हिन्दी ग्रन्थ अकादमी की ओर से दो दिवसीय पुस्तक पर्व प्रारम्भ

ज्ञानार्जन के लिए नियमित पुस्तकों का अध्ययन जरूरी है- सी.आर.मीना
c r meena 2अजमेर 7 सितम्बर। राजस्थान राजस्व मण्डल के रजिस्ट्रार श्री सी.आर.मीना ने कहा कि ज्ञानार्जन के लिए नियमित रूप से पुस्तकों का अध्ययन जरूरी हैं। युवा पीढ़ी को इस वैब दुनिया में इंटरनेट पर नई-नई जानकारी लेने के अतिरिक्त विभिन्न विषयों एवं विद्धानों द्वारा लिखी गई पुस्तकों का भी अध्ययन करना चाहिए।
श्री मीना आज प्रातः राजकीय सावित्राी कन्या महाविद्यालय में राजस्थान ग्रन्थ अकादमी द्वारा आयोजित दो दिवसीय पुस्तक पर्व का शुभारम्भ करने के पश्चात अपने विचार व्यक्त कर रहे थे।
श्री मीना ने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी के इस युग में हर व्यक्ति तत्काल नई जानकारी हांसिल करने की कोशिश करता है। परन्तु मानसिक विकास और किसी भी क्षेत्रा में पारंगत आप तभी हो सकते हैं जब आपको मूल रूप से ज्ञान की जानकारी हो और यह सभी पुस्तको के नियमित अध्ययन से मिलता है। उन्होंने पुस्तक पर्व आयोजित करने के लिए हिन्दी ग्रन्थ अकादमी के प्रति अपनी ओर से आभार व्यक्त किया।
शुभारम्भ समारोह के विशिष्ठ अतिथि उपनिदेशक सूचना एवं जनसम्पर्क श्री प्यारे मोहन त्रिपाठी तथा श्री अरूण कुमार अरोड़ा सहायक निदेशक काॅलेज शिक्षा के अध्यक्षता महाविद्यालय की प्राचार्य डाॅ. रेणु शर्मा ने की।
अकादमी द्वारा विद्यार्थियों के हित में ना लाभ ना हानि के सिद्धान्त पर पुस्तकों का विक्रय किया जाता है। इस पुस्तक पर्व में मानविकी, विज्ञान, दर्शन एवं ललित कलाओं संबंधी विभिन्न पुस्तकें उपलब्ध है।

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