मा ने इस अवसर पर कहा कि जो समाज सामूहिक विवाह सम्मेलन करता हैं मैं उन्हे नमन करता हूं,सामूहिक विवाह सम्मेलनों से समाज के लोग एक दूसरे से मिल पाते हैं और आर्थिक बचत भी होती हैं। साथ ही शर्मा ने कहा कि राजस्थान सरकार ने भी सामूहिक विवाह सम्मेलन करने हेतु प्रोत्साहित करने के लिये विशेष अनुदान की सहायता करने की योजना भी चलाई हैं जिससे सभी लाभान्वित हो रहे हैं। साथ ही शर्मा ने इस अवसर पर खटीक समाज के लिये सामुदायिक भवन निर्माण के लिये 5 लाख रूपये की आर्थिक स्वीकृति भी इसी माह जारी करवाने की बात कही।
वहीं पार्टी पोलिटिक्स से उपर उठ कर सामाजिक कार्यक्रम से सरोकार रखने का परिचय भी रविवार को यहां देखने को मिला। मंच पर मुख्य अतिथि के रूप में कांग्रेस के विधायक रघु शर्मा मौजूद थे तो भाजपा से केकड़ी के पूर्व विधायक शंभूदयाल बडग़ूर्जर भी मंच पर बैठे थे। दोनों ही नेताओं ने काफी समय तक आपस में बाते भी की।

2-6-2013 03 k
मुख्य सचेतक रघु शर्मा को अपनी पीड़ा बताती छात्राऐं

नहीं मिली राहत112 छात्राओं के सप्लीमेन्ट् का मामला
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 12वीं कला वर्ग के परिणामों में केकड़ी की एक ही स्कूल की 112 छात्राओं के एक ही विषय में सप्लीमेन्ट्ी आने के मामले में छात्राओं को अब भी कोई राहत नहीं मिल पाई हैं। छात्राओं को ना तो अब तक उनकी उत्तर पुस्तिकाओं की फोटो कॉपी मिल पायी हैं और ना ही बोर्ड के किसी अधिकारी से स्पष्ट जवाब…मिला हैं तो सिर्फ आश्वासन……
छात्राऐं अपने हक की लड़ाई के लिये हर संभव प्रयास कर रही हैं। इसी कड़ी में रविवार को एक बार फिर पिडि़त छात्राओं ने क्षेत्रीय विधायक व सरकारी मुख्य सचेतक डा.रघु शर्मा से मिल अपनी पीड़ा बताते हुए कार्यवाही करवाने की मांग की हैं। विधायक शर्मा ने तुरंत ही बोर्ड पदाधिकारियों को फोन खडख़ड़ाऐ और जमकर उनकी क्लास ली…शर्मा ने बोर्ड पदाधिकारियों को छात्राओं का भविष्य बिगडऩे की बात कहते हुए सोमवार तक समस्या का हल निकालने की बात कही।
गौरतलब हैं कि पिडि़त छात्राओं ने बोर्ड पर उत्तर पुस्तिकाऐं जांचने में गड़बड़ी करने का आरोप लगाते हुए दो दिनों तक राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय के बाहर चिलचिलाती हुई धूप में धरना भी दिया था। स्थानीय प्रशासन ने छात्राओं को बोर्ड द्वारा शीघ्र जांच करवाने की बात कहकर धरना तो समाप्त करवा दिया गया, परन्तु स्थिति अब भी जस की तस बनीं हुई हैं। पिडि़त छात्राऐं अब परेशान हैं कि आखिर जाये तो जाये कहां…वे अपने साथ हुए अन्याय के इंसाफ के लिये सभी जतन कर चुकी हैं,मगर उन्हे मिला तो मिला सिर्फ आश्वासन….
ऐसे में सवाल राजस्थान सरकार की उन योजनाओं पर भी खड़े होते हैं जो बालिका शिक्षा के प्रोत्साहन के लिये चलाई जा रही हैं। जहां एक और सरकार लाखों रूपये खर्च कर बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिये छात्राओं को साईकिलें बांट कर बेटियों को आगे बढ़ाना चाहती हैं वहीं राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ऐसी कारगुजारियां ही सभी योजनाओं को बट्टा लगा रही हैं। बोर्ड के कारिंदों द्वारा हुई इस गड़बड़ी से 112 छात्राओं का भविष्य अब अधरझूल में दिखाई दे रहा हैं वहीं छात्राओं के सामने एक बड़ी समस्या यह भी हैं कि आगामी 6 जून को आरपीएससी की काउंस्लिंग भी होनी हैं और उसके लिये छात्राओं को आरपीएससी के फोर्म में अपने 12वीं के अंको के प्रतिशत भी दर्ज करने हैं। ऐसे में यदि 6 जून तक बोर्ड द्वारा किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की गई तो इन 112 छात्राओं का भविष्य अधर में ही झूलता रह जायेगा।
देखने वाली बात यह भी हैं कि क्या बोर्ड द्वारा इस पूरे प्रकरण से पर्दा उठाने के बाद उन कर्मचारियों पर किसी प्रकार की कार्यवाही की जायेगी जिनकी गलती से ऐसे हालात पैदा हुए हैं।

मनुष्य जन्म दुर्लभ – संत प्रहलाद
2-6-2013 04 kमनुष्य जन्म बड़ा ही दुर्लभ हैं कहा भी गया हैं ‘‘बड़े भाग्य मानुष तन पावां।’’ यह जन्म बड़े भाग्यों से मिलता हैं। यह उद्गार संत प्रहलाद ने रविवार को अजमेर रोड़ पर स्थित निरंकारी सत्संग भवन में आयोजित सत्संग के दौरान व्यक्त किये।
निरंकारी मण्डल प्रवक्ता रामचन्द्र टहलानी ने बताया कि संत ने यह भी कहा कि यह जीव कीट,पतंगा बना कई जन्मों तक पशु बना,कई जन्मों में पक्षी बना,कई जन्मों में वनस्पति बना 84 लाख योनियों में जन्म के बाद परमात्मा ने तरस खाकर मनुष्य योनि दी हैं। यही मौका हैं कि इस जीवन में संतों का संग कर,सत्संग का लाभ लेकर,परतात्मा का स्मरण कर, अपनी चौरासी को समाप्त कर अपने निज घर को प्राप्त कर सकता हैं। तन से दुबला हो जैब में फूटी कोड़ी भी ना हो,जमाना दुश्मन बने,कोई भी सहारा ना हो,खाने को एक दाना भी ना हो फिर भी अगर चित में प्रभु परमात्मा हैं तो इंसान की बिगड़ी भी बन जाती हैं। परमात्मा के स्मरण मात्र से जीवन में मजबूती आती हैं। परमात्मा के स्मरण से ही इंसान अपना लोक व परलोक सुधार सकता हैं।
सत्संग के दौरान डोली रानी,आशा,संगीता,रितिका मनवानी,राधा बैरवा,मनभर,रेणु,कालूराम आदि ने गीत विचार किये। संचालन ब्रांचमुखि अशोक रंगवानी द्वारा किया गया।

पीयूष राठी

error: Content is protected !!