भारती एयरटेल ने बेची पांच फीसद हिस्सेदारी

bharti airtelनई दिल्ली। दूरसंचार की दिग्गज कंपनी भारती एयरटेल ने अपनी पांच फीसद हिस्सेदारी दोहा स्थित कतर फाउंडेशन एंडॉवमेंट (क्यूएफई) को बेचने का समझौता किया है। 6,800 करोड़ रुपये (1.26 अरब डॉलर) में हुए इस सौदे के तहत भारती एयरटेल क्यूएफई को 19.98 करोड़ नए शेयर जारी करेगी। एयरटेल इस रकम का इस्तेमाल अपनी आगामी विस्तार योजनाओं और पूंजीगत जरूरतों को पूरा करने में करेगी। क्यूएफई 340 रुपये प्रति शेयर के भाव पर एयरटेल का हिस्सा खरीदेगी। यह कीमत एयरटेल के शुक्रवार के बंद भाव से 7.6 फीसद ज्यादा है।

भारती एयरटेल ने एक बयान में कहा कि हिस्सेदारी सौदे के लिए उसने क्यूएफई के साथ बाध्यकारी समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इससे कंपनी में प्रमोटर की हिस्सेदारी में मामूली कमी आएगी। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के आंकड़ों के मुताबिक फिलहाल भारती एयरटेल में प्रमोटरों की हिस्सेदारी 68.55 फीसद है। इसमें भारती टेलीकॉम की हिस्सेदारी 45.75 फीसद है। सिंगापुर स्थित सिंगटेल और उद्योगपति सुनील मित्तल के परिवार की कंपनियां संयुक्त रूप से भारती एयरटेल की प्रमोटर हैं।

कंपनी के चेयरमैन सुनील भारती मित्तल ने कहा कि कंपनी के शेयरधारकों में एक और लंबी अवधि का बेहतरीन निवेशक जुड़ने से हम काफी खुश हैं। इस समझौते से भारत और कतर के बीच पहले से ही काफी गहरे आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों में और मजबूती आएगी। नए निवेश से कंपनी को अपनी पूंजीगत संरचना को मजबूत करने और विकास योजनाओं को धन उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी। सौदे के लिए निवेश बैंक गोल्डमैन सैक्श ने क्यूएफई के वित्तीय सलाहकार की भूमिका निभाई है। क्यूएफई के कार्यकारी सीईओ रिशद अल नाइमी ने कहा कि लंबी अवधि के निवेशक के तौर पर हम उभरते बाजारों में ऊंची विकास दर वाले क्षेत्रों में अपना निवेश बढ़ा रहे हैं।

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