रक्तदान से बढ़कर कोई दान नहीं-पी.एस. जाट

IMG_1312IMG_1304अजमेर। अजमेर विद्युत वितरण निगम लि. के प्रबंध निदेषक श्री पी.एस. जाट ने कहा कि रक्तदान से बढ़कर कोई बड़ा दान नहीं हैं। इससे किसी व्यक्ति को नव जीवन मिल सकता हैं। उन्होंने रक्तदान को एक देष भक्ति एवं मानव सेवा का कार्य बताया। प्रबंध निदेषक श्री जाट की प्रेरणा एवं मार्गदर्षन में शुक्रवार को ऊर्जा दिवस पर अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के तत्वावधान में सिटी पावर हाऊस, जयपुर रोड़, अजमेर में विषाल रक्तदान षिविर का आयोजन किया गया। जिसमें जवाहर लाल नेहरू राजकीय चिकित्सालय के चिकित्सकों का पूर्ण सहयोग रहा।
षिविर के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए प्रबंध निदेषक ने कहा कि रक्तदान के संबंध में लोगों में अनेक भ्रांतियां है, जिसे दूर किया जाना चाहिए। रक्तदान से व्यक्ति के शरीर में कमजोरी नहीं आती वरन् वह नई स्फूर्ति महसूस करता हैं। उन्होंने कहा कि प्रतिवर्ष ऊर्जा दिवस पर ऐसे षिविरों का आयोजन किया जाना चाहिए। ताकि अस्पताल में मरीजों को आवष्यकता पड़ने पर तत्काल रक्त की व्यवस्था हो सकें। निगम कर्मियों को भी ऐसे समय में मदद मिल सकेगी।
इस मौके पर जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय ब्लड़ बैंक के चिकित्सक डॉ. नानक जेठानी ने रक्तदान को महादान बताते हुए बताया कि रक्त के लाल कणों का जीवन सिर्फ 90 से 120 दिनों तक होता है। प्रतिदिन हमारे षरीर में पुराने रक्त का क्षय होता रहता है और नया रक्त बनता रहता है। ऐसी नष्वर चीज का दान करने से अगर हम किसी को जीवन दे सकते हैं तो हमें यथा संभव इस कार्य में आगे आना चाहिए। उन्होंने बताया कि कोई भी व्यक्ति जिसकी आयु 18 से 60 वर्ष के बीच हो तथा जिसका वजन 100 पौंड से अधिक हो वह रक्तदान कर सकता हैं। यदि कोई व्यक्ति क्षय रोग, रति रोग, पीलिया, मलेरिया, मोतीझरा, एड्स आदि से पीड़ित हो तो वह रक्तदान नहीं कर सकता हैं। उन्होंने बताया कि रक्तदान देने वाले व्यक्ति के खून की जांच भी हो जाती है तो भी यदि व्यक्ति में कोई ताजा संक्रमण हो तो व्यक्ति की बीमारी का पूर्ण पता नहीं लगता ऐसे में डोनेषन फार्म में मांगी गई जानकारी का सही विवरण भरा जाना चाहिए। यदि उसके दिए गए रक्त में कोई बीमारी सामने आती है तो संबंधित को सूचित किया जाता है तथा यह सूचना गोपनीय भी रखी जाती है।
इस मौके पर षिविर संयोजक एवं अजमेर शहर वृत के अधीक्षण अभियंता श्री एन.एस. निर्वाण ने बताया षिविर में दो सौ इक्कावन व्यक्तियों ने स्वैच्छिक रक्तदान दिया हैं। यह सभी टीम भावना से ही संभव हो पाया हैं। इस षिविर की महत्ता को देखते हुए राजस्थान राज्य विद्युत प्रसारण निगम के कर्मियों एवं स्थानीय नागरिकों ने भी सहयोग देते हुए रक्तदान किया।
रक्तदान करने के लिए मची होड़ –
षिविर में शुक्रवार को प्रातः से ही निगम के कर्मचारी एवं अधिकारियों में पहले रक्तदान करने की होड़ सी मच गई । मानों वे इस पुनीत कार्य में कही पीछे नहीं रह जाए। ऐसे में प्रारंभ में हो रहे पंजीयन कार्य में काफी भीड़ देखी गई।
महिला कर्मियों ने भी लिया उत्साह से भाग –
रक्तदान के इस महाकुम्भ में पुरूष कर्मचारियों के साथ साथ महिला कर्मचारियों में भी काफी उत्साह देखा गया। इस षिविर में लगभग पच्चीस महिला कर्मचारियों ने भी रक्तदान देकर षिविर को सफल बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।
आभार व्यक्त किया –
निगम के प्रबंध निदेषक श्री पी.एस. जाट ने षिविर में रक्तदान दाताओं को आभार पत्र वितरण एवं व्यक्तिगत रूप से एस.एम.एस. के माध्यम से सभी का आभार व्यक्त किया।
इस मौके पर जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय ब्लड बैंक के डॉ. नानक जेठानी, डॉ. अजंना चौधरी, निगम के मुख्य अभियंता श्री बी.एम. गोंयल (अजमेर जॉन), श्री जी.आर. चौधरी (वाणिज्य), सचिव प्रषासन श्री जगदीष पुरोहित, मुख्य लेखाधिकारी (एटीबी) श्री एस.एम. माथुर, टी.ए. टू एम.डी. श्री मुकेष बालदी, अधिषाषी अभियंता (निर्माण) श्री एन.के. भटनागर, कम्पनी सचिव श्रीमती नेहा शर्मा, जन सम्पर्क अधिकारी श्री महेष चन्द्र षर्मा सहित समस्त अधीक्षण अभियंता, अधिषाषी अभियंता एवं तकनिकी कर्मचारी /अधिकारी उपस्थित थे। कार्यक्रम का सफल संचालन अधीक्षण अभियंता (एमएम) श्री एस.एस. शेखावत ने किया।

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