जय – वीरू का ये कैसा वनवास…!!

तारकेश कुमार ओझा सत्तर के दशक की सुपरहिट फिल्म शोले आज भी यदि किसी चैनल पर दिखाई जाती है तो इसके प्रति द र्शकों का रुझान देख मुझे बड़ी हैरत होती है। क्योंकि उस समय के गवाह रहे लोगों का इस फिल्म की ओर झुकाव तो समझ में आता है लेकिन नई पीढ़ी का भी … Read more

ऐतिहासिक घटनाक्रमों को हटाया जाना बहुत ही गंभीर है

फ़िरोज़ खान बारां ( राजस्थान )जयपुर / पिछले कुछ समय से पता चल रहा है कि राज्य में स्कूली शिक्षा के पाठ्यक्रमों में बड़े बदलाव गुपचुप तरीके से किये जा रहे हैं. देश के विभिन्न सामाजिक संगठन और लोग यह सुनकर स्तब्ध हैं कि राजस्थान राज्य के कक्षा 8 की सामाजिक अध्ययन की किताब के … Read more

प्रेयसी

प्रेयसी अपने प्रियतम के प्रति अपने ख्वाबों को मनमोहक शब्दों से प्रेम की अभिव्यंजना करते हुए उसके जीवन के लिए शुभ मंगलमय कामना कर रहीं है । प्रियतम के संग प्रेम की अभिव्यंजना रूपी माला का, प्रेममयी शब्दों के मनको द्वारा प्रस्तुति … स्वप्निल सपनों का आगमन मृदुलित मद भ्रमरों सा तन झीनी-झीनी चुनरियाँ से … Read more

उज्जैन कुम्भ शानदार व्यवस्था, शानदार यात्रा

सिंहस्थ कुम्भ उज्जैन को लेकर कई दिनों से सोशल मिडिया में लोगो ने तरह तरह की अफवाहे और अव्यवस्थाओ जो माहोल बनाया हुआ वो कितना सही हे यह आपको वँहा जाने पर ही पता चल गया आख़िरकार इस प्रकार की अफवाहे फेलाकर यह लोग क्या साबित करना चाहता हे में गत कई दिनों से सोशल … Read more

हरफनमौला फ़कीर महानायक की सुविधाहीन भटकन को दिल से सलाम

बेहद साधारण से चेहरे वाले असाधारण इंसान ..”.नाना पाटेकर ” ….जिनका नाम लेते ही उनके चेहरे से पहले जो डायलाग याद आता है…”ये हिन्दू का खून ये मुसलमान का खून ” just kidding………….. अभिनय के क्षेत्र में वो किसी महानायक से कम नही …लेकिन अभी जिस नेक कार्य से वो चर्चा में आये है वो … Read more

साधु ‘संत’ भी लालायित हैं, आज ‘धर्म’ कर्म के नाम पर, सुविधाएं और प्रचार पाने के लिए

अनित्य, अशुचि, दुख: और जड़ विषयों में नित्य शुचि ,सुख तथा आत्मस्वरूपता की प्रतीति ही, अज्ञान है। —- योगदर्शन । पिछले कुछ अर्से से धर्म के धरातल पर जो बदलाव देखने को मिल रहा है, उससे आध्यात्म में आस्था रखने वाले लोग हैरान हैं। सादगी का पर्याय बने ये संत खुद विलासिता की ओर चल … Read more

.तो क्या झूठ के सहारे चल रही है, हमारी सरकार

कहते है, एक ‘झूठ’ को सच बनाने के लिये सौ झूठ बोलने पड़ते है। लेकिन वह भी उस असली झूठ को ‘सच’ मे कभी परिवर्तित नही कर सकता।आखिर में पोल खुल ही जाती है। यह सही है,कि, भारत एक विशाल लोकतांत्रिक देश है।.दो दो हजार मील लम्बा चौड़ा देश। लेकिन, यहाँ सरकार मे रहकर जो … Read more

उत्तराखंड में कांग्रेस की बल्ले बल्ले !

लगता तो ऐसा है कि केंद्र में पूर्ण बहुमत की सरकार बना कर भारतीय जनता पार्टी को कुछ अधिक ही मद चढ़ गया है ! एक तो यह कि सम्राट अशोक और अकबर महान की भांति पुरे देश में एक छत्र राज्य स्थापित करने की अभिलाषा और दूसरे कांग्रेस मुक्त भारत की कल्पना या अवधारणा … Read more

शैक्षणिक संस्थानों को एक विशेष विचारधारा से जोड़ने का मंसूबा

-मो. आमिर अंसारी- मैं परेशां नहीं हूं अपनी ग़म भरी दुनिया से मैं परेशां हूं, देखकर तेरी ख़ामोशी लगातार जिस तरह से शैक्षणिक संस्थानों को एक विशेष विचारधारा से जोड़ने का मंसूबा आए दिन हुकूमत-ए-हिन्द की कारकरदगी से ज़ाहिर हो रहा है। उसने मुल्क के एक बड़े तबक़े में बेचैनी पैदा कर दी है पहले … Read more

मुसीबतें नहीं ये मौके हैं कामयाबी के

जिस तरह हर किताब,दही से निकले मक्खन की तरह इसके लेखक के जीवन भर का निचोड़ हुआ करती है ठीक उसी तरह हर इंसान का जीवन भी अपने आप में अनुभवों की एक पूरी किताब होता है। दुनिया से गुजरे ऐसे ही हजारों- हजार इंसानों के जीवन का निचोड़ लिये अनुभव की ऐसी ही हजारों … Read more

ज्ञान गुंडे

एक तो ये वाहट्स app और FB के ग्रुप भी अपनी अपनी डफली और अपना अपना राग बजाने के अड्डे बन गए गए हैं। दिन भर इधर उधर की (“sorry to say” ) माँ बहन करते रहते हैं और सुबह सुबह “आज का विचार” धर्म की बातें, प्रवचन, ज्ञान वर्धक उद्धरण, मातृत्व दिवस तथा देश … Read more

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