बिल्डिंग बनाने वाले की जितनी जिम्मेवारी है, उससे ज्यादा देखरेख करने वाले की

बिल्डिंग बनाने वाले की जितनी जिम्मेवारी है उससे ज्यादा देखरेख करने वाले की और समय-समय पर उसकी मरम्मत आदि की है। छत पर‌ बरसाती पानी भर जाता है पाइप बंद हो जाते हैं,इस कारण धीरे-धीरे पानी भी रिसने लगता है, लेकिन उस और कोई ध्यान नहीं देता साथ ही पानी का जो निकास होता है … Read more

शिक्षकों या अधिकारियों को निलंबित करना उनके मासूम को वापस नहीं लौटा सकते

बिना किसी भूमिका के सीधे में मुद्दे पर लिखना चाहता हूं कि सोशल मीडिया में इस विषय पर अनेक विद्वानो के विचारों की बाढ़ आई हुई है। इस हादसे ने जन-मानस को हिला दिया है।  *जिन परिवार के मासूमो को मौत ने छीन लिया उनका अकल्पनीय दुःख वे ही जान सकते हैं।  मुआवजा, संवेदना,श्रद्धांजलियां, शिक्षकों … Read more

भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौताः एक क्रांतिकारी कदम

भारत और ब्रिटेन के बीच ऐतिहासिक मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) की अंतिम स्वीकृति ने न केवल वैश्विक व्यापार जगत में हलचल मचा दी है, बल्कि भारत के आर्थिक भविष्य को भी एक नई दिशा दी है। दोनों देशों के बीच आखिरकार फ्री ट्रेड एग्रीमेंट होने का फायदा दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं को मिलेगा। पिछले कुछ … Read more

कारगिल युद्ध—– भारतीय सेना और सैनिकों की गौरव गाथा

निसंदेह कारगिल संघर्ष दुनियांभर के पहाड़ी इलाकों में अत्याधिक ऊंचाई पर लड़ी गई लड़ाईयों में से एक लड़ाई है। कारगिल संघर्ष परमाणु बम शक्ति सम्प्पन भारत पाकिस्तान के बीच हुआ पहला सशस्त्र युद्ध था। । जहाँ 1965 में हम लाहोर तक पहुच गये और पाकिस्तान के होंसले पस्त करदिए थे इस युद्ध की परिणीती तास्क्न्द … Read more

भूखमरी है विकास के विरोधाभासी स्वरूप की भयावह तस्वीर

विश्व खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) की हालिया रिपोर्ट ने एक बार फिर वैश्विक समुदाय को चेताया है कि धरती पर करोड़ों लोग आज भी भूख, कुपोषण और खाद्य असुरक्षा के शिकंजे में जकड़े हुए हैं। यह रिपोर्ट केवल आंकड़ों का लेखा-जोखा नहीं, बल्कि एक वैश्विक त्रासदी की दास्तान है, जो यह सोचने पर मजबूर … Read more

दुनिया की लाखों जिन्दगियां में जहर घोलता अकेलापन

‘हर छठा व्यक्ति अकेला है’-यह निष्कर्ष विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की ताज़ा रिपोर्ट का है, जिसने पूरी दुनिया को चिन्ता में डाला है एवं सोचने पर मजबूर कर दिया है कि आखिर हम कैसी समाज-संरचना कर रहे हैं, जो इंसान को अकेला बना रही है। निश्चित ही बढ़ता अकेलापन कोई साधारण सामाजिक, पारिवारिक एवं व्यक्तिगत … Read more

ऐसे होते थे स्कूलों में दंड!

पचास के दशक में स्कूलों एवं मदरसों में विद्याार्थियों द्वारा कसूर किए जाने पर मास्टर उन्हें तरह तरह के दंड देते थे। कसूर क्या होते थे, यही कोई जैसे चलती क्लास में पीछे बैठ कर अपना या अपने किसी सहपाठी का खाना खाना, बातें करना, सोना, मास्टर की तरफ ध्यान नहीं देना, शोर मचाना, घर … Read more

स्कूलों को उड़ाने की धमकियांः सुरक्षा पर मंडराता खतरा

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के करीब 45 स्कूलों में बम विस्फोट की धमकी बेहद गंभीर और चिंताजनक है। चूंकि ऐसी धमकियां लगातार आ रही हैं, इसलिए हमारे सुरक्षा तंत्र को बहुत सजग हो जाना चाहिए। यह पुलिस एवं प्रशासन के सामने एक बड़ी चुनौती एवं गंभीर प्रश्न है, क्योंकि बीते कुछ ही दिनों में करीब चार … Read more

आपसी भाई चारा और शान्ति पूर्वक रहने की सलाह दी

ज़िला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने एक बहुत ही ख़ास मीटिंग का आयोजन किया. जिस में प्रशासन ने अजमेर में पकीज़ा मीट शॉप पर हुए एक बहुत ही अफ़सोसनाक और बहुत ही दर्द भरे हादसे को बहुत ही गंभीरता से लेकर कुरैशी समाज के बहुत ही गणमान्य और बुद्धिजीवी प्रभुत्व लोगों की एक मीटिंग लेकर … Read more

उच्च न्यायालयों को न्यायिक अधिकारियों के विरुद्ध सामान्यतः कठोर आदेश देने से बचना चाहिए: सर्वोच्च न्यायालय*

*एडीजे कौशल सिंह के खिलाफ की गई टिप्पणीयों को सुप्रीम कोर्ट ने हटाया* *ऐसे आदेशों की वजह से अधीनस्थ न्यायालय के अधिकारी जमानत लेने से डरते हैं-डॉ.मनोज आहूजा* नई दिल्ली (डॉ.मनोज आहूजा ) भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने एक महत्वपूर्ण फैसले में,राजस्थान उच्च न्यायालय के एकल न्यायाधीश द्वारा *जिला न्यायाधीश संवर्ग के एक न्यायिक अधिकारी … Read more

ऐसा था हमारा मोहल्ला!

हास्य.व्यंग्य  अजमेर शहर शुरू शुरू में मुख्यरूप से थोक तेलियान और थोक मालियान में बंटा हुआ थाण् जिसके चारों तरफ देहलीगेटए आगरागेटए मदारगेट इत्यादि हैंण् वैसे होने को यहां कई पोल भी है जैसे सर्राफापोलए खटोलापोलए सुदामापोलए सत भैयों की पोल इत्यादि लेकिन इतना होने के बावजूद पोल के मामले में यह जयपुर से उन्नीस … Read more

error: Content is protected !!