स्वास्थ्य बनाम स्वादः समोसा और जलेबी से सावधान!

भारत जैसे विविधताओं वाले देश में जहां हर नुक्कड़ पर समोसे की महक और जलेबी की मिठास लोगों को आकर्षित करती है, वहीं यह स्वादिष्ट व्यंजन अब स्वास्थ्य के लिए खतरे की घंटी बनते जा रहे हैं। हमारी परंपराओं और खानपान में गहराई से जुड़े समोसा, कचोरी और जलेबी जैसे तली-भुनी और अत्यधिक मीठी चीजें … Read more

उपराष्ट्रपति के ‘पोचिंग सेंटर’ संबंधी बयान के आलोक में शिक्षा, अर्थव्यवस्था और सामाजिक उत्तरदायित्व पर चिंतन

युवा आकांक्षाओं का सेतु या बाजार का द्वंद्व? कोचिंग संस्थानों पर एक विहंगम दृष्टि कोटा । हाल ही में देश के माननीय उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ जी द्वारा कोचिंग संस्थानों को “पोचिंग सेंटर” कहे जाने संबंधी उद्बोधन ने भारतीय शिक्षा के परिदृश्य पर एक गहन एवं बहुआयामी विमर्श को जन्म दिया है। उपराष्ट्रपति जी का यह … Read more

डिजिटल-क्रांति से ही नकली नोटों पर नियंत्रण संभव

भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) द्वारा हाल ही में जारी एक चौंकाने वाली रिपोर्ट ने न केवल अर्थव्यवस्था को, बल्कि राष्ट्र की सुरक्षा और नागरिकों की जागरूकता को भी झकझोर कर रख दिया है। आरबीआई के गवर्नर द्वारा संसदीय समिति में प्रस्तुत एक रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2024-25 में 500 रूपये के लगभग 1.8 लाख नोट … Read more

“इन्ही आशा अटकै रहियो”

आज विश्व उम्मीद दिवस है। इस अवसर पर प्रसिद्ध लेखक खलील जिब्रान की एक रचना याद आ रही है जिसका शीर्षक है  “इन्ही आशा अटकै रहियो” एक धोबी का गधा था और एक कुम्हार का गधा था। दोनों दोस्त थे। एक बार काफी दिनों बाद रास्ते में दोनों मिल गये। दुआ-सलाम के बाद कुम्हार के … Read more

आतंकवाद में डिजिटल तकनीकों का बढ़ता उपयोग चिन्ताजनक

टेरर फंडिंग पर नजर रखने वाली वैश्विक संस्था वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) की नई रिपोर्ट में आतंकवादी गतिविधियों में डिजिटल तकनीकों के बढ़ते उपयोग पर चिंता जताई गई है। इस रिपोर्ट ने वैश्विक सुरक्षा के समक्ष एक नई और गहन चुनौती की ओर संकेत करते हुए आतंकवादी गतिविधियों में डिजिटल तकनीकों के बढ़ते प्रयोग … Read more

गुरु जीवनरूपी अंधेरों को मिटाकर उजाला करते हैं

गुरु पूर्णिमा- 10 जुलाई 2025 भारतीय संस्कृति में गुरु का स्थान सर्वाेच्च है-ईश्वर से भी ऊंचा। गुरु न केवल ज्ञानदाता हैं, वे जीवन के वास्तुकार, जीवन-निर्माता एवं संस्कारदाता हैं। वे शिष्य को केवल अक्षरों का ज्ञान नहीं देते, बल्कि आत्मा के स्वरूप से उसका परिचय कराते हुए उसका जीवन-निर्माण करते हैं। वे न केवल अंधकार … Read more

जन्म शताब्दी वर्ष पर भारतीय सिनेमा के नक्षत्र गुरुदत्त की याद में..

-केशव भट्टड़ भारतीय सिनेमा के नक्षत्र गुरुदत्त का जन्म 9 जुलाई 1925 को बेंगलुरु, कर्नाटक में एवं उनकी मृत्यु 10 अक्टूबर 1964 को मुंबई, महाराष्ट्र में हुई थी। शताब्दी वर्ष पर श्रद्धांजलि देते हुए गुरुदत्त की प्रसिद्ध फ़िल्म-त्रयी ‘प्यासा’, ‘कागज़ के फूल’, और ‘साहब बीबी और गुलाम’ में सामाजिक संरचना के अंतरसंबंध पर विचार करते … Read more

गुरु पूर्णिमा विशेष- शिक्षा और शिष्यों की चिन्ता

– श्रमण डॉ पुष्पेंद्र आषाढ़ मास की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है। इस दिन गुरु चरणों की पूजा का विधान प्रतिपादित है अर्थात् गुरुओं के बताएँ रास्ते पर चलना। क्यूँकि गुरु कभी भी किसी को भी गलत राह पर चलने की शिक्षा – दीक्षा नहीं देता है। गुरु पूर्णिमा के साथ … Read more

ब्रिक्स में भारत का बढ़ता वर्चस्व संतुलित दुनिया का आधार

ब्राजील के रियो डी जनेरियो में रविवार को हुए 17वें ब्रिक्स सम्मेलन में सदस्य देशों ने 31 पेज और 126 पॉइंट वाला एक जॉइंट घोषणा पत्र जारी किया। इसमें पहलगाम आतंकी हमले और ईरान पर इजराइली हमले की निंदा की गई। इससे पहले 1 जुलाई को भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया की मेंबरशिप वाले क्वाड … Read more

बारिश का कहरः प्रकृति का विक्षोभ या विकास की विफलता?

बीते कुछ वर्षों में पहाड़ों में बारिश एवं बादल फटना अब डर, कहर और तबाही का पर्याय बन गई है। उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, सिक्किम, और पूर्वाेत्तर के अन्य पहाड़ी राज्यों में हर वर्ष मानसून के साथ भयावह भूस्खलन, बादल फटना, पुल बहना और सड़कें टूटना एक आम दृश्य बन गया है। यह केवल प्राकृतिक आपदा … Read more

दलाई लामा के चयन पर चीन का साजिशपूर्ण हस्तक्षेप

तिब्बत के आध्यात्मिक नेता एवं वर्तमान 14वें दलाई लामा, तेनजिन ग्यात्सो की उत्तराधिकार प्रक्रिया न केवल बौद्ध धर्म और तिब्बत की संस्कृति से जुड़ा विषय है, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय राजनीति, मानवाधिकार और भारत-चीन संबंधों के संदर्भ में भी अत्यंत महत्वपूर्ण हो गया है। चीन द्वारा इस धार्मिक एवं सांस्कृतिक प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने का प्रयास … Read more

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