गुरु पूर्णिमा विशेष- शिक्षा और शिष्यों की चिन्ता

– श्रमण डॉ पुष्पेंद्र आषाढ़ मास की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है। इस दिन गुरु चरणों की पूजा का विधान प्रतिपादित है अर्थात् गुरुओं के बताएँ रास्ते पर चलना। क्यूँकि गुरु कभी भी किसी को भी गलत राह पर चलने की शिक्षा – दीक्षा नहीं देता है। गुरु पूर्णिमा के साथ … Read more

ब्रिक्स में भारत का बढ़ता वर्चस्व संतुलित दुनिया का आधार

ब्राजील के रियो डी जनेरियो में रविवार को हुए 17वें ब्रिक्स सम्मेलन में सदस्य देशों ने 31 पेज और 126 पॉइंट वाला एक जॉइंट घोषणा पत्र जारी किया। इसमें पहलगाम आतंकी हमले और ईरान पर इजराइली हमले की निंदा की गई। इससे पहले 1 जुलाई को भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया की मेंबरशिप वाले क्वाड … Read more

बारिश का कहरः प्रकृति का विक्षोभ या विकास की विफलता?

बीते कुछ वर्षों में पहाड़ों में बारिश एवं बादल फटना अब डर, कहर और तबाही का पर्याय बन गई है। उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, सिक्किम, और पूर्वाेत्तर के अन्य पहाड़ी राज्यों में हर वर्ष मानसून के साथ भयावह भूस्खलन, बादल फटना, पुल बहना और सड़कें टूटना एक आम दृश्य बन गया है। यह केवल प्राकृतिक आपदा … Read more

दलाई लामा के चयन पर चीन का साजिशपूर्ण हस्तक्षेप

तिब्बत के आध्यात्मिक नेता एवं वर्तमान 14वें दलाई लामा, तेनजिन ग्यात्सो की उत्तराधिकार प्रक्रिया न केवल बौद्ध धर्म और तिब्बत की संस्कृति से जुड़ा विषय है, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय राजनीति, मानवाधिकार और भारत-चीन संबंधों के संदर्भ में भी अत्यंत महत्वपूर्ण हो गया है। चीन द्वारा इस धार्मिक एवं सांस्कृतिक प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने का प्रयास … Read more

सहयोग की शक्ति और सामाजिक समरसता का उत्सव

अन्तर्राष्ट्रीय सहकारिता दिवस- 4 जुलाई, 2025 हर वर्ष जुलाई के पहले शनिवार को अंतरराष्ट्रीय सहकारिता दिवस मनाया जाता है। यह दिन सहकारी संस्थाओं की उपलब्धियों को रेखांकित करने और उनके सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक योगदान को सम्मानित करने का अवसर होता है। सहकारिता एक ऐसा आंदोलन है जो ‘एकता में शक्ति’ की भावना को मजबूत … Read more

शोक सभाओं का दुर्भाग्यपूर्ण आयोजन

शोक सभाएं आजकल दुःख बांटने और मृतक के परिवार को सांत्वना देने के अपने मूल उद्देश्य से भटक गईं हैं। आजकल शोक सभाओं के आयोजन के लिए विशाल मंडप लगाए जा रहे हैं। सफेद पर्दे और कालीन बिछाई जाती है या किसी बड़े बैंक्वेट हाल में भव्य सभा का आयोजन किया जाता है, जिससे यह … Read more

धनतवरी के देवदूत डॉक्टर्स

(डॉक्टर्स डे)  डॉक्टर्स दुवारा मानव एवं पशुओं के सुस्वास्थ्य के लिए दी गई  अमूल्य सेवा और योगदान के बारे में जनसाधारण को जागरूक करने के लिये प्रतिवर्ष भारत में 1 जुलाई को राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस (डॉक्टर्स डे) मनाया जाता है | भारत के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ बिधान चन्द्र रॉय को श्रद्धांजलि और सम्मान देने के … Read more

हिन्दी को संघर्ष का नहीं, सेतु का माध्यम बनायें

दक्षिण भारत के विभिन्न राज्यों में हिन्दी विरोध की राजनीति अब महाराष्ट्र में भी उग्र से उग्रत्तर हो गयी, इसी के कारण त्रिभाषा नीति को महाराष्ट्र में लगा झटका दुखद और अफसोसजनक है। आखिरकार राजनीतिक दबाव, लंबी रस्साकशी और कशमकश के बाद महाराष्ट्र की देवेंद्र फडणवीस सरकार ने स्कूलों में हिंदी की पढ़ाई से जुड़े … Read more

रोगी के लिये स्वस्थ जीवन की मुस्कान देते हैं डॉक्टर्स

राष्ट्रीय डॉक्टर्स दिवस- 1 जुलाई, 2025 स्वस्थ जीवन हर किसी की सर्वोच्च जीवन प्राथमिकता होता है। कहा भी गया है कि, ‘सेहत सबसे बड़ी पूंजी’ है। स्वस्थ व्यक्ति ही जीवन को सही तरह से एन्जॉय करते हुए उसे सफल एवं सार्थक बना सकता है और इसमें डॉक्टर्स की भूमिका बहुत अहम होती है। छोटी-बड़ी हर … Read more

सामाजिक न्याय और समानता के लिए संथाल हूल को सैल्यूट

30 जून, हूल दिवस संथाल हूल (विद्रोह) के 170 सालों पर विशेष – केशव भट्टड़ संथाल विद्रोह, जिसे संथाल हूल के नाम से भी जाना जाता है, 1855-1856 में भारत के पूर्वी क्षेत्रों, विशेष रूप से वर्तमान झारखंड और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में हुआ था। यह विद्रोह संथाल जनजाति द्वारा ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी … Read more

एससीओ में रक्षामंत्री का चीन-पाक को कड़ा संदेश

भारत के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने चीन के पोर्टे सिटी किंगदाओ में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक में आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को बेनकाब करते हुए संयुक्त घोषणापत्र में हस्ताक्षर करने से मना कर न केवल पाकिस्तान और चीन को नये भारत का कड़ा संदेश दिया, बल्कि दुनिया को भी जता दिया … Read more

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