अधिकारी वर्ग जनसुनवाई को टाल कर रहे हैं

बिना प्रभारी की मौजूदगी में विकास अधिकारी कक्ष में आयोजित होता जनसुनवाई शिविर।
बिना प्रभारी की मौजूदगी में विकास अधिकारी कक्ष में आयोजित होता जनसुनवाई शिविर।

अरांई। शुक्रवार को पंचायत समिति परिसर में आयोजित जनसुनवाई शिविर फिर औपचारिक रहा। औपचारिकता को देख दूर दूर से आये ग्रामीणों ने शिकायतों का निवारण न होने तथा समस्या नहीं सुनने के कारण लापरवाह प्रशासन के खिलाफ नाराजगी जाहिर की। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को ज्ञापन भेज जनसुनवाई के लिए विशेष अभियान चलाकर टीम द्वारा मोनिटरिंग कराने की मांग की। ग्रामीणों ने प्रशासनिक अधिकारियों पर आरोप लगाया कि जनसुनवाई के लिए राज्य सरकार द्वारा सप्ताह में एक दिन चिन्हित किया गया है। उस दिन भी अधिकारी वर्ग जनसुनवाई समय में अन्य बैठके आयोजित कर औपचारिकताए पूरी करने में लगा है। मालूम हो कि गत शुक्रवार को भी पंचायत समिति में जनसुनवाई शिविर समय में स्वास्थ्य बीमा योजना की कार्यशाला का आयोजन कर औपचारिकताएॅ पूरी कर ली गई।

चिकित्सा विभाग के अधिकारी के नहीं आने के कारण गुस्साते ग्रामीण।
चिकित्सा विभाग के अधिकारी के नहीं आने के कारण गुस्साते ग्रामीण।

ये हुआ जनसुनवाई शिविर में :– शुक्रवार को पंचायत समिति में जनसुनवाई प्रभारी १२ बजे पंचायत समिति में आये। इस दौरान उपखण्ड अधिकारी राजेन्द्र सारस्वत , विकास अधिकारी गिरीश कुमार जिरोता ग्रामसेवको व रोजगार सहायकों की खाघ सुरक्षा बिल की क्रियान्विति की बैठक आयोजित कर दी। इस दौरान पूर्व की शिकायतों की स्थिति व नई शिकायते लेकर पहुंचे ग्रामीणों को अधिकारियों द्वारा विकास अधिकारी कक्ष में जनसुनवाई आयोजित करने के लिए कहा गया। जब ग्रामीण शिकायते लेकर विकास अधिकारी कक्ष मेंं पहुचें तो वहॉ मात्र तीन चार विभागों के अधिकारी मौजूद थे। ग्रामीणों को शिकायत की रसीद काटकर वापस भेजते हुये जनसुनवाई शिविर के औचित्य को बदला जा रहा था। मामले को लेकर किसान संघ अध्यक्ष उमराव गौरेली सहित ग्रामीणों ने अधिकारियों को शिविर में आने की बात कही तो अधिकारियों ने बैठक के बाद मिलने को कहा। इस बात को लेकर शिविर में हंगामा खडा हो गया। हंगामें के बाद विकास अधिकारी गिरीश कुमार जिरोता ने आकर जनसुनवाई में ग्रामीणों की समस्याए सुनी। जहॉ चिकित्सा विभाग द्वारा सक्षम अधिकारी के मौजूद न होनें से ग्रामीणों ने नाराजगी जाहिर की। शिवराज खटीक ने बताया कि चिकित्सा विभाग के अधिकारियों की अकुंशता के चलते कई विकास कार्य बाधित है।
ये आयी समस्याएं :-कस्बेवासियों द्वारा जनसुनवाई में ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी बश्ंाीलाल मण्डारा के मुख्यालय पर नहीं रूकने का मुद्दा छाया रहा। साथ ही गत दिनों चिकित्सा महकमे की लापरवाही से दो जनों की मौत को लेकर मामले ने तुल पकडा। उमराव गौरेली सहित सैकडों भाजपाई व काग्रेंसी कार्यकर्ताओं ने जनसुनवाई में शिकायत दर्ज कराकर दोषी अधिकारियों व कर्मचारियों को हटाने की मांग को लेकर शिकायत दर्ज कराई। गोपीलाल मेवाडा, छोटूलाल भील, मदनलाल रैगर, बालू, लेखराज आदि ग्रामीणों ने चरागाह पर जमीन पर हो रखे अतिक्रमण को लेकर जनसुनवाई में शिकायत दर्ज कराते हुए अतिक्रमण हटाने की मांग करी। ग्रामीणों ने बताया कि सरवाड मार्ग पर एमआरजी स्कूल के पास करीब दस बीघा जमीन, मालपुरा मार्ग पर व गणेश मेमोरियल स्कूल के सामने भू माफियाओं ने अतिक्रमण कर रखा है। इस कारण जानवरों के चरने की जमीन पर अतिक्रमण होनें से अन्य ग्रामीणों को भी परेशानियॉ उठानी पड रही है। ग्रामीणों ने जल्द अतिक्रमणधारियों के हौसले तोडते हुए अतिक्रमण हटाने की मांग की। आवेदन के बाद इन्दिरा आवास की दूसरी किश्त नहीं आने पर भामोलाव निवासी बालू पुत्र जगन्नाथ बैरवा ने शिकायत दर्ज करा कार्यवाही की मंाग करी।
एसबीबीजे बैंक की कार्यशाला कल
कस्बे के स्टेट बैंक आफ बीकानेर एण्ड जयपुर शाखा अरंाई के तत्वाधान में स्कूली छात्रों के साथ एकदिवसीय कार्यशाला शनिवार को आयोजित होगी। शाखा प्रबन्धक नरेन्द्र मुलानी ने बताया कि कार्यशाला सिरोंज रोड स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में आयोजित किया जायेगा। वरिष्ठ नागरिक व समाजसेवी कार्यक्रम में मुख्य अतिथि होगें। इस दौरान बैंक की सुविधाओं व सामाजिक सेवा जैसी बैकिंग योजना की छात्रों को जानकारी दी जायेगी।
-मनोज सारस्वत  

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