आंतरिक सत्संग ही कल्याण करता है!
सत्संग यानि सत्य का साथ, अनश्वर के साथ, ईश्वर के साथ लग जाना। साथ का मतलब है उसी भाव में, अवस्था में, मानसिकता में उतर जाना। जो मनुष्य तुम्हें सत्य के साथ कर दे वे संत। जो जगह तुम्हें सत्य के निकट पहुंचा दे वह सत्संग-स्थल। जो किताबें तुम्हें सत्य की अनुभूति के लिए प्रेरित … Read more