माताएं अपनी बेटियों को निर्भिक बनाएं-गीता जी गुंडे

DSC_0006DSC_0033अजमेर। ‘‘समाज की माताओं को अपनी बेटियों में डर निर्माण करना नहीं वरन् उनको आत्मविश्वासी एवं निर्भीक बनाना, यह उनका कर्तव्य है’’। अजमेयरू में आयोजित प्रबुद्ध महिला संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित सुश्री गीता जी गुंडे ने महिलाआं को सम्बोधित किया। यह कार्यक्रम स्वामी विवेकानन्द जी की 150 वी जयन्ती के उपलक्ष में में महिलाओें हेतु आयोजित संवर्धिनी आयाम के आयाम के अन्तर्गत सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम की शुरूआत ओंकार प्रार्थना एवं दीप प्रज्जवलन द्वारा की गई। इस कार्यक्रम की आध्यक्षा डॉ. अल्पना गोखरू ने कहा कि स्वामी विवेकानन्द के उद्यात एंव तेजस्वी विचारों को ग्रहण करते हुए हम महिलाएं अपने शक्ति स्वरूप को समझ पायेगीं एवं राष्ट्र कार्य में अपना योगदान देने हेतु तत्परता दिखायेगीं। कार्यक्रम की विषय प्रस्तावना उत्तर-पश्चिम क्षेत्र की संवर्धिनी प्रमुख श्रीमति राधिका जी लढ्ढा ने रखी। विवेक गर्जना स्वामी विवेकानंद जी की प्रेरक विचार श्रीमति अभिलाषा द्वारा बोली गई। सुश्री प्रियंका ने हे मातृशक्ति गीत प्रस्तुत किया। इन जागरूक महिलाओं ने जिज्ञासा करते हुए समाधान मुख्य वक्ता जी से प्राप्त किया। आभार प्रर्दशन श्रीमती लीलामणी द्वारा प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम उत्सुकता पूर्वक समपन्न हुआ और उन्होनें राष्ट्र कार्य हेतु योगदान देने का संकल्प किया। कार्यक्रम का समापन सुश्री नीलम द्वारा प्रस्तुत वन्देमातरम् के साथ हुआ।
-मनीषी ईन्दौरिया
संवर्धिनी प्रमुख,
मो. 9413252623
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