आदमी स्त्रैण तो किन्नर, औरत में पौरुष तो झांसी की रानी?
यह कैसी उलटबांसी है कि आदमी अगर तनिक स्त्रियोचित व्यवहार करे तो उसे किन्नर करार दे कर हेय दृष्टि से देखा जाता है, उपहास किया जाता है, खिल्ली उडाई जाती है, जबकि कोई स्त्री यदि पुरुषोचित व्यवहार या काम करे तो उस पर गर्व करते हैं, उसे झांसी की रानी की उपाधि दे दी जाती … Read more