सूफी, कौन ?

बात आज के संदर्भ में कर रहा हूं। जो मनुष्य, भक्त (सेवा, कर्तव्य कर्म करता है) है वह सूफी है। जिस में अहिंसा, सत्य, अस्तेय, अपरिग्रह, ब्रह्मचर्य आदि गुण हैं वह सूफी है। धर्म चाहे जो हो। जाति कोई सी हो। गरीब हो या अमीर। स्त्री हो अथवा पुरुष। जो मन मस्तिष्क से साफ है … Read more

बुजुर्ग माता-पिता

आंगन में खिले फूल को सौन्दर्यपूर्ण रहने दो एक दिन वक्त अनुसार स्वयं ही मुरझा जायेंगे, बुजुर्ग माता-पिता के साथ वक्त गुजारा करो एक दिन साथ छोड़कर स्वयं ही चले जायेंगे। यदि वृद्ध अवस्था में कम दिखाई देने लगे तो उस वक्त सहारा मिलने पर वे ख़ुश हो जायेंगे, फिर तुम्हें दोबारा मौका मिले या … Read more

इस होली पर रे मानव, तुम थोड़ा मानव हो जाना

होली पर विशेष लेख  होली पर हो जाना, इस होली पर रे मानव।  तुम थोड़ा मानव हो जाना। थोड़े- थोड़े मानव तो सब हैं ही, तुम थोड़े -से,थोड़ा ज़्यादा हो जाना। होली का पर्व बुराई का दहन कर देता है,तभी तो होलिका जल के राख हो गयी थी, तभी तो बुराई का सर्वनाश हो गया … Read more

नदियों को विवाद नहीं, विकास का माध्यम बनाये

नदियों के लिये अन्तर्राष्ट्रीय कार्रवाई दिवस- 14 मार्च, 2025 नदियां मानव अस्तित्व का मूलभूत आधार है और देश एवं दुनिया की धमनियां हैं, इन धमनियों में यदि प्रदूषित जल पहुंचेगा तो शरीर बीमार होगा, लिहाजा हमें नदी रूपी इन धमनियों में शुद्ध जल के बहाव को सुनिश्चित करना होगा। नदियों के समक्ष आने वाले खतरों, जैसे प्रदूषण, आवास … Read more

गर मिले गूगल पर

बाप की डांट तथा झिड़की, मां की ममता, प्यार-दुलार गर गूगल पर मिले तो मुझे बताना यार दोस्त की सलाह- स्नेह और उनके साथ लगाए ठहाके-कहकहे गर गूगल पर मिले तो बताना यार बड़े-बुजुर्गों के दिल से निकली दुआ, आशीर्वाद उनके बेशकीमती तजुरबात और नि:स्वार्थ बेइंतहा मोहब्बत गर मिले गूगल पर तो जरूर बताना यार … Read more

होली पर सच्चाई के रंग भरे और सब एक हो जायें

होली एक ऐसा त्योहार है, जिसका धार्मिक ही नहीं बल्कि सांस्कृतिक-आध्यात्मिक दृष्टि से विशेष महत्व है। पौराणिक मान्यताओं की रोशनी में होली के त्योहार का विराट् समायोजन बदलते परिवेश में विविधताओं का संगम बन गया है, दुनिया को जोड़ने का माध्यम बन गया है। हमारी संस्कृति की सबसे बड़ी विशेषता है कि यहाँ पर मनाये … Read more

पर्यटन विभाग भी आखिर जागा,ढाई करोड़ ना सही 12 लाख की घोषणा

अंतरराष्ट्रीय होली महोत्सव पर पर्यटन विभाग  करवाएगा 13 मार्च को मेला ग्राउंड में सांस्कृतिक संध्या का विशाल आयोजन। विश्वस्त जानकारी के अनुसार आखिर अंतिम समय में जारी आदेश से  अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी विशिष्ट पहचान बन चुके पुष्कर तीर्थ में आयोजित होली उत्सव को पर्यटन विभाग राजस्थान सरकार द्वारा इस वर्ष भी चाहे कम बजट … Read more

चाहे जिधर से जाओ, अंत में शून्य ही मिलता है

शून्य यानि जिसमें संसार का सार तत्व अदृश्य रूप से निहित है। यही अव्यक्त brahmn है। मन, प्राण,जीवात्मा  अदृश्य है। शक्कर का मीठास,नमक का खार,पानी की तरलता भी अदृश्य है फिर भभी है। गणित में इसका जो मतलब है वह अध्यात्म और क्वांतम भौतिकी में नहीं है। शून्य का मतलब खालीपन नहीं है। आकाश के … Read more

प्रभु भक्ति सत्य एकता सच्चाई और सद्दभाव की निरंकुश आततायी और असहिष्णु राज्य शक्ति पर जीत का पर्व होली

हमारे मुल्क के अंदर पर्व मनाने के पीछे तर्क यही है कि जिंदगी को एक उत्सव के रूप में जिया जाये, जीवन का हर पल सुखमय और आनंदमय हो | प्रतेयक पर्वों का धार्मिक सामजिक और वैज्ञानिक महत्व होता है | होली के पर्व का सामाजिक पहलू भी है क्योंकि होली का पर्व  परिवार, आस–पडोस,समाज, विभिन्न समुदाय और  विभिन्न वर्ग  के … Read more

गुरु हमें गोविंद के दर्शन कब कहां,कैसे कराता है

कबीरदास जी का एक दोहा है : गुरु गोविंद दोउ खड़े, काके लागूं पाय। बलिहारी गुरु आपकी, गोविंद दियो बताय।। यदि कभी ऐसा हो जाए कि गुरु और भगवान, दोनों एक साथ मिल जाएं तो पहले गुरु को प्रणाम करो। कारण यह कि गुरु ने ही बताया कि ये ईश्वर हैं। अब पहला सवाल – … Read more

च्यवनप्राश का विज्ञापन

यह उन दिनों की बात है जब पढाई खत्म होने के बाद मैं बरोजगारो के आलम में इधर उधर घूमा करता था।  उस समय न तो गरीबी हटाओ-बेरोजगारी मिटाओ के थोथे नारों का युग था ना ही नौ जवानों को हर साल एक करोड़ नौकरी मिलेगी का जुमला था।  मेरी इस बेकारी के बारे में … Read more

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