हिन्दुओं के पंच दिवस दीपावली के समक्ष ही है मुस्लिमों का 29 दिनों का ईद उल-फ़ित्र ीोोस

निसंदेह  जिस तरह हिन्दुओं के लिए पांच दिनों का पर्व दीपावली का सबसे    महत्वपूर्ण  है और सभी हिन्दुस्तानी       मिलजुल कर मनाते है   |  एक दुसरो के घर पर जा कर मिठाई खिलाते है आतिशबाजी करके कुशी का इजहार करते हैं | मुसलमानों का धार्मिक ज्लुज जब मस्जिद  या  बाजार से गुजरता था … Read more

वृद्धों के लिये उजाला बना सुप्रीम कोर्ट का फैसला

देश ही नहीं, दुनिया में वृद्धों के साथ उपेक्षा, दुर्व्यवहार, प्रताड़ना, हिंसा तो बढ़ती ही जा रही है, लेकिन अब बुजुर्ग माता-पिता से प्रॉपर्टी अपने नाम कराने या फिर उनसे गिफ्ट हासिल करने के बाद उन्हें यूं ही छोड़ देने, वृद्धाश्रम के हवाले कर देने, उनके जीवनयापन में सहयोगी न बनने की बढ़ती सोच आधुनिक … Read more

नारी सम्मान वन्दन और देवी मां की आराधना का पर्व नवरात्रि

नव और रात्र शब्दों से मिलकर बना है नवरात्रि । नव का अर्थ है नौ है वहीं रात्र शब्द में पुनः दो शब्द शामिल हैं “रा” का अर्थ है रात और “त्रि” का अर्थ है जीवन के तीन पहलू यानी शरीर मन और आत्माj निसंदेह जीवन में हर एक को तीन प्रकार की मुश्किल समस्याओं … Read more

श्रीकृष्ण ने गीता में योग को नये ढंग से परिभाषित किया!

कर्म करते हुए स्वयं से भी अनासक्त हो जाओ, खुद के प्रति निर्मोही हो जाओ। ऐसी अवस्था है कर्मयोग। कर्मगत उद्देश्य और कर्ता के अद्वैत हो जाने का नाम है योग। कर्ता और कर्म की जुगलबंदी है योग। हमारा परिश्रम, योग्यता, संकल्प एवं एकाग्रता ही किये गये कार्य के परिणाम में रूपांतरित होते हैं। गीता … Read more

भारत के सशक्त स्वास्थ्य मोर्चें का दुनिया ने लोहा माना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘स्वस्थ भारत मिशन’ के तहत देश भर में चलाई जा रही विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं से देश में व्यापक पैमाने पर बदलाव ही नहीं, बल्कि आमूल-चूल परिवर्तन आया है। यह बात हम नहीं कह रहे, बल्कि पूरी दुनिया इस योजना का लोहा मान रही है। संयुक्त राष्ट्र ने भारत में विभिन्न स्वास्थ्य … Read more

सुप्रीम कोर्ट ने फैसला पलट दिखायी राह, किया उजाला

नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म की कोशिश से जुड़े मामले में सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद हाई कोर्ट के फैसले पर रोक लगाकर न्याय की संवेदनशीलता को संबल दिया है, इससे जहां न्याय की निष्पक्षता, गहनता एवं प्रासंगिकता को जीवंत किया है, वहीं महिला अस्मिता एवं अस्तित्व को कुचलने की कोशिशों को गंभीरता से लिया गया … Read more

अपने कर्म से ईश्वर की पूजा

गीता में नौवें अध्याय के श्लोक 26, 27, 28 में श्रीकृष्ण ने अर्जुन को यही कहा है कि तू कर्म पूजा कर। कैसे; – अपना भोजन, पानी, आजीविका, व्रत, दान, साधना आदि सब मुझे अर्पित करता रह। मैं सगुण ब्रह्म या साकार ईश्वर के रूप में उक्त सब ग्रहण करता हूं। ऐसा मान कि संसार … Read more

मैंने शराब क्यों पी ?

ठंड कुछ अधिक थी इसलिए पी मैंने, गर्मी चढ़ रही थी इसलिए पी मैंने। दोस्तों की जमघट थी इसलिए पी मैंने, सुनसान एकांत था इसलिए पी मैंने। आज मेरी शादी थी इसलिए पी मैंने, शादी टूट चुकी थी इसलिए पी मैंने। बीवी भाग गई थी इसलिए पी मैंने, फिर लौट कर आई थी इसलिए पी … Read more

अपनी भाषा को प्रोत्साहित कीजिए

हम प्रतिदिन लगभग सात-आठ घंटे शयन में व्यतीत करते हैं । नियमित दैनिक क्रियाएँ, स्वाध्याय-पूजा पाठ, जलपान-भोजन, घरेलू-कार्यालय संबंधी कार्य, व्यायाम-टहलना, आत्मीय जनों से भेंट-वार्तालाप इत्यादि के बाद फिर शयन की तैयारी में जुट जाते हैं । दिनभर की इस व्यस्तता में यदि सिर्फ़ दो घंटे का समय और वह भी प्राथमिक स्तर तक अध्ययनरत … Read more

गीता के अनुसार गुरु कौन?

बात आध्यात्मिक गुरू की हो रही है। जो मनुष् को आत्मानुभूति करा दे वह गुरू। जो जीव को उसके ब्रह्म रूप के दर्शन करा दे वह गुरू। जो आसक्ति से अनासक्ति शाले कर्म पथ पर चलना सिखा दे वह गुरू होताहै। साधु वेश धारी हर कोई मनुष्य इस योग्य नहीं होता है। गीता के  चौथे … Read more

भगत सिंह की जेल नोटबुक की कहानी

भगत सिंह और उनके साथी सुखदेव और राजगुरु के शहादत दिवस इसी महीने में है। भगत सिंह की जेल डायरी के दिलचस्प इतिहास को समझने का प्रयास इस लेख में मैंने किया है। यह डायरी, जो आकार में एक स्कूल नोटबुक के समान थी, जेल अधिकारियों द्वारा 12 सितंबर, 1929 को भगत सिंह को दी गई थी, जिस पर लिखा था “भगत सिंह के लिए 404 पृष्ठ।” … Read more

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