मुख्यमंत्री निशुल्क जांच योजना का दूसरा चरण प्रारम्भ

photo Tadgarh p3 jpgphoto Tadgarh p2 jpgphoto Tadgarh p1अजमेर। मुख्यमंत्री निशुल्क जांच योजना का दूसरा चरण आज से केन्द्रीय स्वास्थ्य केन्द्रों पर प्रारम्भ हो गया। अजमेर जिले के अंतिम छोर पर ऊंची-ऊंची पहाडिय़ों के बीच बसे टॉडगढ़ के केन्द्रीय स्वास्थ्य केन्द्र के आऊटडोर के रोगियों में हुए इजाफे को देखकर ऐसा प्रतीत हुआ कि दूर दराज के ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे आम लोगों को भी मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना के बाद शुरू की जा रही मुख्यमंत्री निशुल्क जांच योजना का भी पूरा ज्ञान है।
साफ-सुथरे एवं खुले वातावरण में स्थित टॉडगढ का केन्द्रीय स्वास्थ्य केन्द्र यहां आने वाले मरीजों के स्वास्थ्य के लिए पूरी तरह से वरदान साबित हो रहा है। यहां पिछले पांच वर्ष से लगातार कार्यरत एक मात्र चिकित्सक डॉ. विनोद शर्मा ने टॉडगढ व आस-पास के 20 किलोमीटर की परिधि के गांवों व छोटे-छोटे मजरों के लोगों के दिलों में अपनी अच्छी छाप छोड़ रखी है। ”वन मैन शो” के रूप में कार्यरत युवा चिकित्सक डॉ. विनोद शर्मा 24 घंटे इस क्षेत्र के लोगों की सेवा के लिए उपलब्ध रहते हैं।
आधुनिक मापदण्ड के आधार पर निर्मित इस केन्द्रीय स्वास्थ्य केन्द्र भवन में भी आज दूसरे चरण से मुख्यमंत्री निशुल्क जांच योजना प्रारम्भ हुई और इसका प्रथम रोगी ठीक प्रात: साढ़े 8 बजे ही चिकित्सालय में अपनी पत्नी के साथ पहुंचा। लगभग 70 वर्षीय राठौड़ ंिसंह अपनी पत्नी के साथ डॉ. शर्मा के पास आया और अपने बिगड़ते हुए स्वास्थ्य की पूरी जानकारी दी जिसे तत्काल चिकित्सालय में भर्ती कर ईलाज प्रारम्भ किया गया और विभिन्न प्रकार की जांचें कराई गई जो पूरी तरह से निशुल्क थी। राठौड़ सिंह ने भर्ती होने के दो घण्टे बाद इस प्रतिनिधि को बताया कि चिकित्सालय में जब वह आया तो उसकी तबीयत ज्यादा खराब थी अब वह बहुत आराम महसूस कर रहा है। उसकी पत्नी से जब पैसे खर्च होने के बारे में पूछा तो उसने स्थानीय भाषा में बताया ”एक पिस्यो भी कोनी लाग्यो” । एक अन्य महिला रोगी पुष्पा देवी भी अपनी चिकित्सा के लिए यहां आयी जिसकी शुगर की जांच भी निशुल्क की गई। चिकित्सालय में हाल ही में एक सप्ताह पहले स्थापित नई एक्सरे मशीन का भी शुभारम्भ आज निशुल्क जांच योजना के साथ ही हुआ । एक्सीडेंट के एक मामले में आये एक बालक का तत्काल एक्सरे यहां किया गया ।
इस चिकित्सालय में एक विशेष व्यवस्था देखी गई कि यहां के एक मात्र चिकित्सक डॉ. विनोद शर्मा प्रत्येक रोगी की जांच करने स्वयं ही प्रयोगशाला व एक्सरे रूम पहुंच जाते और स्वयं जांच करना शुरू कर देते। डॉ. शर्मा ने बताया कि तकनीकी स्टॉफ की कमी के कारण वे स्वयं मौजूद स्टॉफ की सहायता करने के लिए ऐसा करते हंै और उन्हें इसमें संतुष्टी मिलती है। चिकित्सालय के चिकित्साकर्मी भी चिकित्सक डॉ.शर्मा की सक्रियता और सहयोग के पूरे कायल हैं।
डॉ. शर्मा ने बताया कि आज से चिकित्सालय में 28 निशुल्क जांचें प्रारम्भ की गई हंै। उसके बोर्ड भी चिकित्सालय परिसर में बड़े बड़े अक्षरों में लगाये गये हैं। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य से जुड़ी अन्य विभिन्न योजनाओं के पोस्टर भी पूरे चिकित्सालय परिसर में लगे हुए हैं। उन्होंने बताया कि आज पहले ही दिन आऊटडोर में 100 से अधिक रोगियों का पंजीयन हुआ हैं। 24 मार्च 2009 को जब उन्होंने यहां चिकित्सक के रूप में कार्यभार संभाला तब चिकित्सालय का वार्षिक आऊटडोर 2500 रोगियों का था। जो गत वर्ष 12 हजार हो गया और चालू वर्ष के मात्र तीन महिने में ही यह आऊटडोर साढ़े 7 हजार रोगियों का है। उन्होंने बताया कि जननी शिशु सुरक्षा योजना में इस चिकित्सालय में लगभग 25 प्रसूति प्रत्येक माह होती है, प्रत्येक महिला के खाते में 1400 रूपये की राशि ऑन लाईन पेमेंट से जमा करायी जाती है। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा प्रारम्भ की गई शुभ लक्ष्मी योजना में जून माह में ही 12 महिलाओं द्वारा कन्या को जन्म देने पर 2100-2100 रूपये के चैक उन्हें दिये गये। ग्रामीण क्षेत्र से आयी एक महिला मरीज ने स्थानीय भाषा में बताया कि ”आस-पड़ौस का गांव सूं लुगायां जापो कराबाने अठे ही आवे है, डाक्टर साहब घणा चोखा है और अस्पताल में पूरी साफ सफाई है” ।
अजमेर जिले का अंतिम छोर का यह प्राचीन एवं ऐतिहासिक ग्राम टॉडगढ वर्षां के समय में अजमेर जिले का कश्मीर कहा जाता है जो चारों तरफ से राजसंमद, पाली, भीलवाड़ा जिलों आदि से जुड़ा हुआ है।

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