मारुति के मानेसर प्लांट में तालाबंदी

मारुति सुजूकी के मानेसर प्लांट में हुई हिंसा की जांच पूरी होने तक संयंत्र में तालाबंदी रहेगी। हालांकि तमाम अटकलों को खारिज करते हुए कंपनी ने साफ किया है कि मानेसर के संयंत्र को स्थानांतरित करने का उसका कोई इरादा नहीं है। लेकिन उसने कहा है कि सुनामी जैसी हिंसा ने कंपनी को तगड़ा झटका दिया है। भविष्य में इस तरह की घटना न हो, इसके लिए सुरक्षा के उपाय सुनिश्चित होने के बाद ही मानेसर संयंत्र में उत्पादन शुरू किया जाएगा। कंपनी ने यह भी साफ किया है कि अगले साल से वह कैजुअल लेबर को काम पर नहीं रखेगी।

कंपनी के चेयरमैन आरसी भार्गव ने शनिवार को संवाददाता सम्मेलन में बताया कि मानेसर प्लांट में हिंसा की जांच पूरी होने और सुरक्षा के ठोस उपाय सुनिश्चित होने तक उत्पादन बंद रहेगा। लेकिन प्लांट में दुबारा उत्पादन कब शुरू होगा, कहा नहीं जा सकता। इस मौके पर कंपनी के जापानी महाप्रबंधक एस नाकासाकी भी मौजूद थे।

भार्गव ने बताया कि कंपनी के लिए अपने सहयोगी और कर्मचारियों की सुरक्षा अहम है। उनके जीवन की सुरक्षा को लेकर कंपनी किसी तरह का जोखिम नहीं उठाएगी। गौरतलब है कि बुधवार को मानेसर प्लांट में हुई हिंसा और आगजनी में कंपनी के महाप्रबंधक (एचआर) अवनीश कुमार देव की जान चली गई थी, जबकि 96 अन्य अधिकारी और कर्मचारी घायल हुए थे। इसमें से 24 लोगों की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है।

इस घटना को पूर्वनियोजित कहे जाने पर भार्गव ने कहा कि अभी यह कहना जल्दबाजी होगा क्योंकि जांच चल रही है। जांच पूरी होने के बाद ही यह साफ हो सकेगा कि यह सब योजनाबद्ध तरीके से किया गया या नहीं। उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रशासन प्लांट में हुई हिंसा की जांच कर रहा है।

हरियाणा सरकार ने कंपनी को भरोसा दिलाया है कि इस घटना के लिए दोषी लोगों को सख्त सजा दी जाएगी। संयंत्र को दूसरे राज्य में स्थानांतरित करने की अटकलों पर भार्गव ने कहा कि इस बात में कोई दम नहीं है। कंपनी इस तरह का कोई इरादा नहीं रखती है।

इस बीच कंपनी ने प्लांट से स्टॉक (इंवेटरी) को निकालना शुरू कर दिया है। साथ ही कंपनी ने 800 सीसी की क्षमता वाली छोटी कार को दीवाली में पेश करने की योजना को भी फिलहाल टाल दिया है।

क्या थीं अटकलें
चर्चा थी कि लगातार हिंसा के बाद मारुति अपना प्लांट गुजरात स्थानांतरित कर सकती है। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की रविवार से हो रही जापान यात्रा से इन अटकलों को और हवा मिली क्योंकि इस यात्रा के दौरान मोदी सुजूकी मोटर कारपोरेशन के चेयरमैन ओसामू सुजूकी से भी मिलेंगे।

कंपनी में अभी तालाबंदी रहेगी। हमारे लिए पैसा कमाने और कारें बनाने से ज्यादा अपने सहयोगियों की सुरक्षा महत्वपूर्ण है। लेकिन प्लांट में दुबारा उत्पादन कब शुरू होगा, कहा नहीं जा सकता।–आरसी भार्गव, चेयरमैन, मारुति सुजूकी इंडिया

मारुति के मानेसर प्लांट में हुई हिंसा से भारत में औद्योगिक माहौल को लेकर दुनियाभर में गलत संदेश जाएगा। राज्य सरकार को सुनिश्चित करना चाहिए कि कानून व्यवस्था का उल्लंघन नहीं होने पाए।–वीरप्पा मोइली, कारपोरेट मामलों के मंत्री

–1600 कारें रोजाना बनती हैं मानेसर प्लांट में, इस तरह 70 करोड़ रुपये का रोज नुकसान

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