अभी तो मैं जवान हूं।

बुढ़ा हुआ नहीं, अभी तो मैं जवान हूं पचपन में बचपन का हौसला रखता हूं, तमाम चेहरे पर झुरियां पड़ चुकी है पर दिल कहता है अभी तो मैं जवान हूं। तन मन को कुम्हलाने देता नहीं हूं सोच को विकलांग बनने देता नहीं हूं, माना देखकर अक्सर लोग बुढ़ा कहते हैं पर दिल कहता … Read more

*हाजिर है चार पंक्तियां …*

१) मैं कहता मेरा दुख बड़ा वो कहता मेरा दुख बड़ा दुख में जो लड़कर खड़ा वो ही है सबसे बड़ा २)  रात हमेशा काली नहीं रहेगी दिन तो निकलेगा जरूर मेहनत की पूजा कर सारे दुख हो जाएंगे दूर… ३) कोई तो ऐसा बम और बारूद बना दे जो दुनिया के दर्दोंगम को डायनासोर … Read more

*रीयल एस्टेट बाजार में तेजी और मंदी के संकेत: कब करें निवेश और कब रहें सावधान?*

* रमेश टेहलानी* रीयल एस्टेट बाजार कभी स्थिर नहीं रहता, यह लगातार तेजी और मंदी के चक्र से गुजरता है। एक समझदार निवेशक के लिए यह जानना जरूरी है कि कब निवेश करना फायदेमंद रहेगा और कब सावधानी बरतनी चाहिए। बाजार के संकेतों को पहचानकर सही समय पर निर्णय लिया जा सकता है, जिससे जोखिम कम … Read more

विदेशी महिलाओं से दुष्कर्म से शर्मसार होता देश

अतिथि देवो भवः भारतीय संस्कार में मेहमान को भगवान का दर्जा दिया गया है, लेकिन आए दिन विदेशी मेहमानों के साथ हो रहे अपराध, यौन-दुराचार एवं व्यभिचार इसे धता बता रहे हैं। तमाम कोशिशों के बावजूद विदेशियों के साथ होने वाले अपराध कम नहीं हो रहे, ऐसी ही दो विदेशी महिलाओं संग हुई दरिंदगी की … Read more

स्मृति शेष: अरविंद सिंह मेवाड़ कुछ खास अफसानों से याद आते रहेंगे जमाने को

कई महलों को मालिक थे, मगर 3 साल रहे 1 कमरे के छोटे से घर में महाराणा प्रताप के वंशज ने कपड़ा कंपनी में जूनियर पद पर नौकरी भी की खुद ही सब्जियां खरीदते और खुद ही खाना बनाते, कहीं भी पैदल ही जाते पहली बार विमान में अकेले सफर किया तो थे बहुत सहमे … Read more

श्रीकृष्ण होने का मतलब

कृष्ण कोई एक व्यक्ति नहीं, मानवीय व्यकितत्व के उत्कर्ष की परम अवस्था है। जीवन में प्रेम, ज्ञान, कर्म और सामर्थ्य के अधिकतम सम्भव  विकास का प्रमाण है।  प्रेम के माध्यम से राधा गोपियों को दानलीला (माखन की मटकियां फोड़ना), मानलील (यमुना में नहाती हुई गोपियों के वस्त्र चुरा कर उनके देहाभिमान को मिटाना) के बाद … Read more

हाजिर है चार पंक्तियां

1) ये जो आशा है आखिर है क्या ?   हर जिंदा रहने वालों का आक्सीजन है और क्या?  – श  हाजिर है चार पंक्तियां …. 2) हर सुख के पीछे  दुख की एक कहानी है  बिन आंसू  बोए हंसी कहां आनी है।  3) यारों गजब का चल रहा है ये ज़माना  अब नायक और … Read more

सबको होली हो शुभ मंगल..!

रंग-बिरंगी सी हो हलचल, खुशी के झरने की हो कलकल, सुखमय सबका हो आज और कल, सबको होली हो शुभ मंगल..! अपने भीतर के प्रहलाद को, ज़िंदादिल रखना भाई, होली की अग्नि में जलाना नफ़रत और चिंता की बुराई, लाल, हरा, नीला या पीला, जीवन का हर रंग अहम है, रिश्तों की इस फुलवारी में, … Read more

हेडफोन-गेमिंग से बच्चों के बहरे होने का खतरा

टेक्नोलॉजी विकास एवं उससे जुड़े नये-नये उपकरण आधुनिक जीवनशैली को भले ही बहुत आसान कर दिया हो लेकिन इसके अनियंत्रित उपयोग से भारी परेशानियों का सामना भी करना पड़ सकता है। अक्सर देखा जाता है कि जॉब करने वाले माता-पिता अपना टाइम बचाने एवं सुविधा के लिए बच्चों को छोटी उम्र में ही फोन और … Read more

अणुव्रत और होली: आत्मशुद्धि एवं सद्भावना का संगम

होली केवल रंगों का उत्सव नहीं, बल्कि आत्मशुद्धि और नैतिक उत्थान का भी प्रतीक है। यह पर्व हमें अणुव्रत आंदोलन के सिद्धांतों के अनुरूप जीवन जीने की प्रेरणा देता है, जहाँ नैतिकता, संयम और प्रेम के रंग हर दिल में बसते हैं। सत्य और अहिंसा का संकल्प अणुव्रत का प्रथम नियम सत्य और अहिंसा का … Read more

रंगों का त्योहार: प्रेम, उल्लास और नई शुरुआत का प्रतीक ” होली”

अजमेर! रंगों की बौछार, गुलाल की सुगंध, मिठाइयों की मिठास और हंसी-ठिठोली से भरा यह त्योहार—होली, सिर्फ एक पर्व नहीं, बल्कि उमंग, उल्लास और आपसी प्रेम का प्रतीक है। यह त्योहार हमें जीवन को नए रंगों में देखने और हर रिश्ते को नई ऊर्जा देने का अवसर प्रदान करता है। होली का ऐतिहासिक और धार्मिक … Read more

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